डिज़्नी प्लस हॉटस्टार पर एक तमिल हॉरर कॉमेडी फिल्म आई है. नाम है ‘एनाबेल सेतुपति’. पिछले हफ्ते हॉटस्टार पर एक और हॉरर कॉमेडी फिल्म आई थी, ‘भूत पुलिस’. जो हॉरर और कॉमेडी, दोनों में ही बैलेंस बिठाने में नाकाम रही. ‘एनाबेल सेतुपति’ को तमिल के साथ तेलुगु और हिंदी में भी रिलीज़ किया गया है. लीड में हैं दो कमाल के एक्टर्स, विजय सेतुपति और तापसी पन्नू. ‘स्त्री’ और ‘भूतेर भभिश्यत’ जैसी फिल्मों को छोड़ दें तो ज्यादातर इंडियन हॉरर कॉमेडी फिल्में भुलाने लायक ही हैं. क्या ‘एनाबेल सेतुपति’ भी आई गई फिल्मों की लिस्ट में रखने लायक है या ये एक जेन्युइन हॉरर कॉमेडी फिल्म बनकर उभरी है, यही जानने कें लिए हमने भी फिल्म देख डाली. जानते हैं कि क्या अच्छा लगा और क्या नहीं.
# लिख के देता हूं, कोई चाय काम नहीं करेगी
एक दो तीन चार पांच छह, नहीं हम माधुरी दीक्षित वाला गाना नहीं गा रहे. बस ये गिन रहे हैं कि ऐसी कहानी कितनी बार देख चुके हैं. एक हवेली है. जहां भूत बसे हैं. मतलब एक दो नहीं, पूरा परिवार. वो उस हवेली से आज़ाद होना चाहते हैं. लेकिन हो नहीं सकते. वजह है कि कोई खास इंसान आकर ही उनकी मुक्ति का रास्ता बन सकता है. किसी वजह से तापसी और उनके परिवार को हवेली में आना पड़ जाता है. अब सारे भूतों की उम्मीद तापसी के किरदार रुद्रा से है. कि शायद वो उन्हें आज़ाद करा सके.

ये देखकर डर लगे, बस इतना ही हॉरर है फिल्म में.
सैकड़ों कहानियों की तरह यहां भी रुद्रा का हवेली से कुछ कनेक्शन है. वो क्या है और उसे खोजकर रुद्रा उसका क्या करती है, ये फिल्म का प्लॉट है. एक तो ये भूत कब तक हवेली में रहेंगे. हमने ‘ओ माइ गॉड’ में अक्षय कुमार बने भगवान कृष्ण को मॉडर्न रूप दे दिया. ‘वाह लाइफ हो तो ऐसी’ में संजय दत्त के यमराज को सूट पैंट पहना दिया. लेकिन हमारे भूत बेचारे अब तक पुराने ज़माने के कपड़े पहन हवेलियों में ही भटक रहे हैं. जो ये कहते हैं कि चाय अच्छी से अच्छी नींद तोड़ सकती है, तो उन्हें एक बार ‘एनाबेल सेतुपति’ देखनी चाहिए. सारे भ्रम टूट जाएंगे. रात को जल्द सोने के लिए एएसएमआर वीडियोज़ की ज़रूरत नहीं पड़ेगी. बस ये मूवी लगाइए और काम हो गया.