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विमेंस हॉकी टीम में परचम लहरा रही है बेटी, मां-बाप को मिला घर खाली करने का नोटिस!

Jyoti Chhetri ने 18 फरवरी को USA के खिलाफ मैच में अपने प्रदर्शन से सभी को चकित कर दिया. राउरकेला के जिस स्टेडियम में ये मैच हो रहा था, वो उनके घर से महज 2 किलोमीटर की दूरी पर था.

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Jyoti chhetri, FIH, Hockey team
युवा फारवर्ड ज्योति छेत्री विमेंस हॉकी टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं
20 फ़रवरी 2024 (Updated: 20 फ़रवरी 2024, 08:09 IST)
Updated: 20 फ़रवरी 2024 08:09 IST
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इंडियन विमेंस हॉकी टीम (Indian Womens Hockey Team) ने FIH प्रो लीग मैच में पिछले कुछ दिनों में अच्छा प्रदर्शन किया है. पहले ऑस्ट्रेलिया और फिर अमेरिका के खिलाफ टीम इंडिया ने जीत हासिल की है. इस दौरान टीम के कई खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया. लेकिन जिस एक नाम की काफी चर्चा हो रही है, वो है फॉरवर्ड ज्योति छेत्री (Jyoti Chhetri).

20 साल की ज्योति ने 18 फरवरी को USA के खिलाफ मैच में अपने प्रदर्शन से सभी को चकित कर दिया. खास बात ये रही कि राउरकेला के जिस स्टेडियम में ये मैच हो रहा था, वो उनके घर से महज 2 किलोमीटर की दूरी पर था. वही घर जिस पर कभी भी सरकारी बुलडोजर चल सकता है.

इंडियन एक्सप्रेस से मिहिर वासवदा की रिपोर्ट के मुताबिक ज्योति के परिवार को स्थानीय अधिकारियों की तरफ से घर खाली करने का नोटिस दिया जा चुका है. इस घर में ज्योति के साथ-साथ उनके माता-पिता और एक भाई रहते हैं. लेकिन तकरीबन 20 साल पहले सरकारी जमीन पर बने इस घर को सड़क के चौड़ीकरण के लिए तोड़ा जा सकता है.

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घर खाली करने का मिला नोटिस

ज्योति के पिता भीम छेत्री एक राजमिस्त्री का काम करते हैं. उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस से बताया,

“जब मैं पहली बार यहां आया था तब एक हॉस्टल में चौकीदार की नौकरी करता था. वहां मुझे रहने के लिए एक क्वार्टर दिया गया था. मेरी शादी और बच्चों के जन्म के बाद इस छोटे से क्वार्टर में हमारा रहना मुश्किल हो गया था. जिसके बाद हॉस्टल के एक अधिकारी ने मुझे मेन गेट के बाहर छोटी सी जमीन पर घर बनाने का सुझाव दिया. ज्योति के जन्म के तुरंत बाद मैं परिवार के साथ वहां चला गया.”

ज्योति के पिता ने आगे बताया कि सरकार से उन्होंने पुनर्वास का अनुरोध किया है. उन्होंने कहा,

“दो साल 8-10 सरकारी अधिकारी यहां जमीन का माप लेने आए और उन्होंने हमें सूचित किया कि वे इस घर को तोड़ देंगे. उन्होंने हमें साल 2025-2026 तक घर खाली करने का समय दिया है. हमारे पास नया घर बनाने या जमीन खरीदने के पैसे नहीं हैं. हमने सरकारी अधिकारियों से हमारा पुनर्वास करने का अनुरोध किया है. उन्होंने हमसे हमारे आधार कार्ड और बाकी डॉक्युमेंट्स भी लिए हैं. लेकिन अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.”

ज्योति के पिता ने आगे बताया,

“हमें नहीं पता कि आगे क्या होगा. लेकिन हमने ज्योति को बिना किसी दबाव के और बिना इसके बारे में सोचे खेलने के लिए कहा है. हम भगवान की दया पर निर्भर हैं.”

DM ने दिया मदद का आश्वासन

वहीं इस मामले को लेकर सुंदरगढ़ के जिला कलेक्टर पराग हर्षद ने मदद का आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा,

“मुझे इस मामले की पूरी जानकारी नहीं है, लेकिन मैं निश्चित रूप से इस पर गौर करूंगा. ज्योति के परिवार को जो भी मदद की जरूरत होगी, हम अपनी ओर से मदद करेंगे.”

ज्योति की बात करें तो उन्होंने महिला जूनियर एशिया कप 2023 में भारत के स्वर्ण पदक जीतने वाले प्रदर्शन के दौरान भी प्रमुख भूमिका निभाई थी. उन्होंने पिछले साल इंग्लैंड के खिलाफ सीनियर टीम के लिए डेब्यू किया था और तब से वो टीम का अहम हिस्सा रही हैं.

वीडियो: भारतीय हॉकी टीम से करो या मरो मुकाबले में कहां चूक हुई?

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