फिल्म 'तेरे नाम' के एक सीन में सलमान खान. दूसरी तरफ फिल्म 'इमैका नॉडिगल' के एक सीन में अनुराग कश्यप.
तमिल नाडु में बालासुब्रमण्यम पलनीसामी नाम का एक लड़का था. शॉर्ट में लोग उसे बाला बुलाते थे. कॉलेज की पढ़ाई खत्म कर चुका था. फिल्म बनाना चाहता था. ऐसे में अरिवुमथी नाम के एक लिरिसिस्ट ने बाला की मुलाकात डायरेक्टर बालु महेंद्र से करवा दी. बालु की फिल्म पर बाला ने प्रोडक्शन असिस्टेंट के तौर पर काम करना शुरू किया. धीरे-धीरे असिस्टेंट डायरेक्टर बन गए. इस दौरान बाला ने अपने एक दोस्त की लाइफ से इंस्पायर्ड होकर स्क्रिप्ट लिखी. वो इस पर फिल्म बनाना चाहते थे. अपनी पहली फिल्म.
बाला जब कॉलेज में थे, तब उनका दोस्त एक लड़की के साथ प्रेम में पड़ा. जब प्रेम सफल नहीं हुआ, तो उसकी मानसिक स्थिति बिगड़ गई. हालत इतनी खराब हो गई कि मेंटल असाइलम में भर्ती करवाना पड़ा. इस पूरी घटना से बाला बड़े प्रभावित हुए. उन्होंने अपनी पहली स्क्रिप्ट इसी दोस्त की कहानी से प्रेरित होकर लिखी. जब उन्होंने ये फिल्म एक्टर्स को ऑफर करनी शुरू की, तो लोग इसमें काम करने से इन्कार कर देते. क्योंकि ये बड़ी ट्रैजिक स्टोरी थी. थक-हारकर बाला ने ये फिल्म अपने दोस्त विक्रम को ऑफर की. विक्रम दसियों साल से तमिल फिल्म इंडस्ट्री में स्ट्रगल कर रहे थे. तब तक उनके खाते में एक भी हिट फिल्म नहीं थी. फाइनली 'सेतु' नाम से बन रही इस फिल्म पर 1997 में काम शुरू हुआ. तमाम बाधाओं को पार करते हुए ये फिल्म 1999 में बनकर तैयार हुई. फिल्म बड़ी हिट हुई. विक्रम को रातों-रात स्टारडम मिल गया.
फिल्म 'सेतू' के एक सीन में लीडिंग एक्टर विक्रम.
# सलमान की जगह संजय कपूर थे, डायरेक्ट अनुराग कश्यप करने वाले थे
जब साउथ में ये फिल्म मचा रही थी, तभी इस पर हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की नज़र पड़ गई. प्रोड्यूसर्स 'सेतु' के रीमेक राइट्स खरीदने के लिए लाइन लगाकर खड़े हो गए. फिल्म के रीमेक राइट्स मिले राम गोपाल वर्मा को. रामू ने इस फिल्म की हिंदी स्क्रिप्ट लिखने का काम दिया अपने मेधावी राइटर अनुराग कश्यप को. 'शूल' फेम ईश्वर निवास 'सेतु' के हिंदी वर्ज़न को डायरेक्ट करने वाले थे. फिल्म के हीरो के तौर पर संजय कपूर चुने गए. गुज़रते वक्त के साथ चीज़ें बदलने लगीं. ईश्वर निवास दूसरी फिल्मों में व्यस्त होने की वजह से 'सेतु' रीमेक पर काम शुरू नहीं कर पा रहे थे.
ऐसे में सुनील मनचंदा और बोनी कपूर सीन में आते हैं. जब रामू ये फिल्म बना रहे थे, तो बोनी ने उनसे कहा कि वो फिल्म राइट्स उन्हें दे दें. राम गोपाल वर्मा मान गए. बोनी कपूर को रीमेक राइट्स मिलने के बाद फिल्म की स्क्रिप्ट में कई बदलाव हुए. फिल्म का हीरो बदल गया. डिस्ट्रिब्यूटर्स का कहना था कि अगर सलमान खान ये फिल्म करते हैं, तो वो इस फिल्म को खरीद लेंगे. ऐसे में संजय कपूर को हटाकर फिल्म में सलमान खान को कास्ट कर लिया. डायरेक्शन की ज़िम्मेदारी दी गई अनुराग कश्यप को.
