दी ऑडनारी शो के आज के एपिसोड में देखिए:-
01. भंवरी देवी हत्या कांड में किस किसको मिली जमानत?
02. रीता बहुगुणा जोशी के आगे कैसे झुकी बीजेपी?
01. भंवरी देवी हत्या कांड में किस किसको मिली जमानत?
02. रीता बहुगुणा जोशी के आगे कैसे झुकी बीजेपी?
पल्लवी पटेल सपा की टिकट पर कौशांबी की सिराथू सीट से चुनाव लड़ी थीं.
BSP का वो विधायक जो पार्टी से अकेला ही विधानभवन में बैठेगा.
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य समेत 10 मंत्री अपनी सीट नहीं बचा पाए हैं.
प्रयागराज की यह विधानसभा भी हाई प्रोफाइल सीटों में गिनी जाती है.
उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से बीजेपी की सरकार बन रही है.
अखिलेश वोट प्रतिशत और सीटों में इजाफे को लेकर संतुष्ट नजर आ रहे हैं.
इस सीट पर बसपा ने शादाब फातिमा और कांग्रेस ने ज्ञान प्रकाश सिंह को चुनाव में उतारा था.
चुनाव शुरू होने से पहले आया था मुनव्वर राणा का बयान.
Google की तरफ से दिए गए एक उपाय को आजमा लें.
ये फीचर पिछले कई महीनों तक बीटा वर्जन में रहने के बाद उपलब्ध हुआ है.
स्टॉक इमेज से लेकर फोटो गैलरी से वॉलपेपर और बैकग्राउंड सेट किया जा सकता है.
प्रदीप का वीडियो ट्विटर पर पोस्ट होने के बाद से वायरल है.
बिना हाथों का इस्तेमाल किए फोटो लेने का जुगाड़ भी आपको बताएंगे.
रंगों का त्योहार है तो रंग-बिरंगी सेल्फ़ी भी खूब ली जाएंगी.
क्या कर सकते हैं इससे बचने के लिए?
आपकी परेशानी का इलाज है क्लाउड बैकअप.
योगी 2.0 के लिए किस आधार पर मंत्रियों का चुनाव हुआ?
क्या हम इकोनॉमिक ग्रोथ के अपने पुराने दौर में वापस लौट पाएंगे?
अहीर रेजिमेंट की मांग के पीछे कारण क्या हैं?
एक्साइज कम होगा या फिर ग्रोथ रेट धड़ाम होगी?
कृषि कानूनों पर अब कौन-सी रिपोर्ट सार्वजनिक हुई?
कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास के दावों का क्या हुआ?
कश्मीर फाइल्स की इतनी बात हो क्यों रही है?
हिजाब विवाद को लेकर न्यायालय में क्या दलीलें दी गईं?
अरूसा को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से भी जोड़ा जा रहा है.
हरियाणा के पटौदी में हुई जनसभा में उसके भाषण का एक वीडियो वायरल हो रहा है.
2019 के बाद से ही जितिन प्रसाद की भाजपा से नजदीकियां बढ़ रही थीं.
अब वो राज्य का मुख्यमंत्री बन गया है.
अजित सिंह के लोकदल अध्यक्ष बनने की प्रक्रिया काफी विवादित रही थी.
मद्रास शहर की थाउजेंड लाइट्स विधानसभा सीट से स्टालिन पहली बार चुनाव में उतरे.
विजयन महज़ 26 साल की उम्र में पहली बार विधायक बने थे.
नेतागिरी से दूर भागने वाले अखिल गोगोई जेल से ही चुनाव लड़ने पर मजबूर हुए.