Maruti Suzuki Dzire कुछ महीने पहले ग्लोबल NCAP में 5 स्टार रेटिंग पाने वाली मारुति की पहली कार बनी थी. इससे पहले मारुति की ब्रेजा को ग्लोबल NCAP से सबसे ज्यादा 4 स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली थी. थर्ड जनरेशन डिजायर को क्रैश टेस्ट में सिर्फ 2 स्टार सेफ्टी रेटिंग मिलने के बाद 2024 मॉडल को पूरे 5 स्टार मिलना वाकई बड़ी बात थी. क्योंकि मारुति की कारों को सेफ्टी में थोड़ा कमतर माना जाता है. Dzire ने इस बड़ी बात को और ‘बड़ी बात’ में तब्दील कर दिया है क्योंकि अब (BNCAP) क्रैश टेस्ट में भी Maruti Suzuki Dzire को 5 स्टार रेटिंग (Maruti Dzire Gets 5-Star Bharat NCAP Safety Rating) मिली है.
'Dzire' से डर नहीं! भारत NCAP ने भी दिया 5 स्टार सेफ्टी सर्टिफिकेट
Maruti Suzuki Dzire को BNCAP क्रैश टेस्ट में 5 स्टार (Maruti Dzire Gets 5-Star Bharat NCAP Safety Rating) रेटिंग मिली है. पॉपुलर सेडान कार को एडल्ट के लिए 34 में से 29.46 और चाइल्ड सेफ्टी में 49 में से 41.57 पॉइंट मिले हैं. Maruti Suzuki Dzire कुछ महीने पहले ग्लोबल NCAP में 5 स्टार रेटिंग पाने वाली मारुति की पहली कार बनी थी.

इस पॉपुलर सेडान कार को एडल्ट के लिए 34 में से 29.46 और चाइल्ड सेफ्टी में 49 में से 41.57 पॉइंट मिले हैं. दरअसल, भारत NCAP ने पहली बार मारुति की दो कारों का क्रैश टेस्ट किया था. एजेंसी ने बलेनो के अपडेटेड 2025 मॉडल का टेस्ट किया. इसे एडल्ट सेफ्टी के लिए 4 स्टार रेटिंग मिली, तो चाइल्ड सेफ्टी में 3 स्टार. ऐसे में ये जानना जरूरी हो जाता है कि ये BNCAP क्या है?
अपना रेटिंग सिस्टम है Bharat NCAPBNCAP रेटिंग को अगस्त 2023 में लॉन्च किया गया था जिसमें ग्लोबल लेवल के सभी मानकों को शामिल किया गया है. BNCAP क्रैश टेस्ट कार को एडल्ट ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन (AOP ), चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन (COP) और सेफ्टी असिस्ट टेक्नोलॉजी (SAT) के आधार पर सेफ्टी रेटिंग देता है.

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क्रैश टेस्ट प्रोसेस# सबसे पहले डमी कार को अलग-अलग एंगल से हिट करवाया जाता है. फिर नुकसान या फिर कहें सुरक्षा का आंकलन किया जाता है. इस आधार पर सेफ्टी रेटिंग तय की जाती है.
# कार में लगे सेफ्टी इक्विपमेंट भी रेटिंग का बड़ा आधार हैं. उदाहरण के लिए, जब डमी कार को 64 या 128 किलोमीटर की रफ्तार से हिट किया गया तो कार में किस तरह का नुकसान हुआ. डमी कार को फ्रंट-बैक साइड से भी हिट करवाया जाता है. गाड़ी में कितनी टूट-फूट हुई, इस आधार पर सेफ्टी रेटिंग तय की जाती है. यह भी देखा जाता है कि एक्सीडेंट के दौरान एयर बैग्स जैसे इक्विपमेंट सही तरह से खुले या नहीं.
# टेस्ट के लिए कार में डमी एडल्ट पर्सन और बच्चे को बिठाकर हिट कराया जाता है. डमी एडल्ट को कितनी चोटें लगीं, मसलन उसके माथे पर कितनी गंभीर चोट आई, उसके पैर में कितना फ्रैक्चर हुआ, उसकी पसलियों का क्या हाल हुआ, उन सबको आधार बनाकर प्वाइंट तय किए जाते हैं.
पॉइंट्स के क्या मायने हैं?
प्रोसेस पूरा होने के बाद कार को एडल्ट और बच्चों के हिसाब से पॉइंट दिए जाते हैं. अगर कार को एडल्ट के लिए 27 पॉइंट मिले तो मतलब फाइव स्टार रेटिंग. बच्चों में फाइव स्टार रेटिंग का मतलब 41 पॉइंट. इसी तरह अगर एडल्ट रेटिंग में सिर्फ 4 पॉइंट मिले तो कार की रेटिंग एक मानी जाएगी. बच्चों के लिए सिंगल रेटिंग का मतलब 9 पॉइंट मिलना होता है.
आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि भारत-NCAP के तहत देश में व्हीकल की टेस्टिंग का खर्च करीब 60 लाख रुपये होगा, जबकि ग्लोबल लेवल पर इसके लिए 2.5 करोड़ रुपये खर्च करना पड़ते हैं.

डमी कार के साथ एक एक डमी भी होता है. वो ही डमी जिसे कार में बैठाकर अच्छे से पीटा जाता है. इस पुतले को Crash Test Dummy (CTD) कहते हैं. कारों के क्रैश टेस्ट में इस्तेमाल होने वाला डमी (Crash Test Dummy) सिर्फ पुतला नहीं है. क्योंकि इसमें ऐसा काफी कुछ है, जो इंसानी शरीर में होता है. इसकी कीमत भी कम से कम डेढ़ करोड़ रुपये होती है. अधिकतम...? ये रही लिंक.
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