"हम अपनी नेता को जिताएंगे. उसके लिए चाहे कुछ भी करना पड़े. दंगा-फसाद, दारू, जूता, पैसा, कौड़ी, गांजा. सब करेंगे."मांडा इलाके के चौकठा गांव में हुई इस जनसभा के दौरान रामसेवक पटेल ने एक जाति विशेष के खिलाफ भी अभद्र टिप्पणी की. रिपोर्ट के मुताबिक, नीलम करवरिया मेजा सीट से बीजेपी प्रत्याशी हैं. वहीं रामसेवक पटेल समाजवादी पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए हैं. प्रयागराज में 27 फरवरी को मतदान होना है. उससे पहले चुनाव प्रचार ने तेजी पकड़ ली है.
'चाहे दंगा कराओ, लेकिन प्रत्याशी को जिताओ', BJP नेता का बयान वायरल
प्रयागराज में BJP नेता रामसेवक पटेल बोले- कुछ भी करो, बस हमारा प्रत्याशी जीते

बाएं से दाएं. UP Election में विवादित बयान देने वाले BJP नेता रामसेवक पटेल और मेजा सीट से BJP प्रत्याशी नीलम करवरिया. (फोटो: ट्विटर)
प्रयागराज में पूर्व विधायक और बीजेपी नेता का एक विवादित बयान सामने आया है. इस बयान में ये बीजेपी नेता पार्टी की प्रत्याशी को जिताने के लिए समर्थकों से किसी भी स्तर तक जाने के लिए कह रहे हैं. यहां तक कि उन्होंने दंगा कराने की भी बात कर दी. यह विवादित बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. विवादित बयान देने वाले नेता का नाम रामसेवक पटेल है.
नेता ने क्या कहा?
आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, जो बयान वायरल हुआ है वो दो दिन पुराना है. दरअसल, 15 फरवरी को प्रयागराज के मांडा इलाके में बीजेपी प्रत्याशी नीलम करवरिया के समर्थन में जनसभा हो रही थी. इसी दौरान पूर्व विधायक रामसेवक पटेल ने विवादित बयान दिया. उन्होंने कहा,
उधर, इस वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई की है. पुलिस ने पूर्व विधायक रामसेवक पटेल सहित करीब 150 लोगों के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन और संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है.
लगातार दिए जा रहे हैं विवादित बयान
इससे पहले हैदराबाद के गोशामहल से बीजेपी विधायक टी राजा ने भी यूपी चुनाव को लेकर विवादित टिप्पणी की. उनका भी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. टी राजा ने धमकी भरे लिहाज में एक वीडियो जारी करते हुए कहा था कि जो लोग बीजेपी को वोट नहीं करते, उनके लिए योगी जी ने हजारों जेसीबी और बुलडोजर मंगा लिए हैं. राजा ने आगे कहा कि बीजेपी को वोट ना देने वाले इलाकों को चिह्नित किया जाएगा, और जिन लोगों ने योगी जी को वोट नहीं दिया है, उन्हें पता होगा कि जेसीबी और बुलडोजर का क्या इस्तेमाल होता है. इस बीच टी राजा के इस बयान को आपत्तिजनक मानते हुए चुनाव आयोग ने उन्हें नोटिस भेजा है. 16 फरवरी को भेजे गए इस नोटिस में राजा से 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा गया है.