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इस भारतीय डॉग लवर ने एक कुत्ता खरीदने में लगा दिए 50 करोड़ रुपये! बेहद खास ब्रीड है वजह

Bengaluru के एक Dog Breeder ने "वुल्फडॉग" Cadabomb Okami को खरीदने के लिए करीब 50 करोड़ रुपये खर्च किए हैं. यह कुत्ता अपनी तरह का पहला है और इसे दुनिया का सबसे महंगा वुल्फडॉग बताया जा रहा है, जो इस कुत्ते को खास बनाती है.

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दुनिया का सबसे महंगा वुल्फडॉग. (तस्वीर : इंडिया टुडे)

डॉग लवर बहुत देखे लेकिन बेंगलुरु के एस सतीश का कोई सानी नहीं. उन्होंने हाल में एक डॉग खरीदा. कीमत लाख दो लाख नहीं, पूरे 50 करोड़ रुपये! आपका हैरान होना बनता है. फिर बताते हैं. डॉग लवर एस सतीश ने पूरे 50 करोड़ रुपये एक कुत्ता खरीदने में लगा दिए.

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बताया जा रहा है कि यह कुत्ता मिक्स ब्रीड है. यानी माता-पिता अलग-अलग नस्ल के. वो आगे बताएंगे. इस कुत्ते का नाम कदाबॉम्ब ओकामी है और अपनी नस्ल का पहला डॉग बताया जा रहा है. इंडिया टुडे में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, ओकामी की उम्र केवल आठ महीने है. लेकिन इसका वजन 75 किलोग्राम और ऊंचाई 30 इंच (ढाई फीट) तक पहुंच चुकी है.

एस सतीश ने ओकामी को फरवरी 2025 में एक ब्रोकर के माध्यम से खरीदा था. उन्होंने बताया,

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“यह एक दुर्लभ कुत्ते की ब्रीड है जो देखने में बिल्कुल भेड़िये जैसी लगती है. इस ब्रीड का कुत्ता पहले कभी नहीं बेचा गया. यह अमेरिका में ब्रीड किया गया है. मैंने इसे खरीदने के लिए 50 करोड़ रुपये खर्च किए क्योंकि मुझे कुत्तों का बहुत शौक है और मैं भारत में अनोखे कुत्तों को लाना चाहता हूं.”

Caucasian Shepherd नस्ल का कुत्ता

ओकामी एक जंगली भेड़िये और कॉकेशियन शेफर्ड (Caucasian Shepherd) के मिश्रण से बना है. यानी इसके माता-पिता में से कोई एक भेड़िया था और दूसरा कॉकेशियन शेफर्ड नस्ल का कुत्ता या कुतिया. डॉग टाइम में छपी खबर के मुताबिक, कॉकेशियन शेफर्ड ब्रीड के कुत्ते मुख्य रूप से जॉर्जिया, आर्मेनिया, अजरबैजान और रूस जैसे इलाकों में पाए जाते है. इन्हें अपनी मजबूती और घने फर के लिए जाना जाता हैं जिससे यह ठंडे इलाकों में आसानी से रह सकता है. इनका उपयोग भेड़ियों और अन्य जंगली जानवरों से मवेशियों की सुरक्षा के लिए किया जाता है.

इस ब्रीड के कुत्ते अपने मालिक के प्रति वफादार होते हैं. लेकिन इन्हें ट्रेनिंग देना आसान नहीं होता, इसलिए इन्हें स्किल्ड ट्रेेनर की देखरेख में रखा जाता है. इनका लाइफस्पैन 10 से 12 साल तक का होता है.

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कौन हैं एस सतीश?

एस सतीश ‘इंडियन डॉग ब्रीडर्स एसोसिएशन’ के प्रमुख हैं. उनका नाम देश के जाने-माने डॉग ब्रीडर में गिना जाता है. हालांकि, कुछ साल पहले उन्होंने डॉग ब्रीडिंग का काम बंद कर दिया था, लेकिन अब वे अपने दुर्लभ कुत्तों का शोकेस कर कमाई करते हैं. सतीश के कहा,

“मैं इन दुर्लभ ब्रीड के कुत्तों पर पैसा इसलिए खर्च करता हूं क्योंकि लोग इन्हें देखने के लिए उत्सुक रहते हैं. लोग मेरे कुत्तों के साथ सेल्फी और तस्वीरें लेते हैं. जैसे किसी फिल्मी सितारे की तरह.”

सतीश ने बताया कि वो 30 मिनट के शो के लिए करीब 2.5 लाख रुपये और 5 घंटे के शो के लिए करीब 10 लाख रुपये तक कमा लेते हैं. सतीश के पास एक चाउ-चाउ (Chow Chow) नस्ल का कुत्ता भी है, जो दिखने में लाल पांडा (Red Panda) जैसा लगता है.

सतीश ने अपने सभी कुत्तों को 7 एकड़ के फार्महाउस में रखा है, जहां हर कुत्ते के लिए 20x20 फीट की जगह है. साथ ही 10 फीट ऊंची दीवार और CCTV की निगरानी की व्यवस्था भी की गई है.

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