ऊबर के ड्राइवर ऐसा जुगाड़ लाए हैं कि आप OTP ना दें, फिर भी राइड शुरू होकर रहेगी
ड्राइवर अकेला टहल आएगा, बिल फटेगा आपके नाम.
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ऊबर ड्राइवर ने अकेले ट्रिप लगाने का जुगाड़ निकाल लिया है.
ऊबर पर ड्राइवर और कस्टमर के बीच में कॉल ऊबर के सिस्टम के ज़रिए कनेक्ट होती है. मतलब एक दूसरे का मोबाइल नम्बर नहीं आता है. ऊबर सिस्टम का फ़ोन नम्बर आता है. और उस पर कॉल करने पर ड्राइवर और कस्टमर कनेक्ट हो जाते हैं. ऐसा दोनों के मोबाइल नंबर की सुरक्षा के लिए किया जाता है. मगर इस सिस्टम से कॉल कनेक्ट होने में काफ़ी टाइम लग जाता है. अब ऊबर में ड्राइवर से चैट करने का आप्शन भी है. धांधली करने वाले कुछ ड्राइवर इसी ऊबर चैट से मैसेज करते हैं. कॉल में होने वाली देरी की शिकायत करते हुए आपसे आपका पर्सनल फ़ोन नंबर मांगते हैं.
इधर नंबर मिला नहीं कि ये अकेले ही ट्रिप पर निकल लेते हैं. मतलब कि आपका नंबर मिलने के बाद ये बिना OTP के ही राइड शुरू कर देते हैं. और ट्रिप का बिल आपके सिर पर फटता है. कुछ ड्राइवर तो अकेले राइड चालू करने के बाद बिना जगह से हिले हुए कुछ ही मिनटों में ट्रिप कैन्सल कर देते हैं. इस तरह ये बेस फेयर वग़ैरह कमा लेते हैं.
बिन OTP राइड चालू कैसे होती है?

जहां से ट्रिप शुरू वहीं पर खत्म.
इस पूरे मामले को लेकर हमने ऊबर से बात करनी चाही. जानना चाहा कि OTP की जगह मोबाइल नंबर डालकर ड्राइवर ट्रिप कैसे चालू कर देते हैं. मगर हमें ऊबर की तरफ़ से कोई जवाब न मिल सका. फ़िर दफ्तर के एक साथी ने बताया पूरा खेल. खेल ये कि ड्राइवर अगर OTP की जगह कस्टमर के मोबाइल नंबर के आखिर के चार डिजिट भी डाल दे तो राइड चालू हो जाती है.
ऊबर ने ये क्लियर नहीं किया है कि ये इनकी ऐप का कोई बग है या फ़िर इसे जानबूझकर लगाया गया है. कहानी से हमें क्या शिक्षा मिलती है? ऊबर ट्रिप लेते वक़्त आप इस बात का ख्याल रखे कि ऊबर ड्राइवर के साथ अपना मोबाइल नंबर शेयर क़तई न करें. अब बार-बार फ़ोन लगाकर ड्राइवर आपको तंग भले न करे, पर आपकी राइड आपके बिना चालू ज़रूर कर सकता है. फिर पूरी ज़हमत उठानी होगी.
अगर आपके साथ ऐसा हो तो क्या करे?
ऊबर सपोर्ट से कॉल पर बात करने का सिस्टम नहीं है. किसी भी तरह की शिकायत करने के लिए राइड सेलेक्ट करके मौजूद ऑप्शन में से चुनाव करना होता है. मान लीजिए कि आपके साथ ऐसा हो गया. तो आपको ऊबर के ऐप में मगजमारी करके वो ऑप्शन ढूंढना है जो कहता है - ऐ भय्या, ड्राइवर अकेला टहल आया है.

ऊबर की तरफ़ से आया हुआ ईमेल.
ऊबर मेल भेजेगा, बोलेगा कि रुको देखते हैं क्या माजरा है. फ़िर इनका जो भी प्रोसीजर है उसके हिसाब से ये पता करेंगे कि ड्राइवर ने अकेले ट्रिप ली थी या नहीं. आपका क्लेम सही पाने पर ये पैसे वापस कर देगा.
पैसे तो भले ही वापस आ जाएं मगर जो दिमाग का दही होगा इस पूरे मामले में और जो टाइम की बर्बादी होगी वो अलग चीजें हैं. इसलिए हम फ़िर से ये बात कह रहे हैं कि ड्राइवर के साथ अपना मोबाइल नंबर शेयर मत करिए.