किसी को कॉल लगाते वक्त उनकी आवाज आए या न आए, Amitabh Bachchan की आवाज़ जरूर आ जाती है. 'देवियों और सज्जनों' से शुरू होने वाली उनकी ये भारी-भरकम अनाउंसमेंट साइबर फ्रॉड से लोगों को सावधान करती है. पिछले काफी समय से हर कॉल पर उनकी ये कॉलर ट्यून सुनाई पड़ती है. मगर आज के बाद आपको ये रिकॉर्डेड मैसेज सुनाई आना बंद हो जाएगा. इसके पीछे की बड़ी वजह अमिताभ के हालिया ट्वीट को बताया जा रहा है. जिसमें उन्होंने सरकार पर इसका ठीकरा फोड़ा था.
अमिताभ बच्चन ने सरकार को ऐसा क्या बोल दिया कि उनकी कॉलर ट्यून बंद हो गई?
लोग अमिताभ बच्चन से गुस्साए कि इमरजेंसी कॉल से पहले भी उनकी आवाज़ सुननी पड़ती है. बच्चन ने सारा ठीकरा सरकार पर फोड़ दिया.

अमिताभ जितना फिल्मों में एक्टिव हैं, उतना ही सोशल मीडिया पर भी. समय-समय पर वो X के जरिए लोगों से बातचीत भी करते हैं. इनमें से कई के स्क्रीनशॉट भी इंटरनेट पर खूब वायरल होते हैं. हाल ही ऐसी ही एक बातचीत के दौरान एक यूजर ने साइबर फ्रॉड वाली इस कॉलर ट्यून पर उन्हें टोक दिया. अंजली नाम की इस यूजर ने लिखा,
"ये कॉलरट्यून भारत सरकार द्वारा जागरूकता के लिए लगाई गई थी. खासकर साइबर फ्रॉड से बचाने के लिए. मगर कई लोग अब इससे परेशान या बोर हो चुके हैं. क्योंकि हर कॉल पर वही बात सुननी पड़ती है. ये बात अब काफी लोगों को पता चल चुकी है, तो ट्यून अपनी उपयोगिता खो रही है."
इस बात पर अमिताभ बच्चन ने अपना पल्ला झाड़ते हुए लिखा,
"अब इसका उत्तर तो भारत सरकार ही दे सकती है. हमारा इसमें दोष नहीं. कुछ कहना हो तो मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स को आप लिख सकते हैं."

इससे पहले भी अमिताभ को इस बात के लिए सोशल मीडिया पर कई और लोग भी टोक चुके थे. अमिताभ ने उन्हें भी सरकार की तरफ टरका दिया. उनके मुताबिक, उन्होंने वही किया, जो सरकार ने उनसे करने कहा था. ये कहना भर था कि दो दिन बाद खबर आ गई कि अब फोन पर अमिताभ की ये कॉलर ट्यून सुनाई नहीं देगी. अब ये इत्तेफ़ाक है या कुछ और, कह नहीं सकते. कुछ रिपोर्ट्स ये कहती हैं कि सरकार का अवेयरनेस कैम्पेन पूरा हो गया था, इसलिए इसे रोक दिया गया. वहीं कुछ लोगों का ये भी मानना है कि अमिताभ के वायरल ट्वीट की वजह से उनकी कॉलर ट्यून बंद कर दी गई है
अमिताभ बच्चन सरकार के कई सोशल अवेयरनेस कैम्पेन का चेहरा रहे हैं. इन कामों के लिए वो कोई पैसा भी चार्ज नहीं करते. ये कॉलरट्यून भी ऐसे ही एक कैम्पेन के लिए बनाया गया था. सरकार लोगों को साइबर फ्रॉड के प्रति जागरूक करना चाहती थी. इसके लिए उन्होंने अमिताभ को अपनी आवाज के रूप में चुना. जनता के बीच उन्हें एक गंभीर और भरोसेमंद शख्सियत के रूप में देखा जाता है. कुछ दिनों तक लोगों ने इस कॉलरट्यून को सहा भी. मगर फिर धीरे-धीरे लगातार इसकी शिकायतें आने लगीं. लोगों का कहना था कि जब भी उन्हें किसी इमरजेंसी के लिए कॉल करना होता है, तब उन्हें मजबूरन ये आवाज सुननी पड़ती है. खैर, वजह जो भी हो. खबर लिखे जाने तक इस रिकॉर्डेड मैसेज का सुनाई देना बंद हो चुका है.
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