बिहार के मुजफ्फरपुर में 29 बच्चियों का रेप हुआ. नवंबर 2013 से दिसंबर 2015 के बीच चार बच्चियां गायब भी हुई हैं. इस मामले को अंजाम तक लाने में सबसे बड़ी भूमिका बिहार सरकार की रही है. बिहार सरकार के समाज कल्याण विभाग के मुख्य सचिव अतुल प्रसाद के आदेश पर ही पूरे प्रदेश के 38 जिलों की 110 संस्थाओं का सोशल ऑडिट हुआ था, जिसमें पता चला था कि मुजफ्फरपुर में बच्चियों के साथ नृशंसता हुई है. इस सोशल ऑडिट को किया था मुंबई की संस्था टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज की कोशिश टीम ने.
उस टीम के सदस्य के साथ ये पूरी बातचीत सुनें और पूरे मामले को समझें.
TISS के ऑडिट ने बताया था, मुजफ्फरपुर की बालिका गृह में बच्चियों का रेप होता था
