कुछ दिन पहले Akshay Kumar, Suniel Shetty और Paresh Rawal साथ आए. Hera Pheri 3 का प्रोमो शूट करने के लिए. बताया जा रहा है कि इस प्रोमो के ज़रिए ही फिल्म का ऑफिशियल अनाउंसमेंट किया जाएगा. हाल ही में सुनील शेट्टी ने फिल्म से जुड़ा एक लंबा चौड़ा पोस्ट लिखा. बात सिर्फ ‘हेरा फेरी 3’ पर ही नहीं की. किसी फिल्म को बनाने और उसे दुनिया तक पहुंचाने के लिए क्या-कुछ करना पड़ता है, ऐसी तमाम बातें बताई.
सुनील शेट्टी ने फिल्म बनाने से लेकर उसे बेचने तक का पूरा बिज़नेस समझा डाला है
सुनील ने बताया कि एक फिल्म किस तरह पैसा कमाती है.

सुनील शेट्टी ने अपने लिंक्डइन पोस्ट की शुरुआत में लिखा,
आखिरकार ‘हेरा फेरी 3’ बनने जा रही है. सेट पर अक्की और परेश जी के साथ काम करने को लेकर उत्साहित हूं. हर अच्छी चीज़ की तरह, इस फिल्म ने भी अपना समय लिया.
उन्होंने आगे लिखा कि फिल्में हमारे कल्चर का एक अहम हिस्सा हैं. फिर भी हम में से ज़्यादातर लोग नहीं जानते कि फिल्म बनाने के लिए क्या करना पड़ता है. जोड़ा कि क्रिएटिव चैलेंज के अलावा बिज़नेस मॉडल और उसकी ज़रूरत भी इसे चैलेंजिंग बनाती हैं. सुनील ने लिखा कि हर बिज़नेस की सफलता के पीछे कुछ कारण होते हैं – एक अच्छा आइडिया, अच्छी मार्केट रिसर्च, एक होनहार टीम, एक सॉलिड बिज़नेस प्लान, सही समय पर फंडिंग और एक मज़बूत डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क. सुनील ने आगे बताया कि मूवी बिज़नेस भी इसी तरह चलता है. सबसे बेसिक शुरुआत होती है एक अच्छी स्क्रिप्ट, एक्टर्स और डायरेक्टर से.
उन्होंने आगे फिल्म की फाइनैन्सिंग के बारे में बताया. यानी फिल्म पर पैसा कौन लगाता है. लिखा,
आमतौर पर स्टूडियो या प्रोडक्शन हाउस अपना पैसा लगाते हैं. कुछ बड़ी फिल्मों की फाइनैन्सिंग प्री सेल्स या डिस्ट्रीब्यूशन डील से होती है. जहां फिल्म रिलीज़ होने से पहले ही उसके डिस्ट्रीब्यूशन राइट्स किसी डिस्ट्रीब्यूटर या स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म को बेच दिए जाते हैं.
आगे बताया कि फिल्म बिज़नेस का बड़ा पक्ष है डिस्ट्रीब्यूशन. अपनी पोस्ट में लिखा कि एक बार फिल्म पूरी हो जाने के बाद या तो स्टूडियो डिस्ट्रीब्यूशन राइट्स किसी डिस्ट्रीब्यूटर को बेच देता है. या फिर वो किसी को कमिशन के आधार पर नियुक्त करते हैं. उस शख्स का काम होगा कि वो सिनेमाघरों के मालिकों से बात करे. फिल्म के लिए स्क्रीन्स बुक करे. ताकि फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज़ हो. कई बार डिस्ट्रीब्यूटर सिनेमाघर वालों को फिल्म के बॉक्स ऑफिस कलेक्शन का कुछ प्रतिशत भी देते हैं.
सुनील शेट्टी ने आगे कुछ और तरीके बताए कि एक फिल्म पैसा कैसे कमाती है:
# फिल्म का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन, फिर चाहे वो डॉमेस्टिक बॉक्स ऑफिस हो या इंटरनेशनल, उसकी कमाई का प्रमुख सोर्स है. फिल्म की कामयाबी कई चीज़ों पर टिकी होती है – जैसे स्टार कास्ट, जॉनर, म्यूज़िक और वो कितना बज़ बनाती है.
# उसके बाद आते हैं टीवी और ओटीटी राइट्स. पिछले कुछ समय में इन राइट्स की वैल्यू आसमान तक गई हैं. लेकिन अब सुधार आ रहा है.
# म्यूज़िक राइट्स भी कमाई का एक बड़ा ज़रिया है. आमतौर पर ये किसी म्यूज़िक लेबल को बेचे जाते हैं. उसके बाद वो लाइसेंसिंग और स्ट्रीमिंग के ज़रिए उस से पैसा बनाते हैं.
# कई फिल्में ब्रांड्स के साथ भी साझेदारी करती हैं. ताकि फिल्म में उनका प्रमोशन किया जाए
‘बाग़बान’ फिल्म याद कीजिए. वहां अमिताभ बच्चन का किरदार ICICI बैंक में काम करता है. कई मौकों पर ICICI बैंक की होर्डिंग दिखाई गई. ये ब्रांड के साथ की गई साझेदारी का एग्ज़ाम्पल है. सुनील शेट्टी ने अपने पोस्ट के अंत में लिखा कि वो 33 सालों से काम कर रहे हैं. 125 फिल्में बना चुके हैं. फिर भी उन्हें पूरी तरह इस बिज़नेस की समझ नहीं है.
वीडियो: 'हेरा फेरी 3' के लिए अक्षय कुमार और सुनील शेट्टी के साथ प्रोमो शूट पर भी परेश रावल ने बात की