The Lallantop

पड़ताल: क्या ब्रिटेन के PM बोरिस जॉनसन ने कोरोना से ठीक होने के बाद पत्रकारों को चाय पर बुलाया?

वीडियो में बोरिस जॉनसन पत्रकारों से बात करते दिख रहे हैं.

Advertisement
post-main-image
वायरल वीडियो में किए जा रहे दावे का बैकग्राउंड क्या है?
दावा
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसके साथ में दावा किया जा रहा है कि कोरोना वायरस संक्रमण से ठीक होने के बाद उन्होंने पत्रकारों को चाय पार्टी पर बुलाया. इस वीडियो में ब्रिटिश पीएम को बिना मास्क के देखा जा सकता है.
वायरल मेसेज
 
(आर्काइव लिंक)
 अंग्रेज़ी में है, हम आपको उसका हिंदी अनुवाद पढ़वा देते हैं,
ये हैं ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन, जो हाल ही में COVID-19 संक्रमण से बचकर निकले हैं. कुछ रिपोर्टर उनके घर गए. पुरानी लाल ईंटों की दीवारों वाला उनका घर किसी गुमनाम सैन्य बंकर जैसा दिख रहा था. वहां की सड़कें बहुत संकरी थीं. रहने का कमरा बहुत छोटा था, इसलिए उन्हें रिपोर्टरों को घर के बाहर चाय पिलानी पड़ी. चाय के कप एक-दूसरे से काफ़ी अलग थे.
वो सादे कपड़े और उजड़े बालों में मिले, लेकिन चेहरे पर प्रधानमंत्री वाली मुस्कान के साथ.
This is the British Prime Minister Boris Johnson who had recently recovered from his COVID 19 illness. Some reporters visited his home which was looking like old abandoned military hut with very old red brick walls. The road was narrow and there is no tile; just like ordinary people living in a small lane. The living room was too small, so he had to hold the tea Tray and entertain the reporters outdoor. All the tea cups are of different kind. He met them with disheveled hair, casual clothes but with a confident smile of a Prime Minister. 👍👍👍
Posted by Afjal Khan
on Saturday, 2 May 2020
ये वीडियो ऐसे ही दावों के साथ सोशल मीडिया पर कई और भी यूजर 
ने भी शेयर किया.

पड़ताल
‘दी लल्लनटॉप’ ने वायरल वीडियो और साथ में शेयर किए जा रहे मेसेज की पड़ताल की. हमारी पड़ताल में ये दावा झूठा निकला.
हमने वायरल वीडियो को गौर से देखा. इस वीडियो के अंत में ‘द टेलीग्राफ़’ का लोगो दिखा. हमने इस क्लू के आधार पर यूट्यूब पर
की मदद से सर्च किया. पहले नंबर पर ही ‘द टेलीग्राफ़’ के यूट्यूब चैनल पर अपलोड हुआ वीडियो मिल गया. ये वीडियो 13 अगस्त, 2018 को अपलोड किया गया था. इसका टाइटल है,
Boris offers tea as he stays quiet over burqa row
(बुर्का विवाद पर मौन बोरिस चाय ऑफ़र करते हुए)
टेलीग्राफ़ के वीडियो की डीटेल्स.
टेलीग्राफ़ के वीडियो की डीटेल्स.


वीडियो के डिस्क्रिप्शन के अनुसार, बोरिस जॉनसन ने 'टेलीग्राफ़' में छपने वाले अपने कॉलम में बुर्क़े पर लिखने की वजह से शुरू हुए विवाद पर बोलने से मना कर दिया. हालांकि उन्होंने अपने घर के बाहर खड़े पत्रकारों को चाय भी ऑफ़र की. ये वीडियो तकीबन दो साल पुराना है. उस वक़्त COVID-19 का कोई नामोनिशान तक नहीं था.

