GST को लेकर सरकार के फैसले के बाद TATA Motors ने अपनी कई कारों की कीमतों में कटौती कर दी है. कंपनी ने कारों की कीमत में 1.55 लाख रुपये तक की कटौती की घोषणा की है. इनमें टियागो, टिगोर, अल्ट्रोज, नेक्सॉन और हैरियर जैसे मॉडल शामिल हैं. हाल में सरकार ने GST 2.0 के तहत टैक्स स्लैब्स में अहम बदलाव किए हैं. इसी के बाद टाटा ने अपनी कारों के दाम घटा दिए हैं.
TATA Nexon 1.55 लाख रुपये सस्ती हुई, कंपनी ने कई कारों के दाम घटाए, GST 2.0 का असर
कंपनी ने एक प्रेस रिलीज जारी कर बताया कि उसकी एंट्री-लेवल हैचबैक टियागो 75,000 रुपये सस्ती हो जाएगी. जबकि कॉम्पैक्ट सेडान टिगोर की कीमत में 80,000 रुपये की कटौती होगी.


टाटा मोटर्स ने 5 सितंबर को बताया कि वो GST की दरों में हालिया कटौती का पूरा लाभ कंज्यूमर्स को देगी. ये कटौती 22 सितंबर से लागू होगी. कंपनी ने एक प्रेस रिलीज जारी कर बताया कि उसकी एंट्री-लेवल हैचबैक टियागो 75,000 रुपये सस्ती हो जाएगी. जबकि कॉम्पैक्ट सेडान टिगोर की कीमत में 80,000 रुपये की कटौती होगी. छोटी कारों में अल्ट्रोज हैचबैक का दाम सबसे ज्यादा कम होगा. इसमें 1 लाख 10 हजार रुपये की कटौती देखने को मिलेगी.
नेक्सॉन का दाम 1 लाख 55 हजार रुपये घटेगाSUV सेगमेंट में पंच 85,000 रुपये और नेक्सॉन 1 लाख 55 हजार रुपये सस्ती हो जाएगी. टाटा के हाल ही में लॉन्च हुए मिड-साइज मॉडल कर्व की कीमत में भी गिरावट होगी. ये 65,000 रुपये सस्ती मिलेगी. वहीं, प्रीमियम हैरियर और सफारी मॉडल की कीमतों में 1 लाख 40 हजार और 1 लाख 45 लाख रुपये तक की कमी आएगी. टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स लिमिटेड और टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर शैलेश चंद्रा ने कहा,
"22 सितंबर 2025 से ये लागू किया जाएगा. ये एक प्रगतिशील निर्णय है जो पूरे भारत में लाखों लोगों के लिए कारों को और अधिक सुलभ बनाएगा. प्रधानमंत्री का विजन, वित्त मंत्री की मंशा और हमारी कस्टमर फर्स्ट फिलॉसफी के तहत हम GST का पूरा लाभ अपने कस्टमर्स तक पहुंचाएंगे."

बता दें कि 56वीं GST काउंसिल बैठक में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 12% और 28% GST स्लैब्स को हटाकर 5% और 18% के स्लैब लागू करने की घोषणा की थी. जो 22 सितंबर, 2025 से प्रभावी होंगे. इसके अलावा, लग्जरी और सिन गुड्स (जैसे तंबाकू, पान मसाला, और 350cc से अधिक की मोटरसाइकिल) पर 40% का नया स्लैब लागू किया गया है. ऑटोमोबाइल सेक्टर में, 1200cc से कम इंजन वाली छोटी कारों और 350cc से कम की बाइक्स पर जीएसटी 28% से घटाकर 18% किया गया है. जिससे ये वाहन अधिक किफायती हो जाएंगे.
वहीं, 1,200 सीसी से कम और 4,000 मिलीमीटर लंबाई वाली पेट्रोल, LPG और CNG गाड़ियां और 1,500 सीसी और 4,000 मिलीमीटर तक की लंबाई वाली डीजल गाड़ियां 18 पर्सेंट के स्लैब में आ जाएंगी.
हुंडई क्रेटा और टोयोटा फॉर्च्यूनर जैसी कारों सहित बड़े मॉडल अब 40 प्रतिशत GST के दायरे में आएंगे. हालांकि, इन पर टैक्स लगभग पहले जैसा ही रहेगा. क्योंकि इन वाहनों पर पहले 17-22 प्रतिशत का कंपनसेशन सेस लगता था. जिससे टैक्स लगभग 50 प्रतिशत हो जाता था. सेस हटने के कारण नए GST रेट के तहत बड़ी SUV पर कुल टैक्स थोड़ा कम होने की उम्मीद है.
जिन हाइब्रिड कारों पर पहले 43 फीसदी कंपनसेशन सेस लगता था, वो अगर अब 1,200 सीसी से कम और 4 मीटर लंबी हैं तो उन पर 18 फीसदी GST लगेगा. बड़े मॉडलों पर 40 प्रतिशत GST लगेगा. इससे मैन्युफैक्चरर को छोटे हाइब्रिड मॉडल बनाने का प्रोत्साहन मिलेगा. मारुति सुजुकी कथित तौर पर टैक्स का लाभ उठाने के लिए अपनी कॉम्पैक्ट SUV Fronx के हाइब्रिड मॉडल पर काम कर रही है.
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