The Lallantop

इन तीन डायरेक्टर्स ने बनाया है राजपाल यादव का करियर

राजपाल यादव ने अपना करियर बनाने के लिए तीन आदमियों का शुक्रिया अदा किया. एक ने उन्हें 'जंगल' दी, दूसरे ने 'हंगामा' और तीसरे ने 'छोटा डॉन' बना दिया.

Advertisement
post-main-image
राजपाल को उम्मीद है कि एक-दो साल बाद 'ढोल 2' पर काम शुरू हो जाएगा.

साल 2007 में Rajpal Yadav की फिल्म आई थी ‘ढोल’. फिल्म बॉक्स ऑफिस पर इतनी नहीं चली. लेकिन समय का चक्का चला और फिल्म पॉपुलर होती चली गई. राजपाल का कैरेक्टर मार्तंड यादगार हो गया. वो मार्तंड, जो ऋतु को इम्प्रेस करने की कोशिश में लगा था. वो मार्तंड जो अपने मामा के अंगूठे के नीचे दबकर झिल गया था. वही मार्तंड जो दुकान का नाम ‘थूक’ सुझाता था. ‘ढोल’ की बात अचानक से इसलिए हो रही है क्योंकि इसका दूसरा पार्ट बनने वाला है. हाल ही में राजपाल यादव ‘द लल्लनटॉप’ के न्यूज़रूम में पधारे थे. वहां उन्होंने अपनी लाइफ और करियर पर बात की. इसी बातचीत में ‘ढोल’ का ज़िक्र छिड़ा. राजपाल ने बताया कि फिल्म के दूसरे पार्ट की कहानी तैयार थी और वो पहले पार्ट से भी बेहतर है. 

Advertisement

राजपाल ने इस बारे में कहा,

प्रियन जी (प्रियदर्शन) कभी भी अपनी फिल्मों के सीक्वल बनाने के पक्ष में नहीं रहते. जब वो ‘हंगामा 2’ बना रहे थे तब मुझसे कहा कि पहली फिल्म है जिसका दूसरा पार्ट बनाना चाहता हूं, वो है ‘ढोल 2’. ‘ढोल 2’ की कहानी सुनने के बाद जाना कि इसकी कहानी ‘ढोल 1’ से कहीं ज़्यादा अच्छी है. प्रियन जी अभी 2024-25 तक बिज़ी हैं. मैं कई बार ‘ढोल 2’ का ज़िक्र कर चुका हूं. इस पर वो कहते हैं कि अभी टाइम नहीं है. 

Advertisement

राजपाल ने आगे बताया कि ‘ढोल 2’ की कहानी तैयार है. उन्हें अगर मौका मिला तो वो ये फिल्म ज़रूर करना चाहेंगे. उन्होंने कहा कि अगले एक-दो साल तक सब बिज़ी हैं. लेकिन उन्हें उम्मीद है कि उसके बाद प्रियदर्शन फिल्म पर काम शुरू कर देंगे. प्रियदर्शन के साथ फिर से काम करने का मौका मिले, इसे राजपाल जाने भी नहीं देंगे. वो अपने करियर में तीन लोगों के योगदान को सबसे अहम मानते हैं. पहले हैं राम गोपाल वर्मा जिन्होंने उन्हें ‘जंगल’ जैसी फिल्म दी. वो कहते हैं कि उसी फिल्म ने मुझे एस्टैब्लिश किया था. 

दूसरे नंबर पर आते हैं प्रियदर्शन जिन्होंने उन्हें ‘हंगामा’ दी’. ‘हंगामा’ में दोनों का सुर-ताल कुछ ऐसा बैठा कि उसके बाद ‘भागम भाग’, ‘ढोल’, ‘चुप चुप के’ और ‘भूल भुलैया’ जैसी फिल्में दे डालीं. तीसरे नंबर पर आते हैं डेविड धवन, जिन्होंने राजपाल को छोटा डॉन बना दिया. वरुण धवन ने भी ‘द कपिल शर्मा शो’ के एक एपिसोड में बताया था कि उनके पिता राजपाल यादव को मानते हैं. वो सेट पर आकर यही पूछते कि राजपाल कहां हैं. उन्हें अपने बेटे की तरह ट्रीट करते. राजपाल अपना फिल्मी करियर बनाने के लिए इन्हीं तीन डायरेक्टर्स का एहसान मानते हैं. राजपाल यादव का Guest in The Newsroom वाला एपिसोड आप नीचे देख सकते हैं:

वीडियो: गेस्ट इन दी न्यूजरूम: राजपाल यादव ने राजनीतिक पार्टी क्यों बनाई? ढोल-2 फिल्म, शाहरुख-सलमान के साथ काम करने पर ये बताया

Advertisement

Advertisement