The Lallantop

" 'एनिमल' पसंद नहीं, तो अक्षय कुमार का पैड वाला ऐड देखो": सिद्धांत कार्णिक

Animal के एक्टर Siddhant Karnick ने फिल्म को डिफेंड किया है. इन्होंने फिल्म में Ranbir Kapoor के बड़े जीजा, Varun का किरदार निभाया था.

post-main-image
एनिमल में रणबीर के बड़े जीजा, वरुण का किरदार में दिखे थे सिद्धांत कार्णिक.

Ranbir Kapoor की Animal थिएटर्स में चल रही है. ये फिल्म दुनियाभर से 800 करोड़ रूपए के आसपास कलेक्शन कर चुकी है. 'एनिमल' की सक्सेस ने फिल्म के एक्टर्स को रातों-रात पॉपुलर कर दिया है. फिल्म के पोलराइज़िंग रिव्यूज़ के बाद भी ये बॉक्स ऑफिस पर अच्छा परफॉर्म कर रही है. फिल्म के एक्टर्स लगातार इंटरव्यूज दे रहे हैं. इसी बीच फिल्म में रणबीर के बड़े जीजा, वरुण का रोल करने वाले एक्टर Siddhant Karnick का एक इंटरव्यू भी आया. इसमें वो ‘एनिमल’ के हाइपर वायलेंट और हाइपर मैस्क्युलिन स्टैंड का बचाव कर रहे हैं. उनका कहना है कि अगर किसी को पब्लिक सर्विस अनाउंसमेंट देखनी है, तो वो थिएटर में कुछ मिनट पहले आकर Akshay Kumar की Sanitary Pad वाले ऐड देखे.

सिद्धांत को इंडस्ट्री में लगभग 20 साल हो गए हैं. मगर उन्हें असली पहचान मिली ‘एनिमल’ से. इंडियन एक्सप्रेस के साथ हुई बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि फिल्म के बाद लोगों का उनकी तरफ नज़रिया बदल चुका है. लोग उनके हुनर की और उनके काम की इज्ज़त करने लगे हैं. हालांकि उनके लिए ये फिल्म बेहद मुश्किल रही. क्योंकि ‘एनिमल’ में वो एक ग्रे शेड वाला किरदार निभा रहे हैं. जब सिद्धांत से फिल्म का चुनाव करते हुए एक्टर्स की नैतिक ज़िम्मेदारी के बारे में पूछा गया. इस पर उन्होंने कहा,

“मैं एक ऐसी फिल्म बनाऊंगा जो एंटरटेनिंग है, और अपने सब्जेक्ट के प्रति ईमानदार है. वहीं दूसरी तरफ मैं एक पब्लिक सर्विस अनाउंसमेंट (PSA) बनाऊंगा. लोगों को ये बताने के लिए कि उन्हें सोसाइटी में कैसे पेश आना चाहिए. अगर मैं एक PSA बनाऊंगा, तो वो थिएटर्स में 3 दिन भी नहीं टिकेगी. जिनको ऐसी पब्लिक मैसेज ऐड्स देखनी हैं, उन्हें थिएटर में फिल्म शुरू होने से पहले आना चाहिए और अक्षय कुमार को सैनिटरी पैड्स के बारे में बताते हुए सुनना चाहिए. उन्हें उस ऐड में धूम्रपान के नुकसान देखने चाहिए, जो एनिमल में दिखाए हुए वायलेंस से ज़्यादा ख़राब है. आप एंटरटेन होने के लिए पैसे दे रहें हैं. खैर, मैं ये समझ चुका हूं कि मैं सबको खुश नहीं रख सकता. जिसे भी मेरी फिल्म से परेशानी है वो जाके ये पब्लिक सर्विस एड्स देखे.” 

इस इंटरव्यू में सिद्धांत ने आर्ट से जुड़े नज़रिये के बारे में भी बात की. खुद को एक स्टोरी टेलर बताते हुए उन्होंने कहा,  

“हमारा काम है आपको प्रतिक्रिया देने पर मजबूर करना. आप कैसे रिएक्ट करते हो, ये मेरी ज़िम्मेदारी नहीं है. आर्ट का काम है, आपको कोई भाव महसूस कराना. आप उसे लेकर जैसा महसूस करते हैं, वो आपका नज़रिया है. लोग मेरी फिल्म के बारे में बात कर रहे हैं, मेरा काम हो गया. भले ही लोग इसकी तारीफ़ करें, या इसकी बुराई करें, मेरा काम हो चुका है. अगर मेरा काम लोगों को बात करने पर मजबूर कर रहा है, तो ये मेरे लिए अच्छी बात है.”

सिद्धांत ने ये भी बताया कि जब उन्होंने 'एनिमल' साइन की थी, तब वो बहुत नर्वस थे. उन्होंने पूरी फिल्म की शूटिंग के दौरान डायरेक्टर संदीप रेड्डी वांगा पर भरोसा किया. वो उन्हें एक विज़नरी बताते हैं.

हाल ही में पिंकविला से हुई बातचीत में भी उन्होंने अपनी फिल्म को डिफेंड किया था. उन्होंने कहा था कि लोगों को 'एनिमल' के डायरेक्टर संदीप रेड्डी वांगा को मिसोजिनिस्ट नहीं कहना चाहिए. साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि 'एनिमल' की ओरिजिनल स्क्रिप्ट और भी ज़्यादा वायलेंट थी, जिसे टीम के साथ बातचीत के बाद बदला गया.

सिद्धांत 'एनिमल' से पहले ‘थप्पड़’ और ‘आदिपुरुष’ जैसी फिल्मों में काम कर चुके हैं. इन्हें लोग इनकी ओटीटी प्रेज़ेन्स के लिए भी जानते हैं. ये 'मॉडर्न लव: मुंबई' और 'मेड इन हेवन' जैसी पॉपुलर वेब सीरीज़ का हिस्सा भी रह चुके हैं.


ये स्टोरी हमारे साथ इंटर्नशिप कर रहीं खुशी वत्स ने लिखी है.