ATGL Jio BP Fuel Partnership: भारत की दो बड़ी प्राइवेट एनर्जी कंपनियां- अडानी और रिलायंस ने एक नई पार्टनरशिप का एलान किया है. इसके तहत दोनों कंपनियां अपने फ्यूल को एक-दूसरे के पेट्रोल पंपों पर बेचेंगी. यह कदम गाड़ी मालिकों तक हाई क्वालिटी का पेट्रोल-डीजल पहुंचाने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है.
पेट्रोल-डीजल पर साथ आए अंबानी-अडानी, नई डील से सरकारी कंपनियों को देंगे टक्कर
Adani-Ambani के बीच ये पार्टनरशिप वर्तमान और भविष्य में दोनों कंपनियों के Petrol Pumps पर लागू होगी, जिससे ऐसे इलाकों में तेल और गैस की सप्लाई बढ़ेगी, जहां पहले से ही अडानी या जियो-बीपी का नेटवर्क मौजूद है.

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, अडानी टोटल गैस लिमिटेड (ATGL) नेचुरल गैस की सप्लाई करती है, जबकि रिलायंस बीपी मोबिलिटी की फ्यूल रिटेलिंग ब्रांच Jio-bp ने बुधवार, 25 जून को इस साझेदारी की जानकारी दी.
ATGL के बयान के अनुसार, इस पार्टनरशिप के तहत जियो-बीपी का प्रीमियम पेट्रोल और डीजल अब अडानी के कुछ पेट्रोल पंपों पर उपलब्ध होगा. इसके बदले में कुछ जियो-बीपी पेट्रोल पंपों पर ATGL की गैस डिस्पेंसिंग यूनिट्स के जरिए CNG सप्लाई की जाएगी.
अडानी टोटल गैस के कार्यकारी निदेशक और सीईओ सुरेश पी मंगलानी ने कहा कि यह साझेदारी दोनों कंपनियों को अपनी सुविधाओं का इस्तेमाल करने का मौका देगी, जिससे ग्राहकों के अनुभव में सुधार होगा. इससे सर्विस देने में भी बदलाव आएगा. वहीं, जियो-बीपी के चेयरमैन सार्थक बहुरिया ने कहा कि यह साझेदारी दोनों कंपनियों को अपनी ताकतों को मिलाकर भारतीय उपभोक्ताओं को ज्यादा फायदा देने में मदद करेगी.
यह पार्टनरशिप वर्तमान और भविष्य में दोनों कंपनियों के पेट्रोल पंपों पर लागू होगी, जिससे ऐसे इलाकों में तेल और गैस की सप्लाई बढ़ेगी, जहां पहले से ही अडानी या जियो-बीपी का नेटवर्क मौजूद है.
ATGL, अडानी और फ्रांस की कंपनी टोटलएनर्जी के बीच एक ज्वाइंट वेंचर है. फिलहाल, ये वेंचर लगभग 650 CNG स्टेशनों को चलाता है. इसके अलावा, यह घरेलू, व्यावसायिक और औद्योगिक क्षेत्रों को गैस की आपूर्ति करता है और बायोगैस, EV चार्जिंग और ट्रांसपोर्ट के लिए LNG जैसे नए क्षेत्रों में भी विस्तार कर रहा है.
वहीं, जियो-बीपी के पीछे रिलायंस इंडस्ट्रीज और बीपी है. यह कंपनी भारत में लगभग 2,000 पेट्रोल पंपों को चलाती है. कंपनी क्लीन फ्यूल देने की दिशा में काम कर रही है और इसके कई स्टेशनों पर कंवीनियंस स्टोर्स भी चल रहे हैं.
पहले भी साथ आए हैं अंबानी-अडानी
यह पहली बार नहीं है जब अडानी और रिलायंस ने एक साथ काम किया है. मार्च 2025 में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अडानी पावर की एक इकाई, महान एनर्जेन लिमिटेड में 26 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी. फिलहाल, भारत के फ्यूल रिटेल बिजनेस पर सरकारी तेल कंपनियों, जैसे- इंडियन ऑयल, BPCL और HPCL का दबदबा है, जो देश के 97,000 पेट्रोल पंपों में से लगभग 90 फीसदी का संचालन करती हैं. इस नई पार्टनरशिप के जरिए अडानी और रिलायंस भारतीय उपभोक्ताओं के लिए वैकल्पिक फ्यूल नेटवर्क पेश करने का लक्ष्य रख रहे हैं.
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