ऐक्टर मंगल ढिल्लों का 11 जून को निधन हो गया है. वो लम्बे समय से कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक़ वो कई दिनों से लुधियाना के अस्पताल में भर्ती थे. वहां उनका इलाज चल रहा था. 18 जून को उनका जन्मदिन था. लेकिन एक सप्ताह पहले ही वो दुनिया छोड़कर चले गए. ऐक्टर यशपाल शर्मा ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए बताया मंगल दिल्लों कई दिनों से बीमार थे. उन्होंने लुधियाना के कैंसर हॉस्पिटल में आखिरी सांस ली.
ऐक्टर मंगल ढिल्लों का निधन, अमिताभ बच्चन और नसीरुद्दीन शाह के साथ किया था काम
कई दिनों से अस्पताल में भर्ती थे. कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे.


मंगल ढिल्लों का जन्म पंजाब के फरीदकोट जिले में हुआ था. उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई एक गवर्नमेंट स्कूल से की थी. इसके बाद वो अपने पिता के पास उत्तरप्रदेश में शिफ्ट हो गए. वहां उनके खेत थे. आगे की पढ़ाई उन्होंने लखीमपुर से ही की. उन्होंने 1980 की आसपास पंजाब यूनिवर्सिटी से इंडियन थिएटर में पोस्ट ग्रेजुएशन किया. फिर कुछ दिन थिएटर में काम किया. इसके बाद उन्होंने 1986 में 'कथा सागर' सीरियल के साथ छोटे पर्दे पर अपना डेब्यू किया. इसी साल उन्हें दूसरा टीवी शो 'बुनियाद' मिल गया, जो कि शायद भारतीय टीवी इतिहास के सबसे सफल शोज में से एक है. इसके अलावा वो 'जूनून', 'किस्मत', 'मौलाना आजाद', 'मुजरिम हाजिर', 'रिश्ता', 'युग' और 'नूरजहां' समेत कई शोज में नजर आए.
उनकी पहली फिल्म थी, 1988 में आई 'खून भरी मांग'. इसके बाद उन्होंने 'जख्मी औरत', 'दयावान', 'कहां है कानून', 'नाकाबंदी', 'दलाल' और विश्वात्मा समेत कई फिल्मों में काम किया. उनकी आखिरी फिल्म 2017 में आई पंजाबी भाषा की मूवी 'तूफ़ान सिंह' थी. उन्होंने मिथुन, अमिताभ बच्चन, नसीरुद्दीन शाह के साथ कई फ़िल्में कीं. ऐक्टर के साथ उन्होंने बतौर राइटर भी दो फ़िल्में लिखीं. एक थी 1992 में आई अनिल कपूर और श्रीदेवी स्टारर 'हीर रांझा'. दूसरी थी 1999 में आई फिल्म 'खालसा'.
वीडियो: सुलोचना का जीवन, जिन्हें 'बॉलीवुड की मां' कहना, बहुत बड़ी नाइंसाफी है