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सिराज पर फाइन लगने से भड़के ब्रॉड, कहा- तो फिर गाली देने वाले को क्यों बख्शा?

इंग्लैंड के दिग्गज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड मोहम्मद सिराज को मिली सजा से सहमत नहीं है. उन्होंने सोशल मीडिया पर इसे लेकर अपनी रखी है.

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शुभमन गिल लॉर्ड्स टेस्ट में अंपायर्स से लेकर खिलाड़ियों तक से भिड़े हैं. (Photo-PTI)
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रिया कसाना
14 जुलाई 2025 (Published: 05:44 PM IST) कॉमेंट्स
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भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) को लॉर्ड्स टेस्ट मैच के दौरान बेन डकेट (Ben Duckett) के विकेट का अग्रेसिव सेलिब्रेशन करने के लिए सजा दी गई है. ICC ने न सिर्फ सिराज पर जुर्माना लगाया बल्कि उन्हें डीमेरिट पॉइंट भी दिया. इंग्लैंड के पूर्व गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड (Stuart Broad) को ICC का ये फैसला रास नहीं आया. उन्होंने भारतीय कप्तान शुभमन गिल का उदाहरण देकर आईसीसी से कंसिस्टेंट रहने को कहा.

स्टुअर्ट ब्रॉड ने उठाए सवाल

स्टुअर्ट ब्रॉड ने सिराज को मिली सजा पर अपनी राय सोशल मीडिया पर रखी. उनके मुताबिक आईसीसी को दोहरा रवैया नहीं अपनाना चाहिए. अगर सजा देनी है तो सभी को दी जानी चाहिए. उन्होंने लिखा,

मुझे ये बहुत बेतुका लगा. सिराज को अग्रेसिव सेलिब्रेशन के लिए मैच फीस का 15% जुर्माना देना होगा. गिल टीवी पर लाइव गाली देते हैं और फिर क्या हुआ? या तो दोनों को सजा मिले या फिर दोनों में से किसी को नहीं. खिलाड़ी रोबोट नहीं होते और न ही होने चाहिए, लेकिन कंसिस्टेंसी जरूरी है.

ये सीरीज शुभमन गिल की बतौर टेस्ट कप्तान पहली सीरीज है. वो पूरी सीरीज में ही अग्रेसिव दिखाई दिए. खासतौर पर लॉर्ड्स टेस्ट में वो काफी अग्रेसिव नजर आए. मैच के तीसरे दिन जैक क्रॉली के साथ हुई भिड़ंत भी हुई. उनके अग्रेशन पर सवाल भी खड़े किए गए. उनके अग्रेशन की तुलना विराट कोहली से की गई. खासतौर पर कप्तान बनने के बाद वो उसी अंदाज सेलिब्रेशन करते दिखाई दिए. 

गिल के अग्रेशन पर सवाल

संजय मांजरेकर का कहना है कि विराट कोहली जब भी गुस्से में आते हैं तो अपना बेस्ट देते हैं. लेकिन गिल के साथ ऐसा नहीं हो रहा. अग्रेशन उनपर हावी हो रहा है. उन्होंने कहा, 

गिल  चौथे दिन की शाम जैसे ही क्रीज़ पर आए, वो थोड़ा घबराए हुए दिखे. इसकी बड़ी वजह थी इंग्लैंड की तरफ से मिला दबाव और तेज़, आक्रामक गेंदबाज़ी.  विराट जितना ज़्यादा गुस्सा करते थे, उनका प्रदर्शन उतना ही बेहतर होता था. धोनी बिल्कुल इसके विपरीत थे और शांत रहकर बेहतर करते थे. गिल को तय करना होगा कि बल्लेबाजी में उनके लिए क्या बेहतर है, शांत रहना या अग्रेसिव होना.

लॉर्ड्स टेस्ट मैच में गिल के बल्ले से बहुत रन नहीं निकले. उन्होंने पहली पारी में 16 और दूसरी पारी में केवल 6 रन बनाए. हालांकि एजबेस्टन टेस्ट में उन्होंने दोनों पारियों में शतक लगाया था.

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