जहां भी क्रिकेट के विवाद बड़े होते हैं, वहां नो हैंडशेक वाले एंडी पायक्रॉफ्ट खड़े होते हैं
एंडी पायक्रॉफ्ट पहले भी कई बार क्रिकेट के विवादित लम्हों के गवाह रहे हैं. भारत के साथ भी इस पूर्व खिलाड़ी का खास कनेक्शन है.

एशिया कप 2025 में भारतीय टीम ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया. भारत का ये फैसला पाकिस्तान में बड़ा विवाद बन गया है. पाकिस्तानी टीम ने इसे साख का मुद्दा बना लिया है. पीसीबी ने ICC से मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट को हटाने की मांग की थी. उनका कहना था कि पायक्रॉफ्ट ने ही कप्तान सलमान अली आगा को भारतीय कप्तान से हाथ न मिलाने को कहा था. उन्होंने ये तक कहा कि अगर पायक्रॉफ्ट को हटाया नहीं गया तो वो टूर्नामेंट से हट जाएंगे. लेकिन ICC ने पायक्रॉफ्ट पर कोई एक्शन नहीं लिया. यानी पाकिस्तान को यहां भी मुंह की खानी पड़ी. इस पूरे विवाद के चलते पायक्रॉफ्ट चर्चा में आ गए.
पायक्रॉफ्ट ने कोहली पर नहीं लगाया था बैनएंडी पायक्रॉफ्ट पहले भी कई बार क्रिकेट के विवादित लम्हों के गवाह रहे हैं. भारत के साथ भी इस पूर्व खिलाड़ी का खास कनेक्शन है. पायक्रॉफ्ट भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 में मैच रेफरी थे. वो मेलबर्न टेस्ट का भी हिस्सा थे. इसी टेस्ट में विराट कोहली ने सैम कोंस्टास को कंधा मारा था. कोहली पर इसके लिए मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया था.
हालांकि कई लोग पायक्रॉफ्ट से इस कारण नाराज थे कि उन्होंने कोहली को बैन क्यों नहीं किया. पायक्रॉफ्ट ने बताया था कि आईसीसी के नियमों में बदलाव के कारण उन्होंने कोहली को बैन नहीं किया. पहले फिजिकल कॉन्टैक्ट को लेवल 2 का ऑफेंस माना जाता था जिसके साथ बैन की संभावना रहती थी. हालांकि बाद में इसे लेवल वन का ऑफेंस माना गया, इसलिए कोहली को बैन नहीं किया.
सैंडपेपर विवाद के समय भी थे रेफरीपायक्रॉफ्ट ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के बीच हुए विवादित केपटाउन टेस्ट में भी मैच रेफरी थे. इस टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई टीम पर बॉल टैंपरिंग का आरोप लगा था. पायक्रॉफ्ट ने तब ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीव पर स्मिथ पर एक मैच का बैन और 100% मैच फीस का जुर्माना लगाया था. वहीं कैमरन बैंकक्रॉफ्ट पर मैच फीस का 75% जुर्माना लगाया गया था. साथ ही उन्हें 3 डीमेरिट पॉइंट्स भी दिए गए. इस घटना का ऑस्ट्रेलिया पर बहुत असर हुआ था. उन्होंने इस मैच के बाद स्मिथ और डेविड वॉर्नर को एक साल के लिए बैन कर दिया था.
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कई और विवाद के भी गवाहइस घटना के बाद जब ऑस्ट्रेलिया ने फिर से साउथ अफ्रीका का दौरा किया तब भी पायक्रॉफ्ट इस सीरीज का हिस्सा थे. उन्होंने मैच से पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों से मुलाकात की थी और मैच के दौरान उन लोगों पर भी कार्रवाई की जो प्लेकार्ड पर गालियां लिखकर लाए थे. यही नहीं, पायक्रॉफ्ट मार्लन सैम्यूल्स और बेन स्टोक्स के बीच 2015 में ग्रेनाडा टेस्ट में हुए विवाद के दौरान भी मैच रेफरी थे. साल 2020 में जोस बटलर और वर्नन फिलैंडर के बीच हुई बहस का फैसला भी पायक्रॉफ्ट ने ही किया था.
पायक्रॉफ्ट का क्रिकेट करियरपायक्रॉफ्ट ने जिम्बाब्वे के लिए तीन टेस्ट और 20 वनडे खेले हैं. वो जिम्बाब्वे के पहले टेस्ट मैच का हिस्सा थे. ये टेस्ट भारत के खिलाफ था. उन्होंने पहली पारी में 39 और दूसरी पारी में 46 रन बनाए थे. इसके 10 साल बाद उन्होंने वनडे डेब्यू किया. वो 1983 वर्ल्ड कप में खेले. पायरक्रॉफ्ट उस मैच का भी हिस्सा थे जिसमें कपिल देव ने 175 रन बनाए थे.
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