एयर इंडिया (Air India) की फ्लाइट संख्या AI-171 ने 12 जून को अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरी. लेकिन टेकऑफ के महज 32 सेकंड बाद प्लेन क्रैश हो गया. ये बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर (Boeing 787 Dreamliner) विमान था. जिसे फ्यूल एफिशिएंसी और आरामदायक सफर के लिए जाना जाता है. हालांकि इसकी सेफ्टी को लेकर सवाल उठते रहे हैं. सबसे बड़ा बवाल तब शुरू हुआ जब बोइंग के एक पूर्व कर्मचारी ने ही इस एयरक्राफ्ट में मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट की बात सार्वजनिक की थी. जिस पर अमेरिकी फेडरल एविएशन एडमिनिशट्रेशन ने बोइंग से जुड़े लोगों को तलब भी किया था.
अहमदाबाद में जो विमान गिरा उसपर सालों से उठते रहे हैं सवाल, Boeing के बंदे ने ही बताई थी बड़ी खामी
Boeing के पूर्व कर्मचारी Sam Salehpour ने आरोप लगाया था कि बोइंग ने अपने 787 ड्रीमलाइनर जेट एयरक्राफ्ट के मैन्युफैक्चरिंग में शॉर्टकट अपनाए हैं. और एयरक्राफ्ट के पुराने होने के साथ ये बहुत खतरनाक साबित हो सकता है.

बोइंग ड्रीमलाइनर साल 2011 से ऑपरेटिव है. यानी सर्विस में हैं. तब से लेकर अब तक कई बार इस एयरक्राफ्ट को लेकर सवाल उठे हैं. उन सारे विवादों के बारे में जान लेते हैं.
व्हिसलब्लोअर का दावा एयरक्राफ्ट के हवा में ही टूटने का खतराCNN Business की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बोइंग के व्हिसलब्लोअर सैम सालेहपुर ने आरोप लगाया था कि बोइंग ने अपने 777 और 787 ड्रीमलाइनर जेट एयरक्राफ्ट के मैन्युफैक्चरिंग में शॉर्टकट अपनाए हैं. और एयरक्राफ्ट के पुराने होने के साथ ये बहुत खतरनाक साबित हो सकता है. सैम बोइंग कंपनी में इंजीनियर रहे हैं.
अप्रैल 2024 में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सैम ने बताया,
मेरी ऐसी कोई मंशा नहीं है कि बोइंग फेल हो जाए. बल्कि मैं चाहता हूं कि ये सफल हो. और एक्सीडेंट्स को रोका जा सके. लेकिन सच्चाई ये है कि बोइंग जिस तरह से चल रहा है, ऐसे ज्यादा दिन नहीं चल पाएगा. मुझे लगता है कि इसे थोड़ा और बेहतर करने की जरूरत है.
सैम ने बताया कि ड्रीमलाइनर 787 की बॉडी के कुछ हिस्से ठीक से नहीं जुड़े हैं. और ये उड़ान के दौरान ही बीच से टूट सकते हैं. न्यूयॉर्क टाइम्स को दिए इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि विमान के कई हिस्सों को एक साथ जोड़ने के तरीके में बदलाव करने से ये दिक्कत हुई. विमान के पार्ट्स अलग-अलग कंपनियों से बनकर आते हैं. ये एक साथ जोड़ने पर ठीक से फिट नहीं होते.
बोइंग ने एक बयान जारी कर सैम सालेहपुर के दावों का खंडन किया था. कंपनी ने कहा कि 787 की स्ट्रक्चरल कमियों के बारे में किए जा रहे दावे गलत हैं. ये एयरक्राफ्ट की क्वालिटी और लॉन्ग टर्म सिक्योरिटी पर किए गए काम के बारे में नहीं बताता है. बोइंग के प्रवक्ता पॉल लुईस ने मैन्युफैक्चरिंग के तरीके में बदलाव की बात स्वीकार की. लेकिन उन्होंने दावा किया कि इससे एयरक्राफ्ट की मजबूती और उसकी सेल्फ लाइफ पर कोई असर नहीं पड़ा.
बोइंग के 787 ड्रीमलाइनर एयरक्राफ्ट साल 2011 से सर्विस में आए थे. कंपनी का दावा है कि एक एयरक्राफ्ट 50 साल तक ऑपरेटिव रह सकता है. और लगभग 44 हजार उड़ान भर सकता है. अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त ड्रीमलाइनर 12 साल पुराना है.
लीथियम आयन बैटरी में आग, तीन महीने तक उड़ान पर रोकजनवरी 2013 में जापान की दो एविएशन कंपनियों ने दो नए ड्रीमलाइनर 787-8 एयरक्राफ्ट को अपने बेड़े में शामिल किया. इन दोनों में लगी लीथियम आयन बैटरी में आग लग गई. एक विमान के बैटरी में आग लगी जब वह बोस्टन एयरपोर्ट पर पार्किंग में खड़ा था. वहीं दूसरे ड्रीमलाइनर में उड़ान के समय आग लगी, जिसके चलते उसकी इमरजेंसी लैंडिंग करवानी पड़ी.
