15 अगस्त को बड़े पर्दे पर तीन हिंदी फिल्में रिलीज़ हुईं. Stree 2, Khel Khel Mein और Vedaa. 'खेल-खेल में' और 'वेदा' तो कुछ कमाल नहीं कर पाईं. लेकिन 'स्त्री 2' ने बवाल काट दिया. सिर्फ सात दिनों में इस पिक्चर ने दुनियाभर से 400 करोड़ रुपए से ज़्यादा का (ग्रॉस) कलेक्शन कर लिया है. किसी भी फिल्म के इतने सफल होने के बाद मेकर्स, एक्टर्स और बाकी के क्रू मेम्बर्स बेहद खुश होते हैं. उनकी मेहनत रंग लाती है. मगर 'स्त्री 2' के केस में लोगों के बीच गुत्थम-गुत्थी हो गई है. कौन हैं ये लोग? Shraddha Kapoor और Rajkummar Rao की पीआर टीमें. जो इस वक्त पूरे सोशल मीडिया पर छाई हुई हैं. और खुद को बेहतर साबित करने में लगी हुई हैं. क्या है पूरा माजरा, आगे यही समझने की कोशिश करेंगे.
'स्त्री 2' हिट हुई, तो श्रद्धा-राजकुमार के पीआर टीम ने आपस में लड़ना क्यों शुरू कर दिया?
Rajkummar Rao की पीआर टीम Stree 2 को उनकी फिल्म बता रही है. Shraddha Kapoor की पीआर टीम का कहना है कि ये उनकी फिल्म है.

अमर कौशिक के डायरेक्शन में बनी 'स्त्री 2' को इतना तगड़ा रिस्पॉन्स मिलेगा, इसकी संभावना फिल्म की एडवांस बुकिंग से लग गई थी. फिर पिक्चर खुली और (पेड प्रीव्यूज़ को मिलाकर) करीब-करीब 60 करोड़ की ओपनिंग ले गई. इसने कई बड़ी फिल्मों के ओपनिंग कलेक्शन को पछाड़ दिया. फिर लगातार इसका कलेक्शन बढ़ता रहा. घरेलू बॉक्स ऑफिस पर इसने 289 करोड़ रुपए की कमाई कर ली है. अब जनता तो पिक्चर देखकर लहालोट हुई. लेकिन राजकुमार-श्रद्धा के पीआर के इस चीज़ को लेकर बीच रार ठन गई कि आखिर किसकी वजह से जनता थिएटर्स तक खिंची चली आ रही है?



दोनों स्टार्स की पीआर टीमों के बीच की ये लफड़ा फिल्म की रिलीज़ के बहुत पहले ही शुरू हो चुका था. जब से 'स्त्री 2' का ट्रेलर आया है, तभी से श्रद्धा और राजकुमार के फैन पेजेज़ और कई पैपराज़ी पेजों पर श्रद्धा को 'बिगेस्ट क्राउड पुलर' यानी सबसे ज़्यादा भीड़ को खींचने वाली और 'मास एक्ट्रेस' जैसे विशेषणों से संबोधित किया जाने लगा. दावा किया गया कि श्रद्धा और उनके रोल की वजह से ही 'स्त्री 2' को देखने जनता आ रही है. श्रद्धा की तुलना रणबीर कपूर, शाहरुख खान और सलमान खान से किया जाने लगा. कहा गया कि 'स्त्री 2' सिनेमा इतिहास की वो फिल्म है, जो फीमेल लीड की वजह से इतनी ज़्यादा चली. कई स्क्रीनशॉट ऐसे भी मिले जिसमें कहा गया कि श्रद्धा कपूर ही बॉलीवुड को बचा सकती हैं.


