असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने गुरुवार 11 दिसंबर को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि भारत को बांग्लादेश से सतर्क रहने के जरूरत है. भारत को बांग्लादेश को अपना दोस्त नहीं समझना चाहिए. हिमंता ने आरोप लगाया कि मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली बांग्लादेश की अंतरिम सरकार की भारत के नॉर्थ-ईस्ट राज्यों पर बुरी नजर है. वे पूर्वोत्तर खासकर असम पर अपना कब्जा करने की योजना बना रहे हैं.
"बांग्लादेश की नजर नॉर्थ ईस्ट पर…" असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा का बड़ा बयान
Himanta On Bangladesh: उन्होंने दावा किया कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मुहम्मद यूनुस ने विदेशी मेहमानों के साथ बातचीत के दौरान भारत के नॉर्थ-ईस्ट को बांग्लादेशी इलाके में मिलाने वाला एक गलत नक्शा पेश किया था. इससे उनके इरादों का साफ पता चलता है.


एजेंडा आजतक पर एक खास बातचीत में सरमा ने कहा,
“बांग्लादेश और उसके राजनीतिक नेताओं ने हाल ही में बिल्कुल सीधे तौर पर कहना शुरू कर दिया है कि नॉर्थ-ईस्ट को बांग्लादेश का हिस्सा होना ही चाहिए.”
उन्होंने दावा किया कि मुहम्मद यूनुस ने विदेशी मेहमानों के साथ बातचीत के दौरान भारत के नॉर्थ-ईस्ट को बांग्लादेशी इलाके में मिलाने वाला एक गलत नक्शा पेश किया था. इससे उनके इरादों का साफ पता चलता है.
बता दें उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब बांग्लादेश सरकार के अंतरिम प्रमुख मुहम्मद यूनुस को लेकर विवाद खड़ा हो रखा है. दरअसल यूनुस को पाकिस्तान के जनरल साहिर शमशाद मिर्जा को एक किताब भेंट करते हुए देखा गया था. इस किताब में एक ऐसा नक्शा था जिसमें भारत के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र को बांग्लादेश का हिस्सा दिखाया गया था.
यह घटनाक्रम “ग्रेटर बांग्लादेश” जैसे विचारों को फिर से हवा देने जैसा था. बांग्लादेश के पाकिस्तान और चीन के साथ बढ़ते रिश्तों पर भी सवाल खड़े करता है. यूनुस ने इससे पहले भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों को “लैंडलॉक” बताते हुए चीन से इस क्षेत्र में अपनी पहुंच बढ़ाने की अपील की थी.
सरमा ने कहा कि ढाका के रवैये में बदलाव जब से शेख हसीना की सरकार गिरी और मुहम्मद यूनुस सत्ता में आए तब से दिखने लगा था. बांग्लादेश में भारत विरोधी प्रोपेगेंडा ने जोर पकड़ा. वहां इस बात पर खास जोर दिया जा रहा है कि भारत का नॉर्थ-ईस्ट उनका है.
उन्होंने बांग्लादेश पर “भारत को चिकन नेक पर ब्लैकमेल करने” का भी आरोप लगाया. सरमा ने चेतावनी देते हुए कहा,
“उन्होंने अपना दांव बढ़ा दिया है. आपको अलर्ट रहना होगा. जहां तक नॉर्थ-ईस्ट का सवाल है, उनके खतरनाक इरादे हैं.”
बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच बढ़ती नजदीकियों के बारे में सवालों के जवाब में सरमा ने कहा कि जाहिर है, जब आप भारत के साथ नहीं होते, तो आप पाकिस्तान के साथ होते हैं. उन्होंने आगे कहा,
“नॉर्थ-ईस्ट को सीधा और तुरंत असर झेलना होगा. आर्मी और पैरामिलिट्री फोर्स की ज्यादा तैनाती की जरूरत होगी. हमें अपनी विजिलेंस और सर्विलांस बढ़ानी होगी. ज्यादा से ज्यादा लोगों को तैनात करने की जरूरत है. कम से कम डिफेंस के लिए.”
सरमा ने असम में डेमोग्राफिक बदलावों पर अपनी पुरानी बात भी दोहराई. कहा कि असम में आए ज्यादातर मुसलमान बांग्लादेश से हैं. राज्य की मूल मुस्लिम कम्युनिटी में सिर्फ तीन से चार प्रतिशत लोग हैं. सरमा ने दावा किया कि बाकी सब बांग्लादेशी हैं.
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