डॉक्टर नुसरत परवीन ने अब तक अपनी ड्यूटी जॉइन नहीं की है. नुसरत परवीन वही महिला हैं जिनका हिजाब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अचानक खींच दिया था. एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान हुई इस घटना ने सूबे समेत देश की राजनीति में हड़कंप मचा दिया था. नीतीश कुमार पर एक महिला से बदसलूकी करने का आरोप लगा. कहा गया कि उन्होंने बिना सहमति के अचानक ही मुस्लिम महिला का हिजाब खींच दिया. तब से नुसरत परवीन की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. 31 दिसंबर को उनके ड्यूटी जॉइन करने की आखिरी तारीख थी. लेकिन वह नहीं पहुंचीं. तय समय सीमा पर ड्यूटी न जॉइन करने से नियुक्ति रद्द भी की जा सकती है.
हिजाब विवाद: ड्यूटी जॉइनिंग की आखिरी तारीख गई, नुसरत परवीन ने नौकरी शुरू की या नहीं?
आयुष डॉक्टर नुसरत परवीन को 31 दिसंबर 2025 को पटना सदर के सबलपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जॉइन करना था.


इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, आयुष डॉक्टर नुसरत परवीन को 31 दिसंबर 2025 को पटना सदर के सबलपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जॉइन करना था. लेकिन अब तक डॉक्टर के ड्यूटी जॉइन करने की कोई खबर नहीं आई है. PHC में तैनात सर्जन विजय कुमार ने इस बात की पुष्टि की है कि उन्होंने अभी तक वहां रिपोर्ट नहीं किया है. उन्होंने आगे बताया कि सभी नवनियुक्त डॉक्टरों को अपने निर्धारित केंद्रों पर ड्यूटी जॉइन करने से पहले सिविल सर्जन के ऑफिस में रिपोर्ट करना अनिवार्य होता है. जो डॉक्टर परवीन ने अब तक नहीं किया है.
बता दें कि डॉक्टर या उनके परिवार की ओर से इस बात की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है. इस मामले से जुड़े कुछ सूत्रों ने दावा किया है कि हिजाब विवाद के बाद ही परवीन और उनका परिवार पटना से कोलकाता चला गया है.
यह विवाद 23 दिसंबर 2025 को बिहार की राजधानी पटना में मुख्यमंत्री सचिवालय में एक कार्यक्रम के दौरान हुआ. जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नवनियुक्त आयुष डॉक्टरों को जॉइनिंग लेटर दे रहे थे. इसी दौरान उनके सामने नुसरत परवीन हिजाब में जॉइनिंग लेटर लेने आईं थी. सीएम ने नुसरत को लेटर दिया, लेकिन तभी अचानक उन्होंने महिला डॉक्टर का हिजाब उनसे पूछे बिना खींच दिया. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो बवाल मच गया.
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इस बीच नुसरत के तिब्बी कॉलेज और हॉस्पिटल के प्रिंसिपल महफूजुर रहमान ने बताया कि इस 'विशेष मामले' में जॉइनिंग डेट बढ़ा दी गई है. हालांकि उन्हें नुसरत परवीन के आगे के प्लान के बारे में कोई जानकारी नहीं है.
रहमान ने उन खबरों को भी खारिज कर दिया, जिनमें बताया गया कि डॉक्टर का परिवार घटना के विरोध में कोलकाता चला गया है. उन्होंने परवीन के पति के हवाले से दावा किया कि महिला और उनका परिवार न तो मुख्यमंत्री से नाराज है और न ही सरकार से. बल्कि, मीडिया द्वारा फैलाए गए विवाद से नाराज है.
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