दूसरी तरफ राजकुमार राव की टीम अपने काम में लगी पड़ी थी. उनके दो टार्गेट थे. श्रद्धा कपूर से ‘स्त्री 2’ की सफलता क्रेडिट छीनना और राजकुमार को सुपरस्टार्स की फेहरिस्त में शामिल करना. फैन पेज और दूसरे सोशल मीडिया हैंडल्स से लिखा गया कि राजकुमार राव ने 'स्त्री 2' से बॉक्स ऑफिस पर कब्ज़ा कर लिया. उन्होंने रणबीर कपूर की 'ब्रह्मास्त्र' तक को पछाड़ दिया. कहा गया कि राजकुमार की कॉमिक टाइमिंग की वजह से ही लोग थिएटर में आ रहे हैं. उनकी वजह से ही फिल्म को पॉज़िटिव वर्ड ऑफ माउथ मिला है. जो कि फिल्म की कमाई में रिफ्लेक्ट हो रहा है.
पहले होड़ ‘स्त्री 2’ को अपनी फिल्म साबित करने की. मगर फिर चीज़ें बदल गईं. राजकुमार की टीम ये साबित करने में जुट गई कि ये श्रद्धा की फिल्म नहीं है. और श्रद्धा की टीम ये कहने लगी कि ये राजकुमार की फिल्म नहीं है. इस पूरे मामले को समझने के लिए इंडियन एक्सप्रेस ने फिल्म एग्ज़ीबिटर अक्षय राठी से बात की. अक्षय ने इस पूरे प्रकरण को ही बकवास बता डाला. इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में अक्षय राठी ने कहा,
''मैं राजकुमार राव या श्रद्धा कपूर के टैलेंट पर शक नहीं कर रहा हूं. वो बहुत अच्छे एक्टर्स हैं. मगर एक अच्छे एक्टर होने और स्टार होने में फर्क है. जब-जब ऐसी बकवास बातें होती हैं, तो ये असंतुलन का माहौल बना देती हैं. ये उन एक्टर्स के लिए बुरा होता है, जो अपने बूते पर बॉक्स ऑफिस पर अच्छा परफॉर्म नहीं कर पाए हैं. बस यहीं हमारी फिल्में असफल हो जाती हैं. ये ज़रूरी है कि पीआर एजेंसी इस तरह की चीज़ों को बंद करें.''
अक्षय राठी ने ये भी कहा कि इस तरह के झगड़े के बाद बॉक्स ऑफिस पर होने आने वाली फिल्मों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. क्योंकि जब किसी एक्टर्स को स्टार की तरह पेश किया जाता है, तो इससे उनकी मार्केट प्राइस बढ़ती है. जिसकी वजह से उनके साथ बनाई जाने वाली अगली फिल्मों के बजट पर असर पड़ता है. मेकर्स उन फिल्मों से ज़्यादा मुनाफे की उम्मीद करते हैं. मगर रिलीज़ होने के बाद वो फिल्में टिकट खिड़की पर धाराशाई हो जाती हैं. इसलिए कोई भी एक्टर एक फिल्म की सफलता के बाद स्टार नहीं माना जाता. जब उनकी फिल्में बार-बार टिकट खिड़की पर सफल होती हैं, तब उन्हें स्टार का दर्जा दिया जाता है.
राजकुमार राव और श्रद्धा कपूर दो अलहदा किस्म के एक्टर्स हैं. राजकुमार कॉन्टेंट ड्रिवन सिनेमा करने के लिए जाने जाते हैं. जो इसलिए बनाई जाती हैं क्योंकि वो ऐसी कहानियां हैं, जिनका कहा जाना ज़रूरी है. हर फिल्म से उम्मीद होती है कि वो बॉक्स ऑफिस से अच्छा प्रदर्शन करे. मगर हर फिल्म के साथ ऐसा होना संभव नहीं है. वहीं श्रद्धा कपूर मेनस्ट्रीम सिनेमा में काम करने के लिए जानी जाती हैं. उन्होंने अपने करियर में उस किस्म की फिल्में चुनी हैं, जिनके टिकट खिड़की पर सफल होने के चांसेज़ ज़्यादा रहते हैं. इसमें भी कई फैक्टर्स हैं. मसलन, उस फिल्म में कौन सा एक्टर/स्टार काम कर रहा है. किन्होंने बनाई है. उस फिल्म को मार्केट कैसे किया गया. इसलिए किसी फिल्म के हिट होने का क्रेडिट सिर्फ एक्टर्स को नहीं दिया जा सकता. वोे टीम एफर्ट है.
वीडियो: पहले दिन की बंपर कमाई के बाद दूसरे दिन कैसा रहा स्त्री 2 का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन ?