रामपुर (Rampur) लोकसभा उपचुनाव (Loksabha Bypoll) में सपा की ओर से आसिम राजा (Asim Raja) उम्मीदवार होंगे. सोमवार, 6 जून को सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान (Azam Khan) ने खुद इसकी घोषणा की. उन्होंने रामपुर के दारुल आवाम स्थित सपा के कार्यालय पर कार्यकर्ताओं के बीच ये घोषणा की. इससे पहले चर्चा थी कि सपा रामपुर से आजम खान की पत्नी तंजीन फातिमा को चुनाव मैदान में उतार सकती है. आसिम राजा रामपुर से सपा के नगर अध्यक्ष भी रहे हैं.
कौन हैं आज़म खान के करीबी आसिम राजा, जो रामपुर में लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहे!
आसिम राजा पर छेड़खानी का भी दर्ज हुआ था केस!

पूरा नाम मोहम्मद आसिम राजा. रामपुर के निवासी. स्थानीय पत्रकार आमिर खान बताते हैं कि आमिर राजा पहले कांग्रेस के नेता थे, साल 2002 में आए समाजवादी पार्टी में. और आने के कुछ दिनों के भीतर ही रामपुर में आज़म खान के करीबियों में गिने जाने लगे. लोग बताते हैं कि आसिम राजा आज़म खान के इतने करीबी हुए कि उनके सभी कार्यक्रमों में आज़म खान के आगमन तक भीड़ को बांधे रखने का काम मंच से आसिम राजा अंजाम देते थे. साल 2015 में इस मेहनत का इनाम भी मिला. सपा के नगर अध्यक्ष का पद. और साल 2019 में मुकदमा. छेड़खानी का. जी हां. अमर उजाला की खबर के मुताबिक, रामपुर के गंज थान क्षेत्र की रहने वाली एक महिला ने शिकायत की कि 17 अक्टूबर को जब वो रिक्शे से उतर रही थी तो कुछ लोग आए, और उसे गाड़ी में डालकर उसके साथ छेड़छाड़ करने लगे. शोर मचाने पर महिला को छोड़ दिया. महिला ने तहरीर दी. तहरीर के आधार पर पुलिस ने आसिम राजा, मुराद कलीम, अनवर मसूद और नवाज़ पर आईपीसी की धारा 147, 354 और 341 में मुकदमा दर्ज कर लिया. इस मुकदमे के विरोध में 31 अक्टूबर को रामपुर में सपा की महिला कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन भी किया. कहा कि ये मुकदमा राजनीतिक द्वेष की भावना से पीड़ित है और महिलाओं का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है.
रामपुर और आजमगढ़ दो लोकसभा सीटों पर 23 जून को उपचुनाव होना है. 26 जून को नतीजे आएंगे. आजमगढ़ सीट अखिलेश यादव और रामपुर सीट आजम खान के लोकसभा सदस्य पद से इस्तीफा देने के बाद खाली हुई थी. दोनों नेताओं ने यूपी विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद लोकसभा से इस्तीफा दे दिया था. यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में अखिलेश यादव मैनपुरी की करहल सीट से जबकि आजम खान रामपुर सदर से विधायक चुने गए थे.
आजमगढ़ से धर्मेंद्र यादव को टिकटआजमगढ़ से सपा ने धर्मेंद्र यादव को टिकट दिया है. हालांकि, इससे पहले चर्चा थी कि अखिलेश यादव आजमगढ़ से बसपा के संस्थापक सदस्यों में रहे बलिहारी बाबू के बेटे सुशील आनंद को टिकट दे सकते हैं. ये भी चर्चा थी कि दलित वोट को लेकर अखिलेश यादव बड़ा दांव चल रहे हैं. लेकिन आखिरी वक्त पर सुशील आनंद ने खुद अपना नाम वापस ले लिया. सुशील ने इसकी वजह दो जगह वोटर लिस्ट में अपना नाम होना बताया. सुशील गए तो आजमगढ़ से डिंपल यादव के नाम की चर्चा छिड़ी. फिर आखिरी मौके पर नाम आया धर्मेन्द्र यादव का. बदायूं के पूर्व सांसद, जो साल 2019 में अपना लोकसभा चुनाव भाजपा नेता संघमित्रा मौर्य के हाथों हार गए थे.
BJP ने लोकसभा उपचुनाव के लिए आजमगढ़ से भोजपुरी स्टार दिनेश लाल यादव 'निरहुआ' को उम्मीदवार बनाया है. 2019 के लोकसभा चुनाव में भी दिनेश लाल यादव को भाजपा ने आजमगढ़ सीट से उतारा था. हालांकि, वो अखिलेश यादव से चुनाव हार गए थे. रामपुर सीट की बात करें तो भाजपा ने घनश्याम लोधी को टिकट दिया है.
वीडियो देखें : क्या आजम खान की वजह से मुस्लिम सपा से नाराज, अखिलेश ने दिया ये जवाब