पाकिस्तान की सरकारी एयरलाइंस कंपनी पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस कॉरपोरेशन लिमिटेड (PIACL) बिक गई है. इस एयरलाइंस को पाकिस्तान के ही एक बिजनेसमैन आरिफ हबीब ने खरीदा है. पाकिस्तान की तीन कंपनियों ने इसके लिए बोली लगाई थी लेकिन पाकिस्तान सरकार ने सबसे महंगी बोली लगाने वाली कंपनी आरिफ हबीब कॉर्प को यह एयरलाइंस बेचने का फैसला किया है. आरिफ हबीब कॉर्प ने 13 हजार 500 करोड़ पाकिस्तान रुपये में यह कंपनी खरीदी है. भारतीय मुद्रामें यह रकम करीब 4300 करोड़ रुपये के आसपास बैठती है. यह रकम भारत की जूता-चप्पल बनाने वाली प्रमुख कंपनियों में से एक रिलैक्सो फुटवियर्स लिमिटेड के मार्केट कैप (शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनियों के शेयरों की कुल वैल्यू ) से आधे से भी कम है. रिलैक्सो का मार्केट कैप 10 हजार करोड़ के आसपास है.
पाकिस्तान की सरकारी एयरलाइंस जितने में बिकी है ना, उससे दोगुनी वैल्यू तो इस भारतीय जूता कंपनी की है
PIA Sold out: आरिफ हबीब कॉर्प ने 13 हजार 500 करोड़ पाकिस्तान रुपये में यह कंपनी खरीदी है. भारतीय मुद्रा में यह रकम करीब 4300 करोड़ रुपये के आसपास बैठती है. यह रकम भारत की जूता-चप्पल बनाने वाली कंपनी रिलैक्सो फुटवियर्स लिमिटेड के मार्केट कैप के आधे से भी कम है
.webp?width=360)

भारत की विमान कंपनियों से पाकिस्तान की इस सरकारी एयरलाइंस कंपनियों की तुलना करें तो कहीं भी नहीं टिकती है. भारत की दो सबसे बड़ी एयरलाइंस कंपनियां इंडिगो (इंटरग्लोब एविएशन) और एयर इंडिया हैं. इंडिगो का मार्केट कैप 2 लाख करोड़ के आसपास है. वहीं , भारत की दूसरी बड़ी एयरलाइंस कंपनी यानी एयर इंडिया की बात करें वित्त वर्ष 2024-2025 में कंपनी का कुल राजस्व (कंपनी ने बिक्री से कुल कितना पैसा कमाया) 78 हजार 636 करोड़ रुपये रहा है. एयर इंडिया अभी शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनी नहीं है. इसलिए मार्केट कैप की जगह हमने कंपनी राजस्व के आंकड़ों से आपको बताने की कोशिश की है कि भारत की एयरलाइंस कंपनियों के मुकाबले पाकिस्तान की ये एयरलाइंस कहीं नहीं टिकती है. एक और मजेदार बात ये है कि भारत के एक एयरपोर्ट को बनाने की कुल लागत से भी चार गुना कम कीमत पर पाकिस्तान की ये एयरलाइंस बिकी है. 25 दिसंबर से नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा शुरू हो रहा है. इस एयरपोर्ट को बनाने की कुल लागत करीब 19,600 करोड़ रुपये आई है.
20 साल में पाकिस्तान में सबसे बड़ा निजीकरणपिछले करीब 20 साल में पाकिस्तान में प्राइवेटाइजेशन की दिशा में सबसे बड़ा कदम है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बोली प्रक्रिया का टेलीविजन पर लाइव प्रसारण किया गया. इसे सरकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी स्ट्रीम किया गया. पाकिस्तान सरकार ने दावा किया है कि इसका मकसद इस बिक्री प्रक्रिया में पारदर्शिता लाना था. इस नीलामी में PIACL के 75% शेयर की पेशकश की गई. बोली लगाने वाले बिजनमैन को यह विकल्प भी दिया गया कि वे 90 दिनों के भीतर शेष 25% शेयर भी खरीद सकते हैं. वहीं, पाकिस्तान के वित्त मंत्री मुहम्मद औरंगज़ेब ने कहा, “पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस को खरीदने वाले सभी बोलीदाता पाकिस्तान से हैं. ‘’
जिस कारोबारी समूह (आरिफ हबीब कार्प) ने पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस को खरीदा है. इस समूह के मालिकों की जड़ें भारत से हैं. आरिफ हबीब का परिवार भारत के गुजरात के जूनागढ़ जिले के बांटवा कस्बे का रहने वाला है. 1947 में देश के विभाजन के बाद उनका परिवार गुजरात से पाकिस्तान के कराची चला गया था. पाकिस्तान का ये कारोबारी समूह वित्तीय सेवाओं, रियल एस्टेट, सीमेंट, उर्वरक, ऊर्जा और स्टील सेक्टर में अपना बिजनेस कर रहा है.
वीडियो: दी लल्लनटॉप शो: बांग्लादेश में हिंदू की लिंचिंग के बाद दिल्ली में प्रोटेस्ट, प्रदर्शनकारियों ने क्या मांग की?











.webp)
.webp)
.webp)
.webp)




.webp)
.webp)
.webp)