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"विदेशी माता का पुत्र देशभक्त नहीं हो सकता..." राहुल गांधी पर दिए बयान पर क्या बोले मनोज मुंतशिर?

Manoj Muntashir ने 2022 में राहुल गांधी का नाम लिए बिना उन पर टिप्पणी की थी. इसके लिए उन्होंने चाणक्य का सहारा लिया था. उन्होंने कहा था कि चाणक्य कहते हैं, “विदेशी माता से पैदा हुआ पुत्र कभी भी देशभक्त नहीं हो सकता, ये डीएनए का प्रॉब्लम है." इस पर अब मनोज मुंतशिर का जवाब आया है.

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मनोज ने 'बैठकी' में ' आदिपुरुष' के संवादों पर भी बात की

Manoj Muntashir Shukla का हमारे खास प्रोग्राम 'बैठकी' में आना हुआ. यहां उन्होंने 'आदिपुरुष' से लेकर कविता चोरी करने तक के विवादों पर बात की. इसी क्रम में उन्होंने Rahul Gandhi पर इशारों-इशारों में की गई एक विवादित टिप्पणी पर अपना पक्ष रखा. उन्होंने कहा था "विदेशी माता से पैदा हुआ पुत्र कभी भी देशभक्त नहीं हो सकता, ये डीएनए का प्रॉब्लम है." विस्तार से बताते हैं कि मनोज ने इस पर क्या सफाई दी.

दरअसल भोपाल में दिसंबर 2022 में हुए एक कार्यक्रम में मनोज मुंतशिर ने राहुल गांधी पर टिप्पणी की थी. इसके लिए उन्होंने चाणक्य का सहारा लिया था. उन्होंने कहा था कि चाणक्य कहते हैं, “विदेशी माता से पैदा हुआ पुत्र कभी भी देशभक्त नहीं हो सकता, ये डीएनए का प्रॉब्लम है." मनोज का संदर्भ भारत और चीन के बीच हुई सैनिक मुठभेड़ था. छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने इस पर मनोज के बयान को आपत्तिजनक बताते हुए, उन्हें दिलबहलाऊ रचनाकार कहा था. बहरहाल मनोज की टिप्पणी से दो सवाल पनपे. पहला ये कि चाणक्य ने ये किस जगह कहा है या कहां लिखा है? चूंकि उन्होंने राहुल गांधी का नाम नहीं लिया था, इसलिए उनसे दूसरा सवाल बना कि भारतीय राजनीति में ऐसे कौन से लोग हैं, जिनके डीएनए में दिक्कत है?

चाणक्य को कोट करने पर मनोज ने जवाब दिया:

मैंने अभी नीरज पांडे के साथ मिलकर एक फिल्म लिखी है 'चाणक्य'. इसे लिखते समय हमने दो-तीन साल तक चाणक्य को खूब पढ़ा. एक बात समझ आई जो हिस्टोरिकल फैक्ट्स हैं, उनमें बहुत सारी किंवदंतियां हैं. कई सारी बातों का हमें सोर्स नहीं मिलता. ये कही-सुनी बातें हैं, उन्हें हम सुनते रहते हैं और आगे बढ़ते रहते हैं.

मनोज चन्द्रगुप्त मौर्य की शादी का जिक्र करते हुए कहते हैं:

ऐसा कहा जाता है कि सेल्यूकस की बेटी हेलेना के साथ चन्द्रगुप्त की शादी में चाणक्य ने ये शर्त रखी थी: इससे जो बेटा पैदा होगा, वो मगध का राजा नहीं बनेगा क्योंकि विदेशी माता से पैदा हुआ पुत्र कभी देशभक्त नहीं हो सकता. इसी बात से मेरा स्टेटमेंट निकला.

अब आई दूसरे सवाल का जवाब देने की बारी, किसके डीएनए में प्रॉब्लम है? इस पर मनोज ने कहा:

मैंने वहां किसी का नाम नहीं लिया था. ये बात आई ऐसे कि जिस दिन मेरा भोपाल में इवेंट था, उस दिन मैं टेलीविजन देख रहा था. इस देश के एक बहुत बड़े राजनेता हैं...

सौरभ द्विवेदी ने उनकी बात में ये जोड़ा कि वो संभवतः राहुल गांधी की बात कर रहे हैं. इस पर मनोज ने एक तरह से हामी भी भरी और अपनी बात आगे आगे बढ़ाते हुए कहा:

उन राजनेता ने एक स्टेटमेंट दिया. उसमें ये कहा जा रहा है कि हमारे सैनिक चीनी सैनिकों से पिट रहे हैं. मुझे ये भाषा मर्यादित नहीं लगी. अगर आपके सैनिक किसी वजह से पिट भी रहे थे; हालांकि वो पिट नहीं रहे थे पीट रहे थे, फिर भी अगर हमारे सैनिक बैकफुट पर भी हैं, तो भी आपको उनके बारे में सम्मान से बात करनी चाहिए. उनकी हिम्मत बढ़ानी चाहिए. पिट रहे हैं, सही स्टेटमेंट नहीं था.

मनोज का कहना था कि उन्होंने सिर्फ एक स्टेटमेंट दिया, उसे सही या गलत नहीं साबित किया. उनके अनुसार उन्होंने अपने स्टेटमेंट में चाणक्य को कोट किया. अब उनको आप सही और गलत साबित कर सकते हैं. इसके काउंटर में मनोज से पूछा गया कि अगर कोई विदेशी माता का पुत्र भारत में वफादार नहीं हो सकता, तो भारतीय माता (भारतीय मूल) के पुत्र और दामाद विदेश में वफादार हो सकते हैं! इसके लिए इंग्लैंड के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक समेत कई उदाहरण पेश किए गए.

मनोज मुंतशिर ने राहुल गांधी पर भद्दी बात कही, लोग उनके राहुल की तारीफ़ वाले पुराने ट्वीट्स खोद लाए

इस पर मनोज का कहना था:

जो चाणक्य ने कहा, उसे मनोज मुंतशिर ने प्रतिपादित नहीं किया है. मैंने ये नहीं कहा कि चाणक्य सही कह रहे हैं. हमने न ही उसका समर्थन किया. मैंने सिर्फ एक बात बताई है.

इस पर उनकी बात को काउंटर करते हुए कहा गया कि अगर आप किसी मसले पर किसी व्यक्ति को कोट करते हैं, तो इसका मतलब है कि आप अपनी बात को सही साबित करना चाहते हैं या उसमें वजन लाने के लिए ऐसा कर रहे हैं. ये भी कहा कि किसी पर जन्म, जेंडर या उसकी जाति को लेकर भेदभाव या टिप्पणी नहीं होनी चाहिए. इन सब काउंटर्स के बाद मनोज मुंतशिर ने अंत में कहा कि वो चाणक्य को कोट करते हुए सिर्फ सूचना दे रहे थे.

वीडियो: मनोज मुंतशिर ने कहा, आदिपुरुष के डायलॉग्स से आहत हुए लोगों से हाथ जोड़कर,बिना शर्त माफी मांगते हैं