# जब प्रोड्यूसर से अनुराग कश्यप को ग्लास खींचकर मारा
अनुराग कश्यप रियलिस्टिक सिनेमा में विश्वास रखने वाले फिल्ममेकर हैं. उन्होंने इस फिल्म को अपनी सिनेमाई समझ के हिसाब से अप्रोच करना शुरू किया. जब उन्हें पता चला कि इस फिल्म में सलमान खान काम कर रहे हैं, तो वो हिचके. क्योंकि इस फिल्म की कहानी उत्तर प्रदेश के मथुरा-आगरा जैसे इलाके में सेट थी. सलमान खान किसी भी एंगल से स्मॉल टाउन बॉय वाला फील नहीं देते. मगर फिर अनुराग ने चांस लिया. सलमान और अनुराग की मीटिंग हुई. अनुराग ने इस कैरेक्टर को प्ले करने से पहले सलमान को कई सारे सुझाव दिए. अनुराग कश्यप अपने एक इंटरव्यू में बताते हैं कि उनका सबसे ज़रूरी सुझाव ये था कि सलमान अपनी छाती पर बाल उगाएं. क्योंकि अनुराग खुद यूपी से आते हैं. उन्हें पता है कि वहां के लड़के किस तरह के होते हैं. जब अनुराग सलमान को छाती पर बाल उगाने की बात कह रहे थे, तब सलमान चुपचाप उन्हें घूर रहे थे. मीटिंग खत्म हुई, सब लोग अपने-अपने घर निकल गए.
अगले दिन अनुराग कश्यप को प्रोड्यूसर का फोन आया. वो प्रोड्यूसर से मिलने उसके घर पहुंचे. वो जैसे ही पहुंचे, प्रोड्यूसर ने उन्हें शीशे का ग्लास फेंककर मारा. ग्लास दीवार पर टकराकर चूर हो गया. अनुराग कुछ समझ पाते, उससे पहले ही प्रोड्यूसर ने उनसे चिल्लाते हुए कहा-
''साले! तू सलमान को बाल उगाने को बोलेगा!''
इस घटना के बाद अनुराग को बिना बताए फिल्म से बाहर कर दिया गया. सतीश कौशिक को नए डायरेक्टर के तौर पर इस फिल्म से जोड़ दिया गया. फिल्म का नाम अब तक आप समझ ही गए होंगे. 'तेरे नाम'.
फिल्म 'तेरे नाम' के पोस्टर पर डेब्यूतांत भूमिका चावला के साथ सलमान खान.
# सलमान खान ने 'तेरे नाम' के लिए बाल मुंडाए थे?
फिल्म 'तेरे नाम' में सलमान खान दो लुक्स में नज़र आते हैं. पहला वो बड़े बालों वाला लुक, जो देशभर में वायरल हो गया था. दूसरा, गंजा लुक. जब राधे का इलाज चल रहा होता है, तब डॉक्टर्स उसके सिर के बाल साफ कर देते हैं. उन सीन्स के लिए सलमान खान वाकई गंजे हुए थे. इससे ये सवाल खड़ा होता है कि जो सलमान छाती पर बाल उगाने को लेकर इतना इगोइस्टिक हो सकते हैं, उन्होंने अपने सिर के बाल कैसे मुंडा लिए? असल मसला ये था कि सलमान खान उन दिनों अपना हेयर ट्रांसप्लांट करवा रहे थे. क्योंकि उनके बाल काफी झड़ रहे थे. इस प्रोसीजर के लिए उनके सिर से बाल साफ करवाने थे. कमाल ये हुआ कि उनके ट्रांसप्लांट से फिल्म का शूटिंग शेड्यूल मैच हो गया. सलमान खान गंजे होकर बाल रोपवा आए और ये चीज़ फिल्म की ऑथेंटिसिटी में भी मददगार साबित हो गई.
फिल्म के बढ़े बालों वाले और गंजे लुक में सलमान खान.
# सलमान-ऐश्वर्या की लव स्टोरी पर बेस्ड थी 'तेरे नाम'?
ये फिल्म उस वक्त बन रही थी, जब सलमान खान अपनी लाइफ के सबसे बुरे दौर से गुज़र रहे थे. एक के बाद एक फिल्में पिट रही थीं. हिट एंड रन का मामला बड़ा हो चुका था. उनकी निजी ज़िंदगी में अलग भूचाल आया हुआ था. ऐश्वर्या राय के साथ उनके अलगाव की खबरें हेडलाइंस बना रही थीं. उस पर विवेक ओबेरॉय के प्रेस कॉन्फ्रेंस ने और बवाल कर दिया. सलमान खान नाम के इमेज की धज्जियां उड़ चुकी थीं.
ठीक इसी समय 15 अगस्त, 2003 को 'तेरे नाम' रिलीज़ होती है. इस फिल्म की टैगलाइन थी- 'Unfortunately, a true love story'.
