Jaideep Ahlawat कमाल के डांसर हैं. इसकी झलक दुनिया ने Jewel Thief के Jaadu गाने में देख चुकी है. मगर उनके जिगरी तो सालों से उनकी इस ख़ूबी से वाकिफ़ हैं. उनके यार-दोस्त उन्हें ‘कटीली नचनिया’ बुलाते हैं. जिस लोच, जिस लचक के साथ वो हरियाणवी फोक डांस करते हैं, वो आज भी उनके दोस्तों को याद है. उनकी पीड़ा है कि जयदीप को ऐसे रोल क्यों नहीं मिल रहे, जिनमें उनका डांसिंग टैलेंट भी दुनिया के सामने आए. हाल ही में जब जयदीप The Lallantop के ख़ास कार्यक्रम Guest In The Newsroom में आए, तब डांस के इन किस्सों और कटीली नचनिया कहे जाने से जुड़े सारे वाकए सुनाए.
जयदीप अहलावत को 'कटीली नचनिया' क्यों बुलाते हैं उनके दोस्त?
जयदीप के दोस्त कहते हैं एक तरफ नागिन की लचक, दूसरी तरफ जयदीप की.

स्क्रीन अपनी कदकाठी और आब-ओ-ताब से बड़े सख़्त जान पड़ने वाले जयदीप के दोस्त कहते हैं कि एक तरफ़ नागिन की लचक, और दूसरी तरफ जयदीप की. इस बात का ज़िक्र हुआ तो हथेली से चेहरा छिपाते हुए, कुछ शर्माते और मुस्कराते हुए जयदीप बोले -
"हां ठीक-ठाक नाच लेते थे. कुछ दोस्त हैं हमारे कमबख्त जो मुझे 'कटीली नचनिया' बोलते थे. हैं कुछ आसपास अभी भी बैठे हुए. असल में हरियाणवी फोक डांस जो होता है, चाहे पुरुषों का डांस हो, उसमें भी एक लचक होती. एक अदा होती है. जो थोड़ी स्त्रैण होती है. आप देखिए हरियाणवी फाग-तमाशे, उसमें जो पुरुष नाचते हैं, उनके मूवमेंट्स काफी स्त्रैण हो सकते हैं. अगर लड़का उसको ठीक से हैंडल न करे तो! अगर वो चाहे तो फेमिनिन एलिमेंट बढ़ा सकता है. उसी स्टेप को करते हुए वो बहुत मैस्क्युलिन भी लग सकता है. यही इस नृत्य की सुंदरता है. उसे खेलने में बहुत मज़ा आता था. सॉफ्ट करना हो, तो कमर की लचक बढ़ा लो, नहीं तो युद्ध में जानेवाली एनर्जी से कर लो."
FTII (फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया) के बैच में राजकुमार राव और जयदीप खूब डांस किया करके थे. उन दिनों को याद करते हुए जयदीप कहते हैं,
"हां, राजू भी अच्छा डांसर है. बाकियों को मौका नहीं मिला है. डांसर और भी हैं. आएंगे वो निकलकर. मुझे यकीन है कि विजय (विजय वर्मा), सनी (सनी हिंदुजा) ये सब भी अच्छा डांस करते हैं. बारातों में तो सभी नाचे हैं ना. बस स्टेप्स करवाने के लिए कोई चाहिए."
पिछले दिनों फिल्म आई थी ‘ज्वेल थीफ’. बड़ी चर्चा हुई उसकी कि जयदीप डांस कर रहे हैं! इस बात पर जयदीप ने कहा,
“हां, बहुत चर्चा हुई. मगर जिसको पता था, वो कह रहे थे कि आखिरकार... कहीं तो नाचते हुए देखा तुम्हें. उनकी पीड़ा अलग है. कि यार इतने साल हो गए, कोई तुझे नाचने वाला किरदार नहीं दे रहा. जैसे वीनू (जयदीप के दोस्त) है, वो कभी भी अपने आर्मी वाले दोस्तों से मिलाता है, तो सब कहते हैं हां हमने पाताल लोक देखी है. वीनू की अगली लाइन रहती है, इसके अंदर जो कटीली नचनिया है ना, वो देखी नहीं है तुमने. वो सबसे ज्यादा खुश हुआ होगा उस दिन जब मुझे स्क्रीन पर नाचते देखा.”
जयदीप अहलावत स्कूल-कॉलेज के दिनों से ही डांस और थिएटर करने लगे थे. वो यूथ फेस्टिवल में डांस कोरियोग्राफ भी कर चुके हैं. आगे चलकर उन्होंने FTII से पढ़ाई की. और साल 2010 में ‘आक्रोश’ में पहली बार स्क्रीन पर नज़र आए. फिर वो ‘खट्टा मीठा’ और ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ में नज़र आए. मगर ‘राज़ी’ उनकी ब्रेकथ्रू फिल्म रही. जल्द ही जयदीप शाहरुख खान के साथ ‘किंग’ में नज़र आएंगे.
वीडियो: जयदीप अहलावत की आने वाली फिल्म के गाने Jaadu ने कमाल कर दिया