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'टाटा के इतिहास का सबसे काला दिन... ' एयर इंडिया प्लेन हादसे पर ग्रुप के चेयरमैन ने लिखा पत्र

Tata Group के चेयरमैन N Chandrasekaran ने कहा है कि वो भी समझना चाहते हैं कि Ahmedabad Plane Crash में हुआ क्या. उन्होंने बताया है कि अब इस मामले पर आगे कैसे कार्रवाई होगी.

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एयर इंडिया का प्लेन एक मेडिकल हॉस्टल पर गिरा था. (तस्वीर: इंडिया टुडे/AP)

अहमदाबाद प्लेन क्रैश (Ahmedabad Plane Crash) को लेकर टाटा समूह के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन (Tata Group Chairman) ने एक बयान जारी किया है. एयर इंडिया का संचालन टाटा ग्रुप ही करती है. 12 जून को एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद हादसे का शिकार हो गई. प्लेन में 242 लोग सवार थे. इनमें से केवल एक की जान बच पाई. चंद्रशेखरन ने इसे टाटा समूह के इतिहास के सबसे ‘काले’ दिनों में से एक बताया है.

न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, चंद्रशेखरन ने अपने सहकर्मियों के लिए लिखा है,

ये बहुत मुश्किल समय है. (12 जून को) जो हुआ, वो समझ से परे है. हम (टाटा ग्रुप) सदमे और शोक में हैं. एक व्यक्ति को भी खोना, एक त्रासदी है. लेकिन एक साथ इतनी सारी मौतें होना समझ से परे है. ये टाटा समूह के इतिहास के सबसे ‘काले’ दिनों में से एक है. अभी शब्दों से सांत्वना नहीं मिल सकती, लेकिन मेरी संवेदनाएं दुर्घटना में मारे गए और घायल हुए लोगों के परिवारों के साथ हैं. हम उनके लिए यहां हैं.

'हम भी समझना चाहते हैं कि हुआ क्या है'

चंद्रशेखरन ने कहा है कि टाटा ग्रुप इस मामले की जांच के निष्कर्षों को लेकर पारदर्शी रहेगा. उन्होंने लिखा,

मैं कहना चाहता हूं कि, आप की तरह, हम भी समझना चाहते हैं कि क्या हुआ. हमें अभी नहीं पता, लेकिन हम समझ जाएंगे. आप जानते हैं कि पिछले 24 घंटों में भारत, ब्रिटेन और अमेरिका से जांच दल अहमदाबाद पहुंच चुके हैं. उन्हें हमारा पूरा सहयोग है और हम निष्कर्षों के बारे में पूरी तरह से पारदर्शी रहेंगे. हम परिवारों और प्रियजनों, हमारे पायलटों और चालक दल और आपके प्रति ऋणी हैं. टाटा समूह समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को गंभीरता से लेता है. और इसमें 12 जून को हुए हादसे के बारे में खुलकर बताना भी शामिल है.

एक रुटीन फ्लाइट के साथ ऐसा क्यों हुआ?

टाटा समूह के चेयरमैन ने दावा किया है कि उनके समूह ने पैसेंजर्स की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं किया. उन्होंने कहा है,

हम अभी इस आपदा के लिए स्पष्टीकरण की तलाश में हैं. हमारे चारों ओर बहुत सी अटकलें हैं. उनमें से कुछ सही हो सकती हैं, कुछ गलत भी हो सकती हैं. मैं धैर्य रखने का आग्रह करना चाहता हूं. हमने इस हादसे में बहुत सारे लोगों की जान जाते देखी. एक रुटीन फ्लाइट के साथ ऐसा क्यों हुआ? जांच पूरी करने के बाद प्रशिक्षित इनवेस्टिगेटर हमें ये समझाएंगे. एक बार जब हम तथ्यों की पुष्टि कर लेंगे, तो हम इस त्रासदी के बारे में अपनी ओर से सटीक जानकारी दे पाएंगे.

बहुत सारे लोगों के भरोसेमंद ग्रुप होने के नाते, हमने एयर इंडिया का अधिग्रहण किया. इसके यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना हमारी पहली और सबसे बड़ी प्राथमिकता थी. इस पर कोई समझौता नहीं किया गया.

चंद्रशेखरन का कहना है कि उनका समूह पीड़ित परिवारों के साथ खड़ा है और वो उनकी मदद करने के तरीके खोजेंगे.

वीडियो: एयर इंडिया को दी थी चेतावनी, पूर्व अफसर ने प्लेन क्रैश पर क्या बताया?