इस टैगलाइन ने जनता को गुमराह कर दिया. लोगों को लगा कि ये कि सलमान और ऐश्वर्या की लव स्टोरी है. फिल्म के प्रोमोज़ में भी सलमान काफी हद तक वही करते दिख रहे थे, जो मीडिया रिपोर्ट्स में उन्हें ऐश्वर्या के साथ करते हुए बताया गया था. जबकि ये टैगलाइन बाला के दोस्त के बारे में बात कर रही थी, जिसकी कहानी पर बाला ने 'सेतु' बनाई थी. मगर ये कंफ्यूज़न फिल्म के लिए काफी मददगार साबित हुआ. लोग सलमान और ऐश्वर्या की लव स्टोरी को परदे पर घटते हुए देखने के लिए भीड़ लगाकर थिएटर्स में पहुंच रहे थे. देश के कई शहरों में 'तेरे नाम' की अडवांस बुकिंग ने पिछले पांच साल के सारे रिकॉर्ड्स तोड़ दिए थे.
एक मौके पर ऐश्वर्या राय के साथ सलमान खान. कई मीडिया रिपोर्ट्स में ये दावा किया गया कि सलमान ने ऐश्वर्या पर हाथ उठाया था
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# 'तेरे नाम' में जिस विलन से पिटे सलमान, 'वॉन्टेड' में उसी को पीटा
'तेरे नाम' में एक सीन है, जहां कुछ गुंडे सलमान को बुरी तरह पीट रहे हैं. इस मारपीट की घटना के बाद राधे की मानसिक स्थिति बिगड़ जाती है. इस सीन में कुछ गुंडे सलमान का सिर ट्रेन से कई बार टकराते हैं. इस सीक्वेंस में जो मेन विलन है, उनका असल नाम है महेंद्र वर्मा. महेंद्र एक्शन डायरेक्टर हैं और फिल्मों में छोटे-बड़े रोल्स भी करते रहते हैं. 'तेरे नाम' में जिस तरह उन्होंने सलमान को मारा था, 'वॉन्टेड' में ठीक उसी तरह सलमान उन्हें मारते हैं. एक्चुअली 'वॉन्टेड' और 'तेरे नाम' में कई सिमिलैरिटीज़ थीं. दोनों ही फिल्मों में सलमान का नाम 'राधे' था. दोनों ही फिल्मों में वो तकरीबन गुंडा टाइप रोल ही कर रहे हैं. दोनों ही फिल्मों में वो अपने किसी करीबी को खो देते हैं. खैर, 'वॉन्टेड' में एक सीन है, जहां सलमान महेंद्र वर्मा के कैरेक्टर को ट्रेन से टकराकर मारता है. 'तेरे नाम' का वो फाइट सीक्वेंस आप नीचे दिए लिंक पर क्लिक करके देख सकते हैं-
यशराज फिल्म्स 'स्पाई यूनिवर्स' बना रही है. रोहित शेट्टी 'कॉप यूनिवर्स' बना रहे हैं. सलमान खान का अपना ही यूनिवर्स चल रहा है, जहां वो इस तरह की चीज़ें करते रहते हैं. अब जैसे 'किक' फिल्म का ही एक सीन ले लीजिए. जब तुरही बजा रहे एक शख्स को देवी अपनी बाइक से टक्कर मारता है, तो उसे देवी में चुलबुल पांडे नज़र आने लगता है. भाई यूनिवर्स में सब चलता है.
बहरहाल, 'तेरे नाम' सलमान खान के करियर की सबसे ज़रूरी फिल्म थी. क्योंकि इस फिल्म की सफलता ने उन्हें प्रोफेशनल टर्मोइल से बाहर निकाला. सिनेमा के जानकार लोग मान चुके थे कि सलमान खान खत्म हो गया. 'तेरे नाम' से उनका कमबैक हुआ. मगर जब भी 'तेरे नाम' को एनालाइज़ किया जाता है, उसे एक रिग्रेसिव फिल्म की तरह देखा जाता है. क्योंकि इस फिल्म का हीरो प्यार के नाम पर लड़की को हैरस करता है. उसे किडनैप करता. उस पर हाथ उठाने की कोशिश करता है. सतीश कौशिक अपने एक इंटरव्यू में बताते हैं कि सलमान ने उन्हें इस फिल्म की मेकिंग के दौरान ही आगाह किया था. बकौल सतीश, सलमान ने उनसे कहा था कि ये फिल्म टिकट खिड़की पर तो परफॉर्म कर सकती है. मगर उनका कैरेक्टर नौजवान लोगों को गलत तरीके से इंफ्लूएंस करेगा. मगर यही वो फिल्म रही, जिसने सलमान खान नाम के फेनोमेना की शुरुआत की.