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UP Election Results: योगी के गन्ना मंत्री सुरेश राणा अपनी सीट बचा पाए या नहीं?

सुरेश राणा की सीट का फाइनल नतीजा क्या रहा? जानिए

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थाना भवन से इस बार जीते अशरफ अली खान (बाएं) को सुरेश राणा ने 2012 में मात्र 265 वोट से हराया था (फोटो सोर्स सोशल मीडिया)
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 ( UP Election Results 2022) में बीजेपी बहुमत से कहीं अधिक सीटों पर जीती है. लेकिन बीजेपी के मंत्री सुरेश राणा की इस बार करारी हार हुई है. उन्हें सपा के अशरफ अली खान ने 10 हजार से ज्यादा वोटों से शिकस्त दी है. थाना भवन शामली जिले की तीन विधानसभाओं में से एक है. थाना भवन सीट 2012 के पहले मुज़फ्फरनगर जिले का हिस्सा हुआ करती थी. बताते हैं कि इसका यह नाम स्थानीय मंदिर ‘देवी भवन’ की वजह से पड़ा है. थाना भवन मशहूर स्कॉलर और लेखक मौलाना अशरफ़ अली साहब की वजह से भी मशहूर है. साल 1962 और 1967 में ठाकुर रामचंद्र और साल 2012 और 2017 में सुरेश राणा लगातार दो बार विधायक चुने गए. इनके अलावा कोई भी और विधायक यहां से दोबारा चुनाव नहीं जीत सका. थाना भवन विधानसभा सीट पर 3,26,231 मतदाता हैं. जिनमें से 1 लाख 78 हजार के कारीब पुरुष और करीब 1 लाख 48 हजार महिला मतदाता हैं. विधानसभा में मुस्लिम आबादी सबसे ज़्यादा 93 हजार है, इनके अलावा 60 हजार दलित, 42 हजार जाट, 21 हजार सैनी और 14 हजार ब्राह्मण मतदाता हैं. इस सीट पर जाट बिरादरी के वोटर्स का भी दबदबा रहा है. 2013 के मुज़फ्फरनगर दंगों में सुरेश राणा आरोपी रहे हैं. मार्च 2021 में योगी सरकार ने सुरेश राणा पर लगे मुक़दमे वापस ले लिए थे. जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस फैसले को गलत ठहराया था. राष्ट्रीय लोक दल के टिकट पर लड़े अशरफ़ अली खान का पार्टी से पुराना नाता रहा है. इनके पिता के बड़े भाई गयूर अली खान ने चौधरी चरण सिंह के साथ राजनीति की थी और सांसद रहे. चुनावी मुद्दे थाना भवन विधानसभा सीट में गन्ने का 14 दिन में भुगतान न होना और गन्ने का भाव न बढाया जाना यहां चुनावी मुद्दा बना हुआ था. शामली जिले की चीनी मिलों पर करोड़ों रूपए बकाया हैं. सुरेश राणा ने यहां मतदान के बाद 40 बूथों पर फर्जी मतदान होने की बात कही थी. जिला निर्वाचन आयोग को याचिका भी दी थी. जिसे ख़ारिज कर दिया गया था. पिछले चुनावों का हाल साल 2017 में बीजेपी के सुरेश राणा ने बसपा के अब्दुल राव वारिस को 16,817 वोटों से हराया था. सुरेश राणा को 90,995 वोट जबकि अब्दुल राव वारिस को 74,178 वोट मिले थे. वहीं RLD के जावेद राव 31,275 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर थे. SP के प्रत्याशी सुधीर कुमार 13,340 वोटों के साथ चौथे नंबर पर रहे थे. अगर 2012 के चुनावों की बात करें तो बीजेपी के सुरेश राणा ने अशरफ़ अली खान को महज़ 265 वोटों से हराया था. सुरेश राणा को 53,719 वोट मिले थे जबकि अशरफ़ अली खान को 53,454 वोट मिले थे. हालांकि, तब बसपा के अब्दुल राव वारिस भी बहुत पीछे नहीं थे. कुल 50,001 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे.