14 अक्टूबर, 2016 में वो जाड़ों की शाम थी. राजस्थान के खूबसूरत शहरों में से एकजोधपुर के लिए वो दिन कुछ खास था. जोधपुर के महाराजा का महल, जो कि एक फाइव स्टारहोटल में तब्दील हो चुका था, उस दिन जैसमिन के फूलों की खुशबू से महक रहा था.दुनिया भर की महंगी घास और उसके बागीचे में लगे हुए फूल बेहद खूबसूरत दिख रहे थे.होटल का पूरा स्टाफ एक हीरे के बड़े ब्रैंड नीरव मोदी की पांचवीं एनिवर्सरी मनानेकी तैयारी कर रहा था. ये भारत के लिए पहला मौका था, जब उसके सामने नीरव मोदी का नामइतनी शिद्दत से लिया जा रहा था. नीरव मोदी को पूरी दुनिया में अपने हीरों के लिएजाना जाता है. ये शख्स जहां तक पहुंचा, उसके पीछे 40 साल पुरानी कहानी है, जो भारतसे ही शुरू होती है. भारत का गुजरात राज्य अपने कारोबारियों के लिए पूरी दुनिया मेंमशहूर है. इस गुजरात के एक शहर सूरत में हीरों के कारोबारी थे केशवलाल मोदी. भारतकी आजादी से पहले 1930-40 के दशक में केशवलाल मोदी ने हीरों का कारोबार शुरू कियाथा. इनकी पूरी कहानी आप इस वीडियो में देख सकते हैं.