अभी वायरल वीडियो और अगस्त, 2018 के वीडियो के एक फ़्रेम की तुलना करने पर हमें दोनों वीडियो एक जैसे ही लगे.
बाईं तरफ़ टेलीग्राफ़ पर अपलोड वीडियो का स्क्रीनग्रैब है तो दाईं तरफ़ अभी वायरल हो रहे वीडियो का. दोनों एक ही हैं.
बाईं तरफ़ टेलीग्राफ़ पर अपलोड वीडियो का स्क्रीनग्रैब है तो दाईं तरफ़ अभी वायरल हो रहे वीडियो का. दोनों एक ही हैं.


बीबीसी की रिपोर्ट
 
(आर्काइव लिंक)
 के मुताबिक़, ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन का नोवेल कोरोना वायरस टेस्ट 27 मार्च, 2020 को पॉजिटिव आया था. इसके बाद उन्हें प्रधानमंत्री आवास (10 डाउनिंग स्ट्रीट) में क़्वारंटीन होना पड़ा.

बोरिस जॉनसन के कोरोना संक्रमण की रिपोर्ट.
बोरिस जॉनसन के कोरोना संक्रमण की रिपोर्ट.


17 अप्रैल, 2020 की ‘द गार्डियन’ की रिपोर्ट
(आर्काइव लिंक)
में बोरिस जॉनसन के संक्रमित होने, आईसीयू में जाने और वहां से ठीक होकर लौटने की पूरी घटना का सिलसिलेवार ब्योरा दिया गया है. इस रिपोर्ट के अनुसार, बोरिस जॉनसन को तीन दिनों तक ICU में रहना पड़ा. 12 अप्रैल को उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई. उसी दिन उन्होंने एक वीडियो संदेश जारी कर नेशनल हेल्थ सर्विस (NHS) की नर्सों का शुक्रिया अदा किया.
undefined

13 अगस्त, 2018 की द एक्सप्रेस यूके की रिपोर्ट
(आर्काइव लिंक)
के मुताबिक़, वीडियो में दिख रहा घर ऑक्सफ़ोर्डशायर में है. फ़ॉरेन सेक्रेटरी का पद छोड़ने के बाद से वो यहां पर रह रहे थे.
बीबीसी की रिपोर्ट
(आर्काइव लिंक)
के मुताबिक़, ब्रिटेन की कंज़र्वेटिव पार्टी के उम्मीदवार बोरिस जॉनसन को 24 जुलाई, 2019 को ब्रिटेन का प्रधानमंत्री चुना गया.

बीबीसी की ख़बर.
बीबीसी की ख़बर.


अभी वायरल हो रहा वीडियो अगस्त, 2018 का है. उस वक्त न तो बोरिस जॉनसन ब्रिटेन के प्रधानमंत्री थे, न ही दुनिया में नोवेल कोरोना वायरस महामारी का संकट शुरू हुआ था.
नतीजा
COVID-19 से ठीक होने के बाद, ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन के पत्रकारों से मिलने का दावा पूरी तरह से झूठा है. वायरल हो रहा वीडियो 13 अगस्त, 2018 का है. उस वक़्त बोरिस जॉनसन ब्रिटेन के पीएम नहीं थे, न ही दुनिया में कोरोना वायरस का खतरा शुरू हुआ था.
बोरिस ने अपने कॉलम में बुर्क़े पर विवादित चीज़े लिखी थीं, जिस पर हंगामा हो रहा था. रिपोर्टर उनके ऑक्सफ़ोर्डशायर वाले घर के बाहर खड़े होकर उनके जवाब का इंतज़ार कर रहे थे. बोरिस ने जवाब देने से तो मना कर दिया, लेकिन रिपोर्टरों को चाय ज़रूर ऑफ़र की थी.
इस वीडियो का बोरिस जॉनसन के कोरोना संक्रमण से कोई संबंध नहीं है.

अगर आपको भी किसी ख़बर पर शक है
तो हमें मेल करें- padtaalmail@gmail.com
पर.

हम दावे की पड़ताल करेंगे और आप तक सच पहुंचाएंगे.

Advertisement

कोरोना वायरस से जुड़ी हर बड़ी वायरल जानकारी की पड़ताल हम कर रहे हैं. इस लिंक पर क्लिक करके जानिए वायरल दावों की सच्चाई.

Advertisement
Advertisement
Advertisement