पिछले 2 महीनों में आरक्षण को लेकर काफ़ी बातें हुई हैं. यूं तो ये ऐसा टॉपिक है,जिसपर हमेशा से बातें होती ही रही हैं लेकिन अभी इन बातों ने ज़ोर पकड़ा है. लोकसभाऔर फिर राज्यसभा ने गरीब सवर्णों को 10 फीसदी आरक्षण देने वाला बिल पास कर दिया था.इस बिल के पास होने के बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे कि अब तक जो समुदाय अपने लिएअलग से आरक्षण की मांग करते आए हैं, उनका आंदोलन फिर से सिर उठाएगा. और ये कयासपूरी तरह से सही साबित हुआ. इस बार गुर्जर समुदाय अपने लिए अनुसूचित जनजाति के तहतपांच फीसदी आरक्षण की मांग कर रहा है. आसान भाषा में समझते हैं, इस आंदोलन के पेंचऔर इससे जुड़ी बातें.