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BJP नीतीश और चिराग को मैनेज करने में जुटी थी, योगी के मंत्री ने बिहार में 47 कैंडिडेट उतार दिए

OP Rajbhar खुद ही यह कह रहे हैं कि उनके उम्मीदवार उतारने से बिहार में NDA को नुकसान हो सकता है.

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उत्तर प्रदेश में ओम प्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा, BJP के साथ सरकार में शामिल है. (फोटो- ANI)

उत्तर प्रदेश (UP) में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सहयोगी पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) ने बिहार चुनाव के लिए 47 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. पार्टी प्रमुखओमप्रकाश राजभर (OP Rajbhar) यूपी की योगी सरकार में मंत्री हैं. उनका कहना है कि वो बिहार की 243 में से 153 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेंगे. और राजभर खुद ही यह कह रहे हैं कि उनके इस कदम से NDA को नुकसान हो सकता है.

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ओपी राजभर ने कहा कि अगर BJP बिहार में NDA गठबंधन के हिस्से के रूप में उनकी पार्टी को 3-4 सीटें भी दे देती है, तो सुभासपा वहां अपने सभी अन्य उम्मीदवारों को चुनाव मैदान से हटा लेगी.

यूपी के OBC नेता ओपी राजभर का कहना है कि BJP ने बिहार चुनाव में उनकी पार्टी को कोई जगह नहीं दी. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा,

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बिहार BJP को डर था कि अगर हम जीत गए, तो हमें वहां NDA सरकार में जगह देनी पड़ेगी और कुछ विभाग भी देने पड़ेंगे.

ओपी राजभर ने कहा कि उनकी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता बीते कुछ सालों से बिहार में जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं. सुभासपा का दावा है कि राजभर, रजवार, राजवंशी और राजघोष जैसे OBC समूहों के बीच उसका समर्थन आधार है, जो कथित तौर पर बिहार की आबादी का लगभग 4.2% हैं. सुभासपा ने कहा है कि बिहार चुनाव अकेले लड़ने के उसके कदम से ‘BJP और उसके NDA सहयोगियों को नुकसान होगा.’

योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली यूपी सरकार में पंचायत मंत्री ओपी राजभर ने दावा किया कि बीते साल बिहार विधानसभा उपचुनावों में, सुभासपा ने तरारी और रामगढ़ जैसी कुछ सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे. लेकिन BJP के केंद्रीय नेतृत्व ने उनसे अपने ‘उम्मीदवार वापस लेने की मांग’ की. साथ ही, वहां (बिहार में) कुछ ‘राज्य आयोगों में समायोजित करने का वादा’ किया. उन्होंने कहा,

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हमने तब बिहार उपचुनावों में अपने उम्मीदवार वापस ले लिए थे. लेकिन वे वादे पूरे नहीं किए गए.

जब सुभासपा की बिहार में एंट्री की वजहों के बारे में पूछा गया, तो पार्टी के महासचिव और ओपी राजभर के बेटे अरुण राजभर ने दावा किया,

हम 2004 से बिहार में विभिन्न चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन BJP के साथ गठबंधन के बाद से नहीं… हम पिछले कुछ वर्षों से वहां जनसभाएं कर रहे हैं.

हालांकि, ओपी राजभर ने ये भी स्पष्ट किया कि बिहार में सुभासपा की लड़ाई का उत्तर प्रदेश में BJP के साथ उसके गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा. 2020 के बिहार चुनावों में, सुभासपा ने BSP और AIMIM जैसी पार्टियों के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा था. लेकिन तब पार्टी अपना खाता खोलने में असफल रही थी.

वीडियो: ब्रजेश पाठक ने ओपी राजभर के बेटे को सिर झुकवाकर माफी क्यों मंगवाई

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