Adipurush रिलीज हो चुकी है. इसे ट्रोल भी किया जा रहा है. इसके कई कारण हैं. लोगों को इसकी कास्टिंग नहीं अच्छी लग रही है. इसके VFX पर सवाल उठाया जा रहा है. साथ ही कैरेक्टर्स के लुक्स भी लोगों को पसंद नहीं आ रहे. डायलॉग्स पर लोगों को सबसे ज़्यादा आपत्ति है. पर ये डायलॉग्स हैं क्या?
आदिपुरुष के वो 5 डायलॉग, जिन्हें सुनकर पूरा हिंदुस्तान मनोज मुंतशिर शुक्ला का दुश्मन बन गया
डायलॉग्स पर 'आदिपुरुष' के मेकर्स की भयानक ट्रोलिंग हो रही है.

दरअसल पांच-छह ऐसे डायलॉग्स हैं, जिन पर बवाल मचा हुआ है. सबसे ज़्यादा हंगामा हनुमान के संवाद पर है. हनुमान लंका गए हैं जानकी से मिलने. उन्हें राम की अंगूठी और आश्वासन देने. रावण की सेना उन्हें पकड़ लेती है. मेघनाथ उनकी पूंछ में आग लगाने के बाद पूछता है- “जली!” इसके जवाब में हनुमान कहते हैं-
"तेल तेरे बाप का. कपड़ा तेरे बाप का. और जलेगी भी तेरे बाप की."
ऐसा कहा जा रहा है कि इस डायलॉग को मनोज मुंतशिर ने कुमार विश्वास से कॉपी किया है. एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें कुमार कहते हैं कि हनुमान जी से मैनेजमेंट सीखना चाहिए. हनुमान अपने एम्प्लॉयर को कोई कष्ट नहीं देते. आगे कहते हैं,
MBA सिखाता है कि आप मिनिमम इनपुट से मैक्सीमम आउटपुट निकालिए. हनुमान इसका अच्छा उदाहरण हैं. भगवान (राम) ने उन्हें भेजा कि जाओ लंका में, मेरा विज़िटिंग कार्ड देकर आओ. उनकी पूंछ पर कपड़ा बांधा गया. कपड़ा किसका था, रावण का. मिट्टी का तेल किसका था? जली किसकी?
लोगों का कहना है कि मनोज ने जलने वाला हिस्सा यहीं से उठाया है. पूरा मामला आप यहां क्लिक करके पढ़ सकते हैं. हम लोग डायलॉग्स पर लौटते हैं. जब हनुमान लंका से लौटकर आते हैं, तो राघव यानी राम उनसे पूछते हैं, क्या हुआ? इसके जवाब में हनुमान कहते हैं-
बोल दिया, जो हमारी बहनों को हाथ लगाएंगे, उनकी लंका लगा देंगे.
एक और भद्दा डायलॉग फिल्म में है, ऐसा जनता कह रही है. एक जगह राक्षस हनुमान से कहता है:
ये लंका क्या तेरी बुआ का बगीचा है, जो हवा खाने चला आया.
शेष यानी लक्ष्मण पर वार करते हुए इन्द्रजीत कहता है:
मेरे एक सपोले ने तुम्हारे इस शेष नाग को लंबा कर दिया. अभी तो पूरा पिटारा भरा पड़ा है.
विभीषण एक सीन में रावण से कहता है,
भैया आप अपने काल के लिए कालीन बिछा रहे हैं.
ऐसे ही और कई डायलॉग्स हैं, जिन पर पब्लिक 'आदिपुरुष' और उसके मेकर्स को ट्रोल कर रही है. उसका कहना है कि जैसी भाषा हनुमान या अन्य किरदारों के मुंह से बोलवाई गई, वो उचित नहीं है. भाषा बहुत सतही रखी गई है. फिल्म के संवाद लिखने वाले मनोज मुंतशिर ने इस पर सफाई भी दी है. उन्होंने कहा है:
ये कोई भूल नहीं है. बहुत सोच-समझकर बजरंग बली के डायलॉग लिखे गए हैं. हमने जानबूझकर संवाद सरल किए हैं. क्योंकि फिल्म के सभी किरदार एक ही तरह की भाषा नहीं बोल सकते. इनमें विविधता होनी चाहिए.
उनकी पूरी सफाई आप यहां पढ़ सकते हैं. साथ ही फिल्म का रिव्यू भी आप यहां पढ़ सकते हैं.
वीडियो: Adipurush से जुड़ी वो चार 4 वजहें से जिसके चलते लोग ये फिल्म नहीं देखना चाहते