आज की हमारी सीरीज़ ‘तस्वीर’ में सुनिए उन प्रवासी मज़दूरों के बीच नज़र आने वाली मांओं की दशा और व्यथा, जिनके पैर भारी हैं यानी वो गर्भवती हैं या फिर अपने नन्हें बच्चों को गोद में उठाए मीलों चली जा रही हैं. उनकी तस्वीरों की व्यथा को कागज़ पर उतारा है ‘दी लल्लनटॉप’ की साथी प्रेरणा ने. आवाज दी है ‘दी लल्लनटॉप’ के साथी सुमित सिंह और प्रेरणा दोनों नें. और तस्वीरे हैं एसोसिएट प्रेस AP और PTI के खज़ाने से. देखिए वीडियो.