Salman Khan ने बतौर एक्टर Biwi Ho Toh Aisi (1988) से अपने करियर की शुरुआत की थी. ये फिल्म उन्हें बड़े ही 'स्टाइलिश' ढंग से मिली. ये बात खुद इसके डायरेक्टर JK Bihari ने बताई. बिहारी ने बताया कि उन्होंने सलमान को ये फिल्म उनकी चाल देखकर ऑफर की थी. साथ ही उन्होंने एक और बात स्पष्ट की. वो ये कि अगर उन्हें पता होता कि सलमान, फिल्म राइटर Salim Khan के बेटे हैं, तो वो उन्हें ये फिल्म कभी नहीं देते.
"पता होता कि सलमान, सलीम खान के बेटे हैं, तो मैं उन्हें अपनी फिल्म देता ही नहीं"
सलमान खान को उनकी वॉक देखकर पहली फिल्म ऑफर कर दी गई थी. डायरेक्टर ने उनका ऑडिशन तक नहीं लिया.


‘बीवी हो तो ऐसी’ में सलमान खान ने रेखा के देवर और फारूख़ शेख के छोटे भाई विक्रम का रोल किया था. बिहारी ने बताया कि वो अपनी फिल्म के लीड एक्टर्स के अलावा कादर खान, असरानी और बिन्दु की कास्टिंग कर चुके थे. अब वो एक ऐसे लड़के की तलाश में थे, जो फारूख़ के छोटे भाई का रोल कर सके. इस खोज में उनकी नज़र सलमान पर पड़ी. सिद्धार्थ कनन के साथ हुए इंटरव्यू में बिहारी बताते हैं,
"मैं अपने गैरेज में बैठा था, तभी देखा एक लड़का सड़क पार करके मेरी ओर आ रहा है. उसके हाथ में एक फाइल थी. सिर्फ़ उसकी वॉक देखकर ही मैंने तय कर लिया कि मैं इसे ही फिल्म में साइन करूंगा."
सलमान जैसे ही कुर्सी पर बैठे, बिहारी ने अनाउंस कर दिया कि वो उन्हें ही अपनी फिल्म में लेंगे. इस तरह सलमान को बिना ऑडिशन अपनी पहली फिल्म मिल गई. इस कास्टिंग बारे में बिहारी बताते हैं,
"वो मेरे पास आए और मुझसे बात की. मैंने तुरंत 'हां' कह दिया. उन्हें यकीन ही नहीं हुआ. उन्होंने अपने पिता का नाम नहीं लिया. अगर लेते, तो शायद मैं उन्हें कास्ट नहीं करता."
जेके बिहारी ने बताया कि वो सलीम खान के बेटे को काम क्यों नहीं देते. उनके मुताबिक, ये रोल सलीम खान जैसे बड़े राइटर के बेटे के लिहाज़ से काफ़ी छोटा था. इसलिए वो इसे सलमान को नहीं देते. मगर बाद में उन्हें सलीम और सलमान का कनेक्शन पता चला. उन्हें लगा कि सलमान खुद ही फिल्म से अलग हो जाएंगे. मगर ऐसा नहीं हुआ. उल्टा सलीम खान ने बिहारी से कहा कि उनकी तरह सलमान भी इंडस्ट्री में नए हैं. इसलिए दोनों को साथ में काम करने को लेकर कोई हिचक नहीं होनी चाहिए.

बिहारी के मुताबिक, फिल्म के प्रोड्यूसर ने सलमान के साथ तुरंत तीन फिल्मों की डील साइन कर डाली. मगर इसके लिए उन्हें बेहद कम पैसे दिए गए. शर्त ये रखी गई कि सलमान को जब कहा जाए, वो उनकी फिल्म करेंगे. चूंकि वो किसी भी तरह फिल्मों में ब्रेक चाहते थे, इसलिए वो ये शर्त मान गए. फिल्म आई, उन्हें पहचान मिली. इसके बाद 'मैंने प्यार किया' ने उन्हें रातों-रात स्टार बना दिया.
आज सलमान को फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखे 35 साल से ज़्यादा वक्त बीत चुका है. मगर आज भी वो अपने पहले ब्रेक और डायरेक्टर को याद करते हैं. इसका ज़िक्र करते हुए बिहारी ने कहा,
"मेरे हिसाब से ये पहला एक्टर है, जिसने मुझे मंच से इंट्रोड्यूस किया. मैंने उसे कोई बड़ा ब्रेक नहीं दिया था. कोई बड़ा स्टार वगैरह भी नहीं बनाया. बाद में उसकी पिक्चर चली और वो स्टार हो गया. लेकिन मैंने आजतक शाहरुख खान को भी नहीं देखा, न अक्षय कुमार को सुना, न किसी और को कि मुझे किसी ने एक्टर बना दिया या किसी ने इंट्रोड्यूस किया. इसने मेरी इतनी पब्लिसिटी की. ये तो जहां भी बोलता है, मेरा नाम लेता है."
सलमान ने जेके बिहारी से बना ये रिश्ता उनके बेटे के साथ भी निभाया. डायरेक्टर के मुताबिक, सलमान ने उनके बेटे को 'किसी का भाई, किसी की जान' मूवी में VFX इंचार्ज बनाया था. उन्होंने पूरी फिल्म में उन्हें साथ रखा. इसके अलावा उन्हें पर्सनली भी जब-कभी VFX का कोई काम होता है, तो वो JK बिहारी के बेटे को ही बुलावा भेजते हैं.
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