The Lallantop

Chhattisgarh Elections Results: बाबा CM, पापा CM, बेटे की सीट का क्या हुआ?

Chhattisgarh की राजिम सीट कांग्रेस का गढ़ मानी जाती रही है. लेकिन यहां से खड़े अमितेश शुक्ल को हार का सामना करना पड़ा है.

post-main-image
छत्तीसगढ़ की राजिम सीट से अमितेश शुक्ल और रोहित साहू के बीच चल रहा कड़ा मुकाबला.

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव (Chhattisgarh Election Result) में स्थिति अब साफ़ हो गई है. राज्य में BJP की सरकार बनने जा रही है. कुल 90 विधानसभा सीटों में सत्ताधारी कांग्रेस को इस बार 30 से अधिक सीटों के नुकसान होने के आसार है. इस बीच कई हाईप्रोफाइल सीटों पर कांग्रेस के कई प्रत्याशी पीछे चल रहे हैं. इन्हीं सीटों में से एक है राजिम (Rajim) विधानसभा की सीट. यहां से कांग्रेस के विधायक अमितेश शुक्ल (Amitesh Shukla) मैदान में हैं. इस सीट से उनके पिता और दादा जीतकर सीएम बन चुके हैं. लेकिन उनके बेटे और पोते अमितेश शुक्ल चुनाव नहीं जीत पाए हैं.

रोहित को टिकट मिलने पर हुआ था विरोध

राज्य के गरियाबंद जिले की राजिम सीट कांग्रेस का गढ़ मानी जाती है. यहां से अमितेश शुक्ल के सामने बीजेपी ने रोहित साहू को मैदान में उतारा था. वो कई राउंड तक अमितेश से भारी मार्जिन से आगे रहे. चुनाव आयोग की मतगणना में अमितेश शुक्ल बीजेपी प्रत्याशी से 11 हजार से भी ज्यादा वोटों से पीछे चल रहे थे. 20 राउंड की वोटिंग पूरी होने के बाद आयोग ने रोहित साहू की जीत घोषित कर दी है. यानी यहां से भी कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा है.

वहीं रोहित साहू के लिए ये जीत इसलिए भी खास है क्योंकि उनको बीजेपी से टिकट मिलना विवादित फैसला रहा. ‘दैनिक भास्कर’ की एक रिपोर्ट के अनुसार, राजिम से रोहित साहू को टिकट देने पर वहां के पुराने और दिग्गज नेताओं ने अपनी नाराजगी खुलकर दिखाई थी. वहां से प्रत्याशी बदलने की मांग की जा रही थी. विरोध का कारण था कि रोहित साहू महज 18 महीने पहले जोगी जनता कांग्रेस पार्टी से बीजेपी में आए थे, और उनकी जगह कई सीनियर नेता टिकट की लाइन में खड़े थे. अब चुनाव (लगभग) जीतकर रोहित ने ना सिर्फ कांग्रेस की परंपरागत सीट पर कब्जा किया है, बल्कि अपनी ही पार्टी के विरोधियों को भी चुप करा दिया है.

सीएम खानदान 

छत्तीसगढ़ साल 2000 में मध्यप्रदेश से अलग होकर नया राज्य बना था. अमितेश शुक्ल के दादा रविशंकर शुक्ल अविभाजित मध्यप्रदेश के पहले मुख्यमंत्री थे. इसके बाद उनके बेटे यानी अमितेश शुक्ल के पिता श्यामचरण शुक्ल तीन बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे. हालांकि, श्यामचरण शुक्ल एक बार भी अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सके. अमितेश ने छत्तीसगढ़ वाली राजिम सीट से पहली बार 2003 में चुनाव लड़ा था. वे 2008 और 2018 में यहां से चुनाव जीत चुके हैं.

वीडियो: मध्य प्रदेश चुनाव: BJP की जीत में शिवराज सिंह चौहान की लाडली बहन योजना 'स्टार' कैसे बनी?