इस घटना के बाद अमेरिका के फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) ने 3 महीने के लिए दुनिया भर में सभी ड्रीमलाइनर एयरक्राफ्ट पर रोक लगा दी थी. इसके बाद बोइंग ने बैटरी सिस्टम और जहाज के इंजन को गर्मी से बचाने के तरीके में सुधार किया.
बॉडी के जॉइंट में गैप की शिकायतसाल 2020 से 2022 के दौरान ड्रीमलाइनर में कई बार मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट की खबर आई. ड्रीमलाइनर एक वाइड बॉडी पैसेंजर प्लेन है. इसके पार्ट्स अलग-अलग बनते हैं. इनको बाद में एक साथ जोड़ा जाता है. एयरक्राफ्ट के पार्टस को जोड़ने की प्रक्रिया में बॉडी के जोड़े गए हिस्सों में ज्यादा गैप की शिकायत आई.
साल 2021 से 2023 के दौरान FAA और बोइंग ने ड्रीमलाइनर की डिलीवरी रोक दी. इसके बाद बोइंग ने बताया कि उसने अपने निर्माण प्रक्रिया में बदलाव किए हैं. और उसके विमान उड़ान के लिए सुरक्षित हैं. बोइंग के दावे की पड़ताल के बाद FAA ने फिर से डिलीवरी की अनुमति दी थी.
सेफ्टी पर सवाल उठाने वाले दूसरे व्हिसलब्लोअर की रहस्यमयी मौतबोइंग के साउथ कैरोलिना स्थित प्लांट में ड्रीमलाइनर एयरक्राफ्ट बनते हैं. प्लांट में लंबे समय तक काम कर चुके व्हिसलब्लोअर जॉन बार्नेट ने साल 2024 में इस एयरक्राफ्ट की सेफ्टी को लेकर सवाल उठाए थे. यह मामला कोर्ट में भी गया. 9 मार्च 2024 क जॉन बार्नेट ने इसमें गवाही भी दी. इसके कुछ दिन बाद घर पास पार्किंग एरिया में उनकी लाश मिली. बताया गया कि उन्होंने खुद को गोली मार ली.
बोइंग ड्रीमलाइनर के इंजन में भी समस्या रही हैबोइंग ड्रीमलाइनर 787 में दो इंजन विकल्प हैं. रोल्स-रॉयस ट्रेंट 1000 और जनरल इलेक्ट्रिक GEnx. रोल्स-रॉयस ट्रेंट 1000 में कई तरह की दिक्कत सामने आई हैं. 2010 के दशक में ट्रेंट-1000 इंजन में ब्लेड में जंग और दरार पड़ने की शिकायतें आईं. इसके चलते कई एयरलाइंस (जैसे ANA, वर्जिन अटलांटिक, एयर न्यूजीलैंड) को अपने ड्रीमलाइनर विमानों को ग्राउंड करना पड़ा. इंजन के मरम्मत और निरीक्षण में देरी के चलते वियतनाम एयरलाइंस और ANA जैसी एयरलाइंस को शेड्यूल में कटौती करनी पड़ी.
अमेरिकी कांग्रेस ने बुलाकर बोइंग के CEO की लगाई क्लाससाल 2024 की जनवरी में अलास्का एयरलाइंस की उड़ान के दौरान 737 मैक्स विमान के एग्जिट गेट में ब्लास्ट हो गया था. इसके बाद अमेरिकी कांग्रेस ने बोइंग के सीईओ डेविड कैलहोन को तलब किया. और उनकी जमकर क्लास लगाई गई. मिसौरी प्रांत के सीनेटर जोश हॉले ने कैलहोन की आलोचना करते हुए कहा,
आपकी रुचि सिर्फ कंपनी से पैसा निचोड़ने में है. जबकि आप पारदर्शिता, यात्रियों की सुरक्षा और गुणवत्ता पर कोई ध्यान नहीं देते हैं. आप सुरक्षा प्रक्रियाओं को खत्म कर रहे हैं, अपने कर्मचारियों पर दबाव डाल रहे हैं. और नौकरियों में कटौती कर रहे हैं. आपके वेतन में बहुत बड़ी बढ़ोतरी हुई है. इसलिए आपको सब अच्छा लग रहा है.
द प्रिंट की रिपोर्ट के मुताबिक, इस दौरान सीनेटर जोश हॉले ने ड्रीमलाइन 787 की सिक्योरिटी पर उठे रहे सवालों और इस संबंध में कंपनी द्वारा की जा रही जांच के बारे में भी पूछताछ की थी. उन्होंने सवाल उठाए कि क्या बोइंग ने अपने 787 एयरक्राफ्ट्स का आवश्यक जांच किया था या फिर कर्मचारियों ने अपने रिकॉर्ड में गलत जानकारी दी थी.
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