बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2 अप्रैल को कहा था-
बिहार के लोग, जो दूसरे राज्यों में हैं. उनमें से कई लोगों ने फोन करके हमें अपनी समस्याएं बताई. हमें पता चला है कि 1 लाख, 60 हज़ार से ज्यादा लोग फंसे हुए हैं. उन लोगों को राशनकार्ड के जरिए खाते में मदद के लिए 1000 रुपये हमलोग भेजने जा रहे हैं. इसके साथ ही हम संबंधित राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं.
भी शेयर किया गया. कहा गया कि उस लिंक के जरिये ऐप इंस्टॉल कर सही जानकारी देने के बाद पैसे ट्रांसफर कर दिए जाएंगे. इसी संबंध में एक प्रेस रिलीज़
भी जारी की गई.
इसके बाद 6 अप्रैल को एक और प्रेस रिलीज़
शेयर की गई. इसमें कहा गया कि राज्य के बहार लॉकडाउन में फंसे मजदूरों और जरूरतमंद लोगों के लिए सहायता राशि पहुंचाने वाला देश का पहला राज्य बना बिहार.

बिहार सरकार के प्रेस रिलीज़
ध्यान रहे कि इस योजना का फायदा सिर्फ उन्हें ही मिल सकेगा जो बिहार राज्य के मूल निवासी हैं और मौजूदा वक्त में कोरोना वायरस के कारण बिहार से बाहर फंसे हुए हैं. योजना का लाभ उठाने के लिए आपके पास आधार कार्ड होना जरूरी है. साथ ही बिहार में बैंक अकाउंट का होना भी जरूरी है.
कोई कैसे इस स्कीम का फायदा उठा सकता है?
- सबसे पहले इस लिंक
पर जाएं. - इसके बाद आपको 'बिहार कोरोना तत्काल मोबाइल ऐप' डाउनलोड और इंस्टॉल करना होगा. - इसके बाद आधार कार्ड की कॉपी, नाम, मोबाइल नंबर, बैंक खाता, आईएफएससी कोड जैसी जानकारियां देनी होंगी.
इसके बाद आगे के निर्देशों को फॉलो करना होगा. अमाउंट बताए गए बैंक खाते पर भेजा जाएगा.
लल्लनटॉप अपील
यह योजना उन लोगों के लिए शुरू की गई है जो कोरोना के लॉकडाउन जैसे काल में अपने प्रदेश में नहीं हैं. कहीं दूर फंसे हुए हैं. जिन्हें राशन के लिए दिक्कत हो रही है. ऐसे में इसके लिए सिर्फ वही लोग अप्लाई करें जिन्हें वाकई जरूरत हो.
अगर कोई दिक्कत हो तो cmrf.sadm@gmail.com यहां संपर्क कर सकते हैं. साथ ही इस लिंक पर क्लिक
करके दिए गए मोबाइल नंबर पर भी संपर्क कर सकते हैं.
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