Pathaan के ट्रेलर की शुरुआत जॉन अब्राहम या Shah Rukh Khan से नहीं होती. एक लोगो आता है, YRF Spy Universe का. इस ट्रेलर के साथ ही यश राज फिल्म्स ने अपना स्पाई यूनिवर्स लॉन्च किया है. इस यूनिवर्स के तहत कई सारे किरदारों को एक ही दुनिया का हिस्सा बनाया जाएगा. हमने मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स के बारे में सुना है. उसकी शुरुआत हुई थी 2008 में Iron Man से और अब तक चल रहा है. इंडियन सिनेमा में भी क्रिएटर्स ने अपने यूनिवर्स खड़े करना शुरू कर दिया है.
क्या है YRF स्पाई यूनिवर्स, जिस पर 600 करोड़ रुपए से ज़्यादा पैसा लग चुका है
जानिए YRF स्पाई यूनिवर्स में कौन-कौन सी फ़िल्में आने वाली हैं.

रोहित शेट्टी अपना कॉप यूनिवर्स बना रहे हैं. ‘सिंघम’ से इसकी शुरुआत हुई थी. फिर ‘सिम्बा’ और ‘सूर्यवंशी’ आईं, यहां तीनों फिल्मों से जुड़े किरदार नज़र आए थे. ‘कैथी’ बनाने वाले लोकेश कनगराज लोकेश सिनेमैटिक यूनिवर्स बना रहे हैं. 2022 में आई ‘विक्रम’ इसका पार्ट थी. KGF बनाने वाले प्रशांत नील भी अपना यूनिवर्स बना रहे हैं. बताया जा रहा है कि 2023 में आने वाली ‘सालार’ में KGF वाले यश दिखेंगे. यश राज हिंदी सिनेमा के सबसे बड़े सुपरस्टार्स को साथ लाकर अपना यूनिवर्स बना रहा है. इसकी शुरुआत कैसे हुई, इसमें अभी क्या एक मेजर दिक्कत है, YRF स्पाई यूनिवर्स का भविष्य क्या है, इन सभी पॉइंट्स पर बात करेंगे.
2012 में आई सलमान खान की फिल्म ‘एक था टाइगर’ को YRF स्पाई यूनिवर्स की पहली फिल्म माना जाता है. हालांकि उस समय ऐसा कोई प्लान नहीं था कि इससे एक यूनिवर्स शुरू किया जाए. फिल्म में सलमान ने एक रॉ एजेंट का किरदार निभाया जिसे एक जानकारी हासिल करनी है. इससे पहले कि वो पाकिस्तान के हाथ लगे. ‘एक था टाइगर’ को करीब 75 करोड़ रुपए की लागत में बनाया गया और इसने दुनियाभर में करीब 330 करोड़ रुपए कमाए. ‘एक था टाइगर’ 2012 की सबसे ज़्यादा कमाई करने वाली हिंदी फिल्म बनी.
‘एक था टाइगर’ का सीक्वल आया ओरिजनल फिल्म के पांच साल बाद. पहले पार्ट की कहानी पूरी तरह काल्पनिक थी. लेकिन ‘टाइगर ज़िंदा है’ की कहानी असली घटना पर आधारित थी. साल 2014 में ISIS ने इराक में 49 भारतीय नर्सों को बंधक बना लिया था. ‘टाइगर ज़िंदा है’ में आतंकी संगठन भारतीय नर्सों को बंधक बना लेता है. सलमान का कैरेक्टर टाइगर फिर उन्हें छुड़ाने जाता है. इसके बाद YRF की अगली बड़ी फिल्म थी ‘वॉर’. आदित्य चोपड़ा और सिद्धार्थ आनंद ने मिलकर ‘वॉर’ की कहानी लिखी थी. ‘वॉर’ में ऋतिक रोशन एक रॉ एजेंट बने थे जो बागी हो जाता है. ‘वॉर’ लिखने के दौरान आदित्य चोपड़ा को अपना यूनिवर्स बनाने का आइडिया आया. कि सारे रॉ एजेंट्स को एक साथ लाया जाए. फिर भी उस समय उन्होंने ‘वॉर’ को एक अलग फिल्म की तरह ही ट्रीट किया. उसमें किसी और फिल्म के किरदार या स्टोरी की हिंट नहीं डाली.
