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बिहार के जमुई में ऐसा क्या हुआ कि फ्लैग मार्च निकालना पड़ा? अभी कैसे हालात हैं?

Jamui Clash: जमुई की DM ने बताया कि हनुमान चालीसा के पाठ के लिए जाते वक्त कुछ लोगों ने मस्जिद के सामने नारे लगाए. जब ये लोग वापस लौट रहे थे. तब मस्जिद के पास खड़े कुछ लोगों ने पत्थर फेंके.

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जमुई के विभिन्न चौक-चौराहों का निरीक्षण करतीं DM. (फाइल फोटो: सोशल मीडिया, 17 फरवरी)

बिहार के जमुई जिले में दो समुदायों के बीच तनाव (Jamui Clash) की स्थिति पैदा हो गई थी. इस मामले में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. स्थिति पर काबू पाने के लिए पुलिस ने फ्लैग मार्च निकाला और इलाके में इंटरनेट पर भी रोक लगा दी गई थी. हालांकि, 19 फरवरी की सुबह, इंटरनेट पर से बैन हटा लिया गया है. लेकिन ये विवाद शुरू कैसे हुआ और यहां तक पहुंचा कैसे?

मामला झालझा पुलिस स्टेशन के भीतर आने वाले बलियाडीह गांव का है. 16 फरवरी को एक समूह हनुमान चालीसा के पाठ के बाद वापस लौट रहा था. आरोप है कि रास्ते में ही दूसरे पक्ष ने उन पर डंडे और पत्थर से हमला किया. द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, जमुई जिले की DM अभिलाष शर्मा ने बताया,

हिंदू स्वाभिमान समूह के कुछ लोगों ने बलियाडीह गांव में हनुमान चालीसा के पाठ का आयोजन किया था. जिस जगह पर पाठ होना था, उस रास्ते में एक मस्जिद पड़ता है. मस्जिद के सामने इन लोगों ने जोर-जोर से नारे लगाने शुरू कर दिए. इसके बाद जब इस समूह के लोग वापस लौट रहे थे, तब मस्जिद के पास खड़े लोगों ने इन पर पत्थर फेंकें.

उन्होंने आगे कहा,

पथराव और दोनों पक्षों में हुई झड़प में कुछ कार और मोटरसाइकल को नुकसान पहुंचा. हालांकि, पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की और स्थिति पर नियंत्रण पा लिया गया था. तीन लोग घायल हुए थे जिनका इलाज कराया गया. पुलिस ने गांव में फ्लैग मार्च निकाला. हिंदू स्वाभिमान समूह ने जमुई बाजार पर बंद का आह्वान (घटना के बाद) किया था. पुलिस ने वहां भी फ्लैग मार्च निकाला. एहतियात के तौर पर 48 घंटों के लिए इलाके में इंटरनेट को बंद कर दिया गया था.

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16 फरवरी की रात मौके पर DM और SP मदनलाल आनंद भी पहुंचे थे. आनंद ने बताया,

हम असमाजिक तत्वों पर नजर बनाए हुए हैं. अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

पुलिस ने इस मामले में 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. नौ लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है. पुलिस ने स्थानीय लोगों से आग्रह किया है कि वो इलाके में शांति बनाए रखें और अफवाहों पर ध्यान ना दें.

इस मामले में एक पुलिसकर्मी को भी सस्पेंड किया गया है. सस्पेंड हुए पुलिसकर्मी की इलाके में पट्रोलिंग ड्यूटी लगाई गई थी. आरोप है कि उन्होंने ग्राउंड पर रहते हुए तत्काल कार्रवाई नहीं की और इस झड़प के बारे में सटीक जानकारी नहीं दी.

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