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अनुराग ने जॉन अब्राहम को बुरे एक्टर का रोल ऑफर किया, जॉन बोले, लोग पहले ही बुरा एक्टर मानते हैं

Anurag Kashyap ने बताया कि जिस वक्त उनके दिमाग में No Smoking का आइडिया कौंध रहा था, उस वक्त उनकी दो फिल्में पहले से ही रिलीज़्ड के लिए अटकी थीं.

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जॉन अब्राहम और अनुराग कश्यप (बाएं), 'नो स्मोकिंग' फिल्म में जॉन अब्राहम.

Anurag Kashyap और John Abraham की साल 2007 में एक फिल्म आई थी. नाम था No Smoking. इस फिल्म को लेकर कई तरह की कंट्रोवर्सी हुई. मगर बाद में फिल्म को अच्छे रिव्यूज़ मिले. रिसेंटली इस फिल्म को बनाने का किस्सा अनुराग ने शेयर किया. उन्होंने बताया कि नो स्मोकिंग से पहले उन्होंने जॉन को एक और फिल्म ऑफर की थी. क्या है पूरा किस्सा, आइए बताते हैं.

'नो स्मोकिंग' की कहानी एक चेन स्मोकर की है. इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए अनुराग ने बताया कि जिस वक्त उनके दिमाग में 'नो स्मोकिंग' का आइडिया कौंध रहा था उस वक्त उनकी दो फिल्में पहले से ही रिलीज़्ड के लिए अटकी थीं. इनके नाम थे 'पांच' और 'ब्लैक फ्राइडे'. अनुराग कहते हैं,

''मेरे पास एक ही साल में तीन फिल्में थीं. 'ब्लैक फ्राइडे', 'नो स्मोकिंग' और 'रिटर्न ऑफ हनुमान'. उन दिनों मैं बस फिल्में बनाना चाहता था. कोई भी फिल्म.''

अनुराग कहते हैं

''उस वक्त 'ब्लैक फ्राइडे' बैन हो गई थी. उसके बाद विशाल भारद्वाज ने 'ओमकारा' बनाई थी. उन्होंने मुझे फोन किया और कहा, देखो 'ओमकारा' चल गई है, मैं एक और फिल्म प्रोड्यूस कर सकता हूं. तुम्हारे पास कोई स्क्रिप्ट है? मेरे दिमाग में 'नो स्मोकिंग' चल रही थी. जॉन अब्राहम ने मुझे फोन किया क्योंकि वो मेरे साथ काम करना चाहते थे. उन्होंने 'वॉटर' फिल्म में काम किया था. जिसकी डायरेक्टर दीपा मेहता ने उनसे कहा था कि अनुराग के साथ काम ज़रूर करना. मैं बहुत डेस्प्रेट था, मेरे पास पैसे नहीं थे. मैं रिक्शे में था और मैंने जॉन से कहा कि उनसे मिलने आ रहा हूं.''

अनुराग ने बताया कि वो उसी वक्त जॉन के घर पहुंच गए. अनुराग आगे जोड़ते हैं,

''मेरे दिमाग में ऑलरेडी 'नो स्मोकिंग' की स्टोरी चल रही थी. मैं उसे लिख रहा था. मगर लगातार ये सोच रहा था कि इस फिल्म में काम कौन करेगा. मैं जॉन से मिलने तो जा रहा था मगर उसे कोई अच्छा एक्टर बोलता नहीं था. मैंने भी उनकी कोई फिल्म नहीं देखी थी. सब कहते थे कि वो अच्छा एक्टर नहीं है. मगर मैं जब उनसे मिला तो वो बहुत ही बेहतरीन इंसान थे. मेरे दिमाग में उनके लिए जो स्टोरी थी वो एक बुरे एक्टर की थी. ऐसा एक्टर जिसे काम नहीं मिलता.''

''मैं जब जॉन से मिला, मैंने उन्हें इस आइडिया के बारे में बताया तो जॉन बोले, ''यार लोग मुझे पहले से ही खराब एक्टर मानते हैं, तुम मुझे इस फिल्म में क्यों लेना चाहते हो. क्या तुम्हारे पास कोई और स्क्रिप्ट नहीं है जिसमें मैं परफॉर्म कर सकूं?''''

अनुराग ने बताया कि इसी के बाद उन्होंने जॉन को 'नो स्मोकिंग' सुनाई और जॉन को वो बहुत पसंद आई. जॉन ने फिल्म के लिए हां कह दिया. उन्होंने अनुराग को पैसे भी दिए. जिससे वो वापिस यूएस गए और वहां 'नो स्मोकिंग' और 'रिटर्न ऑफ हनुमान' की स्क्रिप्ट लिखी. अनुराग ने बताया की बुरे एक्टर वाली स्टोरी पर भी उन्होंने फिल्म जो फिल्म बनाई थी, वो थी साल 2013 में आई 'अग्ली'. जिसमें राहुल भट, सुरवीन चावला, विनीत कुमार, सिद्धांत कपूर और अबीर गोस्वामी जैसे कलाकार थे.

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