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नए साल में 'फटफटी' और 'सकूटर' में मिलेगा सेफ्टी का तोहफा, मगर जेब भी ज्यादा ढीली होगी

नए साल से सभी दोपहिया वाहनों में ABS (एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम) अनिवार्य (All two-wheelers to come with ABS from next year) होगा. इसके साथ आपको दो BIS-सर्टिफाइड हेलमेट भी मुफ्त में मिलेंगे. अभी तक नई बाइक खरीदने पर सिर्फ एक हेलमेट मिलता था, लेकिन अब सरकार ने नियम बदल दिया है.

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साल 2026 में बाइक और स्कूटर की सेफ्टी बढ़ने वाली है

फटफटी (बाइक) से लेकर सकूटर (स्कूटर) तक की आपकी सवारी 1 जनवरी 2026 से सड़कों पर पहले से कहीं ज्यादा सुरक्षित (All two-wheelers to come with ABS from next year) होने वाली है. लेकिन इसकी वजह से आपकी जेब पर थोड़ा असर भी पड़ेगा. दरअसल सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (Ministry of Road Transport and Highways) के जून के आदेश के मुताबिक नए साल से सभी दोपहिया वाहनों में ABS (एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम) अनिवार्य होगा. इसके साथ आपको दो BIS-सर्टिफाइड हेलमेट भी मुफ्त में मिलेंगे. माने ABS की वजह से सेफ्टी तो जरूर बढ़ जाएगी मगर एक और हेलमेट की वजह से थोड़ा खर्च होगा.

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अब यह कोई रहस्य तो है नहीं कि भले दो हेलमेट मुफ्त मिलेंगे मगर इसका पैसा भी तो ग्राहक ही देगा. बोले तो कान इधर से ना पकड़कर उधर से पकड़ा जाएगा. चलो कोई नहीं, सह लेंगे. मगर ABS भी तो मिलेगा. इसका ABC जान लीजिए.

ABS की ABC

ABS माने (एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम). अपनी वाली भाषा में कहें तो यह ब्रेक लगने से रोकता है. ना-ना नॉर्मल कंडीशन में नहीं. माने जब आप गाड़ी चला रहे तो ब्रेक लगाने पर ब्रेक ही लगता है. लेकिन जब दुर्घटना होती है तो यह सिस्टम चक्के जाम होने से रोकता है. इससे आपका वाहन घिसटता नहीं और आप सड़क पर बेहतर नियंत्रण रख पाते हैं. माने भले से बारिश की वजह से सड़क गीली हो या अचानक से कोई सामने कूद जाए, ABS की वजह से दुर्घटना में नुकसान होने की आशंका कम होती है.  

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ABS कोई नई तकनीक नहीं है. साल 2019 से ही सभी कारों और बाइक में इसका होना अनिवार्य है. लेकिन 150cc से कम की बाइक को इससे छूट मिली हुई थी. मगर अब ऐसा नहीं होगा. बाइक कोई सी भी हो. ABS होगा ही.

Helmet बनेगा आपका Mate(दोस्त)

दो पहिया के साथ में एक हेलमेट तो अनिवार्य है मगर अब दो का नियम आ गया है. मतलब आपके साथ में पीछू वाली सवारी की भी फुल सेफ्टी. दोनों ही हेलमेट BIS-सर्टिफाइड होंगे. माने क्वालिटी कंट्रोल भी रहेगा. BIS मतलब "भारतीय मानक ब्यूरो" (Bureau of Indian Standards). एक सरकारी संस्था जहां देश में बनने वाले और बिकने वाले प्रोडक्ट का पंजीकरण होना अनिवार्य है.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सड़क हादसों में होने वाली मौतों का सबसे बड़ा कारण है सिर की चोटें. भारत में दोपहिया वाहन चालकों की मौत सड़क हादसों में 44 फीसदी हिस्सा रखती है, और इनमें से ज्यादातर मौतें हेलमेट न पहनने की वजह से होती हैं. इसलिए दोनों ही नियम आपके भले के लिए हैं. लेकिन जैसा हमने कहा, इसकी वजह से दोपहिया वाहनों की कीमतों में थोड़ी बढ़ोतरी होगी. अंदाजे से 2000-5000 के बीच. कोई ना. 

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