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पड़ताल: क्या विक्रम लैंडर के अंदर मौजूद प्रज्ञान रोवर की बैटरी चालू हो गई है?

विक्रम लैंडर की लोकेशन मिलने के बाद जबर तरीके से फैल रहा है दावा.

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वायरल पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि प्रझान रोवर की बैट्री चालू हो गई है.

दावा

सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर के अंदर रखा प्रज्ञान रोवर मिल गया है. साथ ही प्रज्ञान रोवर की बैट्री एक्टिवेट होने का दावा किया जा रहा है. हम दावे को ज्यों का त्यों लिख रहे हैं. बिना भाषाई छेड़छाड़ के.
BiG BreakinG #इसरो : विक्रम के अंदर मिल गया #प्रज्ञान रोवर और बैट्री एक्टिवेट हो गई है बधाइयां...🇮🇳👍
वायरल पोस्ट.
वायरल पोस्ट.

इसे कई ग्रुप्स में शेयर किया जा रहा है. जैसे- 'वी सपोर्ट नरेंद्र मोदी' नाम के ग्रुप में इस पोस्ट को क़रीब 10 हज़ार रिएक्शन मिले हैं
. क़रीब 900 यूज़र्स ने इसे शेयर किया है. ये पोस्ट 9 सितंबर को दोपहर के 2 बजकर 36 मिनट पर किया गया था.
इस पोस्ट का आर्काइव लिंक आप यहां क्लिक करके देख सकते हैं
.

क्या है पोस्ट में?

चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर में प्रज्ञान रोवर है. इसरो ने कहा था कि प्रज्ञान चंद्रमा की सतह पर जाकर कई महत्वपूर्ण जानकारियां जुटाएगा. इसी के बारे में ग़लतबयानी हो रही है. ये किसी एक ग्रुप में नहीं हो रहा. कई सारे ग्रुप्स में यही स्टेटस पोस्ट किया गया है.
जैसे- राजपूतों के नाम से एक ग्रुप बना है (अगर आप राजपूत हैं तो Join कीजिये ये ग्रुप, देखते हैं FB पर कितने राजपूत है
✅). यहां पोस्ट किए स्टेटस पर 7300 से ज्यादा लोगों ने रिएक्ट
किया है. इसपर 200 से ज्यादा लोगों के कमेंट हैं और कमोबेश इतने ही लोग इस पोस्ट को शेयर कर चुके हैं. इस पोस्ट का आर्काइव लिंक
आप यहां क्लिक करके देख सकते हैं.
वायरल पोस्ट.
वायरल पोस्ट.

Mission 400+ for 2024 नाम के ग्रुप में भी इसी स्टेटस पर क़रीब 600 लोगों ने अबतक रिएक्ट किया है.
इस पोस्ट का आर्काइव लिंक
आप यहां क्लिक करके देख सकते हैं.

पड़ताल

इसरो से जुड़े दावे की पड़ताल के लिए सबसे प्रामाणिक सोर्स इसरो ही हो सकता है. इसलिए हमने इसरो के ट्विटर हैंडल और वेबसाइट जांची. दोनों जगह पर ऐसी कोई भी जानकारी उपलब्ध नहीं है. इसरो के आखिरी ट्वीट में यही लिखा है कि
विक्रम लैंडर को चंद्रयान -2 के ऑर्बिटर ने खोज लिया है. लेकिन अभी तक कोई संपर्क नहीं हो पाया. लैंडर (विक्रम) से संपर्क करने की सभी संभव कोशिशें की जा रही हैं.
इसरो ने ये ट्वीट 10 सितंबर को सुबह के 10 बजकर 20 मिनट पर किया है. यानी उस वायरल पोस्ट के बाद. न्यूज़ ऐजेंसी ANI ने भी इसरो के हवाले से यही जानकारी ट्वीट की है.

नतीजा

इसरो से मिली जानकारी के आधार पर इतना कहा जा सकता है कि विक्रम लैंडर की लोकेशन पता चल गई है. विक्रम लैंडर के अंदर ही प्रज्ञान रोवर है. लेकिन उससे संपर्क हो गया हो या फिर उसकी बैट्री चालू हो गई हो, ऐसी कोई भी जानकारी नहीं है. इसरो ने बैट्री चालू होने या प्रज्ञान रोवर से जुड़ी कोई भी और बात नहीं कही है. प्रज्ञान रोवर की बैट्री चालू होने की बात सरासर झूठ है.
अगर आप तक और भी कोई दावा पहुंचे,जिसकी सच्चाई पर आपको संदेह हो, तो हमें भेजिए padtaalmail@gmail.com पर. हम करेंगे दावे की पड़ताल और बताएंगे आपको उसकी सच्चाई.


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