प्लान था कि हर यूनिवर्स के मुख्य किरदार की कहानी को सेट अप कर दिया जाए. अगर ‘वॉर’ में सलमान की फिल्म से जुड़ा कुछ दिखाया जाता, तो ऋतिक के किरदार कबीर को उसकी ज़रूरी स्पेस नहीं मिलती. ये एक सही कदम है. आप सफाई से अपने एक-एक किरदार की कहानी को पुख्ता कर दीजिए. पहले ही उनकी कहानी आपस में मिला देंगे तो लोगों को कन्फ़्युजन होगा. एक बड़ी हॉलीवुड फिल्म के साथ यही मसला हुआ था. वॉर्नर ब्रदर्स ने 2013 में आई Man of Steel से अपना DC यूनिवर्स शुरू किया. Batman Vs Superman इस यूनिवर्स की अगली फिल्म थी. बैटमैन, सुपरमैन और वंडर वुमन इस फिल्म में साथ आए थे. उसके बाद उनकी पूरी टीम को लेकर एक फिल्म बनाई गई थी. ये थी 2017 में आई Justice League. फ्लैश और सायबॉर्ग जैसे नए किरदारों को कहानी में जगह मिली. जबकि पहले आए बैटमैन और वंडर वुमन भी फिल्म का हिस्सा थे. ये कहानी सायबॉर्ग के लिहाज़ से अहम थी, लेकिन दिक्कत ये हुई कि फिल्म में उसे ही ठीक से जगह नहीं मिली. इतने सारे किरदारों को एक साथ दिखाना नुकसानदायक हुआ. इससे बेहतर आप सायबॉर्ग पर अलग से फिल्म बनाकर उनकी दुनिया दिखा सकते थे.
यश राज फिल्म्स ये गलती नहीं करना चाहता. इस यूनिवर्स के हीरोज़ के क्रॉसओवर से पहले ही आप उनकी अलग-अलग कहानियां देख चुके होंगे. YRF स्पाई यूनिवर्स के पास ये एक प्लस पॉइंट है. लेकिन यहां एक कमी भी है. जब भी आप किसी यूनिवर्स के हीरोज़ को साथ ला रहे हैं, तो उसका सीधा मतलब है कि उनका दुश्मन एक ही है. उनसे शक्तिशाली कोई विलेन है जिससे लड़ने के लिए उन्हें साथ आना पड़ा. MCU के शुरुआती फेज़ में ये विलेन थानोस था. उससे लड़ने के लिए कैप्टन अमेरिका, आयरन मैन समेत तमाम सुपरहीरोज़ को साथ आना पड़ा. YRF ने अब तक ऐसे किसी भी कॉमन विलेन को टीज़ नहीं किया है.
‘टाइगर’ से लेकर ‘वॉर’ तक विलेन रहे लोगों की कहानी सिर्फ उन फिल्मों तक ही सीमित रही. ‘पठान’ में जॉन अब्राहम विलेन बने हैं. फिल्म की जितनी भी फुटेज आई है, उसे देखकर लग रहा है कि उनके किरदार की कहानी ‘पठान’ में ही खत्म हो जाएगी. ऐसे में ऋतिक का किरदार कबीर, सलमान का किरदार टाइगर और शाहरुख का पठान साथ आएंगे तो किससे लड़ेंगे. इसका जवाब अब तक नहीं मिला है. खबरें चल रही थीं कि ‘पठान’ में दो पोस्ट क्रेडिट सीन दिखाए जाएंगे. संभव है कि उनमें आगे आने वाले विलेन की छवि दिखाई जाए. ‘पठान’ इस यूनिवर्स की चौथी फिल्म होगी. मगर ये पहली फिल्म होगी जहां किरदारों का क्रॉसओवर होगा. ‘वॉर’ में कर्नल लूथरा बने आशुतोष राणा फिल्म में नज़र आएंगे. सलमान खान भी कंफर्म कर चुके हैं कि वो फिल्म का पार्ट हैं. इसके बाद आने वाली ‘टाइगर 3’ में पठान का कैमियो होगा.
बताया जा रहा है कि ‘वॉर’ के सीक्वल में शाहरुख और सलमान दोनों नज़र आ सकते हैं. 'वॉर-2', ‘टाइगर-3’ ये फ़िल्में तो इस यूनिवर्स में आनी पक्की हैं. इसके अलावा 'पठान' की कहानी आगे बढ़ेगी ही. और भी बहुत कुछ घटेगा इस यूनिवर्स में. अपने इस यूनिवर्स के साथ YRF के लंबे प्लान हैं. ‘पठान’ से पहले इस यूनिवर्स को खड़ा करने में करीब 435 करोड़ रुपए लगाए जा चुके हैं. बदले में यश राज फिल्म्स ने 1374 करोड़ रुपए की सॉलिड कमाई भी की. ‘पठान’ का बजट 250 करोड़ रुपए बताया जा रहा है. उस हिसाब से YRF स्पाई यूनिवर्स पर अब तक करीब 685 करोड़ रुपए लग चुके हैं. ‘पठान’ को लेकर जिस तरह का बज़ बना हुआ है, लग रहा है कि ये इस यूनिवर्स की एक और कामयाब फिल्म साबित होने वाली है.
वीडियो: जॉन अब्राहम ने शाहरुख खान और पठान में अपने एक्शन सीन्स पर खुलकर बात की