बिहार विधानसभा चुनाव 2025 (Bihar Assembly Election 2025) में एक तरफ लौरिया (Lauriya) से 368 करोड़ रुपए वाले सबसे अमीर प्रत्याशी रण कौशल प्रताप सिंह (Ran Kaushal Pratap Singh) मैदान में थे. तो दूसरी तरफ़ दरभंगा (Darbhanga) और बाढ़ (Barh) में ऐसे कैंडिडेट भी हैं, जिनकी कुल संपत्ति महज 1 हज़ार रुपए की है. इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया की वेबसाइट के अनुसार, बिहार चुनाव में 3 ऐसे प्रत्याशी भी मैदान में उतरे, जिनकी घोषित संपत्ति 2 हज़ार रुपए से भी कम है. चुनाव में इनका हाल-ए-बयान कैसा रहा, जानते हैं,
Bihar Election Result: सबसे गरीब कैंडिडेट का हाल बहुत बुरा हुआ!
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में तीन प्रत्याशियों की संपत्ति 2 हज़ार रुपए से भी कम. एक के पास कोई संपत्ति नहीं.


मोजाहिद दरभंगा में सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया (कम्युनिस्ट) के टिकट पर चुनाव लड़ रहे थे. ECI पर जारी एफिडेविट में उनकी कुल संपत्ति 1 हज़ार रुपए बताई गई है. ऐसे में वह बिहार चुनाव 2025 का सबसे गरीब प्रत्याशी बना देती है. दरभंगा में उनके सीट पर भाजपा के संजय सराओगी विजयी रहे हैं. उन्हें कुल 97,453 वोट हासिल हुए हैं. जहां तक मोजाहिद की बात है, उनके खाते में केवल 345 मत आए हैं. वो इस सीट पर सबसे कम वोट पाने वाले प्रत्याशी हैं. यहां तक कि NOTA ने भी उनसे ज्यादा (1468) वोट हासिल किए हैं.
# शत्रुधन वर्मा - बाढ़शत्रुधन के नाम में भले 'धन' हो मगर खाते में नहीं है. बाढ़ सीट से पीपल्स पार्टी ऑफ इंडिया (डेमोक्रेटिक) के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले इस प्रत्याशी की घोषित संपत्ति 1 हज़ार रुपए है. ये बात उन्हें मोजाहिद आलम के साथ साझा रूप से बिहार का सबसे गरीब चुनाव प्रत्याशी बनाती है. बाढ़ में उनकी सीट से भाजपा के सियाराम सिंह को जीत मिली है. उन्हें जनता से 99,446 वोट हासिल हुए हैं. शत्रुधन को यहां केवल 404 वोट मिले हैं. ये संख्या NOTA से तो कम हैं मगर दो अन्य प्रत्याशियों से अधिक.
सुरेश राजवंशी वज़ीरगंज सीट पर मूलनिवासी समाज पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ रहे थे. एफ़िडेविट में उन्होंने अपनी कुल संपत्ति 1,100 रुपए बताई है. ये बात उन्हें बिहार चुनाव 2025 के सबसे गरीब प्रत्याशियों में से एक बनाती है. वज़ीरगंज में उनकी सीट से भाजपा के बिरेन्द्र सिंह चुनाव जीत गए हैं. उन्होंने टोटल 94,574 वोट हासिल किए. वहीं सुरेश को 1,980 वोट ही मिल पाए हैं. वो भी NOTA से पीछे रह गए. हालांकि 6 ऐसे प्रत्याशी भी हैं, जिन्हें उन्होंने पीछे छोड़ दिया है.
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बिहार चुनाव में करीब 42 प्रतिशत प्रत्याशी ऐसे रहे, जिनकी संपत्ति 1 करोड़ रुपए से अधिक की है. ऐसे में ये तीन प्रत्याशी थोड़ा अचंभा पैदा करते हैं. हालांकि, इनके अलावा एक ऐसा भी नाम है, जिसकी घोषित संपत्ति 'शून्य' है. ये नाम पीरपैंती सीट पर बहुजन समाजवादी पार्टी की सीट से चुनाव लड़ रहे सुनील कुमार चौधरी का है. चुनावी हलफ़नामे के मुताबिक, सुनील के पास ना कोई नौकरी है, ना आय और ना ही कोई देनदारी. यदि ज़ीरो एस्सेट को गिनें तो ये बात उन्हें इस चुनाव का सबसे गरीब प्रत्याशी बनाती है. पीरपैंती में उनकी सीट से भाजपा के मुरारी पासवान ने जीत हासिल की है. उन्हें 1,40,608 वोट मिले हैं जबकि वहीं सुनील के हिस्से केवल 1,586 वोट आए हैं.
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