समाजवादी पार्टी के नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री आजम खान जेल से रिहा हो गए हैं. वह 23 महीने बाद जेल से बाहर आए हैं. इलाहाबाद हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद उन्हें मंगलवार को यूपी के सीतापुर जेल से रिहा किया गया. उन्हें लेने उनके बेटे अब्दुल्ला और अदीब के साथ उनके समर्थक पहुंचे थे.
23 महीने बाद रिहा हुए आजम खान, क्या फिर जाएंगे जेल?
आजम खान जेल से रिहा हो गए हैं. इलाहाबाद हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद उन्हें मंगलवार को यूपी के सीतापुर जेल से रिहा किया गया. बाहर आते ही वह अपने दोनों बेटों के साथ गाड़ी में बैठकर रामपुर के लिए रवाना हो गए. उनकी रिहाई को लेकर जेल के बाहर भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी.


जेल से बाहर निकलने के बाद आजम खान 2 गाड़ियों के साथ रामपुर के लिए रवाना हो गए. भीड़ को देखते हुए जेल के बाहर भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी. बता दें कि आजम खान को पहली बार 2020 में गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद उन्हें सुरक्षा कारणों से सीतापुर जेल में शिफ्ट कर दिया गया था.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आजम खान के रिहा होने पर खुशी जताई है. उन्होंने कहा,
2023 में दोबारा जाना पड़ा जेलसपा नेता आजम खान जेल से रिहा हो गए हैं. मैं इसके लिए न्यायालय का आभार व्यक्त करता हूं. हम समाजवादियों को विश्वास था कि न्यायालय न्याय करेगा. हमें उम्मीद है कि आने वाले समय में भाजपा द्वारा कोई भी झूठा मुकदमा दर्ज नहीं किया जाएगा और कोई अन्याय नहीं होगा. एक अधिकारी को लगातार सेवा विस्तार दिया जा रहा था. यह समाजवादियों के लिए खुशी की बात है कि वह रिहा हो गए हैं.
पहली बार उन्हें 2022 में 27 महीने जेल में बिताने के बाद जमानत मिली थी. करीब सवा साल बाहर रहने के बाद 2023 में फिर एक मामले में जेल जाना पड़ा. यह मामला उनके बेटे अब्दुल्ला के फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट से जुड़ा हुआ था. 23 महीने बाद उन्हें वापस से जमानत मिल गई है और जेल से बाहर आ गए हैं.
आजम खान पर उत्तर प्रदेश में 2017 में भाजपा की सरकार बनने के बाद कानूनी शिकंजा कसना शुरू किया गया था. उनके खिलाफ करीब 104 मुकदमे दर्ज किए गए. इसमें 93 मुकदमे केवल रामपुर में दर्ज हैं. 26 फरवरी 2020 को उन्हें पहली बार जेल जाना पड़ा था.
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जल्द आने वाले हैं कई मामलों पर फैसलेआज तक की रिपोर्ट के अनुसार रामपुर में दर्ज 93 मुकदमों में से 11 मुकदमे राजस्व के हैं, जो कि मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय से जुड़े हुए जमीन के मामलों के हैं. उन पर दर्ज 104 केसों में से 12 का फैसला आ चुका है. हालांकि 80 से ज्यादा केस उन पर अब भी चल रहे हैं. इनमें कई मामलो में फैसले जल्द ही आने वाले हैं. ऐसे में अगर फैसला उनके खिलाफ जाता है तो हो सकता है कि आजम खान को जल्द ही वापस से जेल जाना पड़ जाए. आजम खान पर 59 मामले मजिस्ट्रेट कोर्ट में और 19 मामले सेशन कोर्ट में पेंडिंग हैं.
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