बिहार में विधानसभा चुनाव की आहट तेज हो गई है. तारीखों की घोषणा से पहले राज्य में सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं. सियासी दलों के स्टार प्रचारक भी मैदान में उतर गए हैं. राहुल गांधी(Rahul Gandhi) ने अभी हाल में यात्रा खत्म की है, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Narendra Modi) ने रैलियों के जरिए कमान संभाल ली है. इसी कड़ी में 15 सितंबर को वो पूर्णिया हवाई अड्डे के उद्घाटन के लिए बिहार जाने वाले हैं. इसके साथ ही पीएम कई और विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे.
बिहार चुनावी मोड में! आज पीएम मोदी का सीमांचल दौरा, मिलेंगे बड़े तोहफे
Loksabha Election 2024 में सीमांचल की 4 में से 3 सीटों पर NDA को हार का सामना करना पड़ा था. वहीं विधानसभा चुनाव 2020 में भी NDA यहां की 24 सीटों में 9 सीटें ही जीत सकी थी. जबकि महागठबंधन के खाते में 10 और AIMIM को 5 सीटें मिली थी.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार दौरे पर पूर्णिया एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे. वहीं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सहरसा वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाएंगे. यह ट्रेन अररिया जिले के फारबिसगंज से शुरू होकर सहरसा होते हुए दानापुर तक जाएगी. इसके अलावा पीएम मोदी राष्ट्रीय मखाना बोर्ड का भी उद्घाटन करेंगे. मखाना बोर्ड की स्थापना से सीमांचल और मिथिलांचल के इलाके में मखाना उत्पादन, प्रोसेसिंग और निर्यात को बढ़ावा मिलेगा.
सीमांचल को साधने पर है जोरपीएम मोदी के इस दौरे पर सीमांचल के विकास को रफ्तार देने वाली कई योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया जाना है. इसके जरिए बीजेपी और एनडीए की कवायद सीमांचल में अपने आधार को मजबूत करने की होगी. लोकसभा चुनाव 2024 में सीमांचल की 4 में से 3 सीटों पर एनडीए को हार का सामना करना पड़ा था. वहीं विधानसभा चुनाव 2020 में भी एनडीए यहां की 24 सीटों में 9 सीटें ही जीत सकी थी. जबकि महागठबंधन के खाते में 10 और AIMIM को 5 सीटें मिली थी.
लोकसभा 2024 में एनडीए सीमांचल की 4 में से 3 लोकसभा सीट हार गई. 4 लोकसभा सीट में से केवल अररिया बीजेपी के खाते में गई. जबकि कटिहार और किशनगंज पर कांग्रेस का कब्जा रहा. वहीं पूर्णिया सीट से निर्दलीय पप्पू यादव ने जीत दर्ज किया. हालांकि साल 2019 के लोकसभा चुनाव के नतीजे एनडीए के लिए बेहतर रहे थे. एनडीए कटिहार, पूर्णिया और अररिया सीट जीतने में सफल रही थी. ऐसे में विकास परियोजनाओं के जरिए नरेंद्र मोदी की कोशिश आने वाले विधानसभा चुनाव में भी सीमांचल को एनडीए को बढ़त दिलाने की होगी.
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नीतीश कुमार भी रहेंगे मौजूदपीएम मोदी के साथ पूर्णिया में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद रहेंगे. उनकी पार्टी जदयू का इस इलाके में अपना जनाधार है. सीमांचल में मुस्लिम वोट निर्णायक भूमिका में होते हैं. मुसलमानों का एक तबका नीतीश कुमार को भी वोट करता रहा है. लेकिन उनमें SIR और वक्फ बोर्ड को लेकर नाराजगी है.
पिछली बार इस इलाके में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने भी अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई थी. उनकी पार्टी ने पिछली बार 5 सीटों पर जीत दर्ज की थी. राजनीतिक जानकारों की माने तो ओवैसी की पार्टी ने पिछली बार महागठबंधन का खेल बिगाड़ दिया था. और इस बार भी वो सीमांचल में एक अहम प्लेयर साबित होंगे.
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