अफगानिस्तान में तालिबान आया. उसने बताया कि वो देश को ‘ईश्वर के आदेश’ के आधार पर चलाएगा. उसने महिला अधिकारों की बात की, उन्हें शरिया के दायरे में रहते हुए पढ़ने, काम करने की ‘आज़ादी’ देने की बात भी की. प्रेस कॉन्फ्रेंस की, महिला पत्रकारों को इंटरव्यू तक दिया. ये दिखाने की पूरी कोशिश की कि तालिबान बदल गया है. लेकिन महिलाओं को दबाने, उन्हें नज़रबंद रखने की अपनी नैसर्गिक आदत तालिबान छोड़ नहीं पाया. और इसी डर से अफगानिस्तान के गर्ल्स बोर्डिंग स्कूल SOLA (School Of leadership Afganistan) ने छात्राओं की सुरक्षा के लिहाज से उनके सभी डॉक्यूमेंट्स जला दिए. इसका स्कूल के को-फाउंडर ने वीडियो भी शेयर किया है. जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. देखिए वीडियो.