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'धुरंधर' में अपना किरदार देखकर नाराज़ है ये पाकिस्तानी नेता, कहा-"मैं बहुत दबंग था लेकिन..."

फिल्म में जमील जमाली यानी राकेश बेदी को एक मौकापरस्त नेता की तरह दिखाया गया है. मगर जिन नबिल गबोल पर ये रोल आधारित है, उन्हें इस किरदार से आपत्ति है.

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'धुरंधर 2' में राकेश बेदी के किरदार और अधिक स्क्रीनटाइम मिलने वाला है.

Dhurandhar में लगभग हर किरदार किसी-न-किसी रियल लाइफ़ इंसान से प्रेरित है. फिर चाहे वो Akshaye, Khanna, Sanjay Dutt या R Madhavan ही क्यों न हों. मगर कम लोगों को पता है कि Rakesh Bedi का जमील जमाली वाला कैरेक्टर भी एक पाकिस्तानी नेता से इंस्पायर्ड है. Nabil Gabol नाम के उन पॉलिटीशियन ने हाल ही में 'धुरंधर' देखी. वो इस मूवी से काफ़ी नाखुश नज़र आए हैं. मगर इसके पीछे उन्होंने फिल्म के तथाकथित एंटी-पाकिस्तानी एलीमेंट्स को नहीं, बल्कि जमील जमाली पोट्रेयल को दोषी ठहराया है. गबोल की मानें, तो वो रियल लाइफ़ में काफ़ी दबंग थे. मगर फिल्म में उन्हें झेंपू-सा दिखा दिया गया है.

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बता दें कि नबिल गबोल का संबंध पाकिस्तान पीपल्स पार्टी से है. उन्होंने अपना ये बयान एक पाकिस्तानी यूट्यूबर अहमद अहमद के चैनल पर दिया है. अहमद ने उनसे सवाल किया कि फिल्म में अपने किरदार को देखकर उनका क्या रिएक्शन था. इस पर गबोल ने कहा,

"मेरा तो बड़ा ही ज़रूरी किरदार दिखाया गया है धुरंधर में. अभी तक मुझे इतने मीडिया और पॉडकास्ट वाले कह रहे हैं कि आप अपना इंटरव्यू दें. वो मैं दूंगा कराची जाकर. लेकिन मैं सिर्फ़ यही कहूंगा कि धुरंधर में जो मेरा रोल दिखाया गया है- मेरा रोल बहुत दबंग था. इन्होंने मेरे रोल को सही नहीं दिखाया है."

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गबोल आगे बड़ा दावा करते हुए कहते हैं,

"इन्होंने कोशिश की है ल्यारी को टेररिस्ट हब दिखाने की. ल्यारी कोई टेररिस्ट हब नहीं है. अगर इनका कोई एजेंट आ जाता, तो वो जिंदा सलामत ल्यारी से नहीं जाता."

गबोल से पूछा गया कि वो 'धुरंधर' के खिलाफ़ इंटरनेशनल कम्युनिटी में क्यों नहीं जाते? इस पर वो कहते हैं,

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"ये अरब और गल्फ़ देशों की मेहरबानी है कि उन्होंने इस फिल्म पर बैन लगा दिया है. गल्फ़ के सभी देशों में धुरंधर की नुमाइश नहीं होगी. इंटरनेशनल कम्युनिटी में जाने के लिए बहुत पैसे चाहिए और मेरे पास इतने पैसे हैं नहीं."

फिल्म में जमील जमाली यानी राकेश बेदी को एक मौकापरस्त नेता की तरह दिखाया गया है. वो कहानी में फ़न एलीमेंट्स लाते हैं. मगर नैरेटिव के लिहाज से ये बेहद ज़रूरी किरदार है. राकेश बेदी ने खुद कई इंटरव्यूज़ में बताया है कि उनका कैरेक्टर एक असली नेता से प्रेरित है. हालांकि इस दौरान वो किसी का भी नाम लेने से बचते रहे थे. मगर अब नबिल गबोल ने खुद ही सामने आकर इस फिल्म पर अपनी राय रख दी है.

वीडियो: धुरंधर गल्फ देशों में पूरी तरह बैन, एंटी-पाक थीम पर आपत्ति

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