एप्पल कंपनी के को-फाउंडर स्टीव जॉब्स (Steve Jobs) की पत्नी लॉरेन पॉवेल जॉब्स ( Laurene Powell Jobs) महाकुंभ में हिस्सा लेने भारत आई हैं. महाकुंभ में प्रयागराज जाने से पहले लॉरेन 11 जनवरी को वाराणसी पहुंचीं. यहां उन्होंने काशी विश्वनाथ में दर्शन किया. इस दौरान वह गुलाबी सूट और दुपट्टे में नजर आईं. लॉरेन की काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन के बाद एक बहस शुरू हो गई है. ये बहस उनको मंदिर में शिवलिंग का स्पर्श ना करने देने को लेकर है. बताया जा रहा है कि उनको शिवलिंग का स्पर्श नहीं करने दिया गया.
स्टीव जॉब्स की पत्नी को काशी विश्वनाथ में शिवलिंग के स्पर्श से रोका, निरंजनी अखाड़ा ने कारण बताया है
Apple के को-फाउंडर Steve Jobs की पत्नी Laurene Powell Jobs ने काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन किए. लॉरेन पॉवेल निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी के साथ वाराणसी पहुंची थीं. लॉरेन प्रयागराज महाकुंभ में कल्पवास भी करेंगी.

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले पर निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी ने सफाई दी है. जिनके साथ लॉरेन पॉवेल जॉब्स काशी विश्वनाथ पहुंची थीं. कैलाशानंद गिरी ने बताया,
स्टीव जॉब्स की पत्नी ने हमारे साथ ही काशी विश्वनाथ में महादेव के दर्शन किए. उन्हें नियम के अनुरूप ही शिवलिंग को छूने की अनुमति नहीं दी गई क्योंकि भारतीय परंपरा के अनुसार गैर हिंदू धर्म के लोगों को शिवलिंग छूने की अनुमति नहीं होती है. इसलिए उनको बाहर से ही दर्शन कराया गया. मैं एक आचार्य हूं और परंपराओं का पालन करना मेरा काम है. वो मेरी बेटी हैं. और हमारी परंपरा को समझ रही हैं.
लॉरेन पॉवेल जॉब्स 13 जनवरी को काशी से प्रयागराज जाएंगी. यहां वो श्रीनिरंजनी अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी के शिविर में रुकेंगी. लॉरेंस महाकुंभ में 10 दिनों तक कल्पवास करेंगी. औऱ साधुओं की संगत में रहकर सनातन, अध्यात्म और भारतीय संस्कृति के बारे में जानेंगी.
स्वामी कैलाशानंद गिरी ने बताया,
पॉवेल यहां पूजा, ध्यान, तप और साधना करेंगी. हमने अनको अपना गोत्र दिया है. और उनका नाम पॉवेल से बदलकर कमला रखा गया है.
एप्पल के को-फाउंडर स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल दुनिया की सबसे धनी महिलाओं में शुमार हैं. जुलाई 2020 में पॉवेल और उनके परिवार को फोर्ब्स ने अरबपतियों की सालाना सूची में 59 वें स्थान पर रखा था. वहीं टाइम मैगजीन ने की बार पॉवेल को दुनिया की सबसे प्रभावशाली महिलाओं की लिस्ट में शामिल किया है.
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कल्पवास क्या है?कल्पवास एक तरह का व्रत होता है. जिसमें व्यक्ति एक तय समय के लिए विशेष नियमों का पालन करते हुए साधना करता है. कुंभ मेले में कल्पवास का मतलब है कि श्रद्धालु संगम के तट पर वेदों का अध्ययन और ध्यान करें. हिंदू मान्यताओं के मुताबिक कल्पवास करने से व्यक्ति के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं. और मोक्ष की प्राप्ति होती है.
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