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ऑपरेशन सिंदूर के बाद F-16 की साख पर सवाल, लॉकहीड मार्टिन के शेयरों में गिरावट

Lockheed Martin के अलावा, AVIC Chengdu Aircraft के Shares में भी मई की टॉप पोज़ीशन से भारी गिरावट देखने को मिली है.

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पाकिस्तानी एयरफोर्स का F-16 फाइटर जेट (PHOTO-X)

पाकिस्तान एयरफोर्स के प्रीमियम विमान F-16 के निर्माता लॉकहीड मार्टिन के शेयरों (Lockheed Martin Shares) में ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के बाद पिछले एक महीने से गिरावट बनी हुई है. भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिनों तक चले सैन्य संघर्ष के बाद 12 मई को लॉकहीड मार्टिन के शेयर्स की बिक्री में तेजी देखने को मिली थी. हालांकि, उसके बाद से शेयर में उछाल आया है, लेकिन पूरे मई महीने में इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ.

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ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत के साथ चार दिनों तक चले सैन्य संघर्ष के दौरान पाकिस्तान ने F-16 और JF-10 जैसे लड़ाकू विमान, ड्रोन और मिसाइलें तैनात कीं. लेकिन भारत के एयर डिफेंस सिस्टम और उन्नत रक्षा प्रणालियों ने पाकिस्तानी हमलों को विफल कर दिया था. मिंट की एक रिपोर्ट ने विश्लेषकों के आधार पर बताया कि यह अमेरिकी रक्षा कंपनी के लिए झटका साबित हो सकता है क्योंकि इससे उसके ऑर्डर बुक पर असर पड़ सकता है.

दरअसल रक्षा उत्पाद जैसे फाइटर जेट्स बनाने वाली कंपनियों को मिलने वाले ऑर्डर पूरी तरह से परसेप्शन पर टिके होते हैं. बाजार में उछली एक निगेटिव बात भविष्य में मिलने वाले ऑर्डर्स को प्रभावित कर सकती है. ऑपरेशन सिंदूर के बाद ये बात सामने आई कि उन्नत माने जाने वाले पाकिस्तान एयरफोर्स के  F-16, भारत के एयर डिफेंस सिस्टम को भेदने में नाकाम रहे. इससे मार्केट में ये परसेप्शन बना कि लॉकहीड मार्टिन द्वारा बनाया गया ये विमान आज के हिसाब से उन्नत नहीं है. लिहाजा कंपनी के शेयरधारकों ने शेयर बेचने शुरू कर दिए. मई में कंपनी के स्टॉक में केवल 0.97% की बढ़त दर्ज की गई और शेयर्स $482.38 पर बंद हुए. वहीं, अप्रैल में इस अमेरिकी रक्षा स्टॉक में लगातार छह महीने की गिरावट के बाद 6.95% देखी गई थी.

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मामले पर जानकारी देते हुए प्रॉफिटमार्ट सिक्योरिटीज़ के हेड ऑफ रिसर्च अविनाश गोरक्षर कहते हैं-

भले ही अमेरिका ने पाकिस्तान को युद्ध के अलावा अन्य उद्देश्यों के लिए F-16 लड़ाकू विमान दिए हों, लेकिन ऐसी रिपोर्ट्स हैं कि पाकिस्तान ने पिछले महीने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान लॉकहीड मार्टिन कॉर्प के F-16 और चीन के J-10 लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया था. हालांकि, इनमें से कोई भी भारत की वायु रक्षा प्रणाली को भेद नहीं सका, जो चीन और अमेरिका के लिए एक बड़ा झटका था. इससे आने वाली तिमाहियों में इन रक्षा कंपनियों की ऑर्डर बुक पर कुछ असर पड़ने की उम्मीद है.

लॉकहीड मार्टिन के अलावा, AVIC Chengdu Aircraft के शेयरों में भी मई की टॉप पोज़ीशन से भारी गिरावट देखने को मिली है. 12 मई के अपने उच्चतम स्तर पर रहने के बाद इसके शेयर्स 20% नीचे आए हैं. AVIC Chengdu Aircraft ही J-10 लड़ाकू विमान बनाती है. 

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