टेस्ट चैंपियनशिप: इंडिया ने तीन मैच जीते, ऑस्ट्रेलिया ने दो फिर चौथे नंबर पर कैसे पहुंच गई ऑस्ट्रेलिया?
ICC टेस्ट चैंपियनशिप का पूरा तियां-पांचा यहां समझिए.
Advertisement

आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप का पूरा लेखा-जोखा समझ लीजिए.
कौन-कौन टीमें हिस्सा लेंगी? इस चैंपियनशिप में 9 टीमें भाग ले रहीं हैं. इंडिया, न्यूजीलैंड, श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, वेस्ट इंडीज, साउथ अफ्रीका, बांग्लादेश और पाकिस्तान. ये नौ टीमें अगले दो साल तक आपसी सहमति से 6 टेस्ट सीरीज खेलेगी. बाकी बची टीमों में से किन्हीं 6 टीमों के साथ. इनमें से तीन सीरीज घरेलू मैदान पर, जबकि तीन सीरीज दूसरे देश में खेलना होगा. इनमें से तीन सीरीज घरेलू मैदान पर जबकि तीन सीरीज दूसरे देश में खेलना होगा.Shami takes the final wicket – his fifth of the innings – and closes out a big win for India. That's 40 more ICC World Test Championship points in their kitty!#INDvSA
— ICC (@ICC) October 6, 2019
SCORECARD 👇https://t.co/dCGJ4Pcug5
pic.twitter.com/HlTk4dU3Kz

ICC Test Championship Points Table
कौन कितने पानी में है भारत की ये लगातार तीसरी जीत है. इससे पहले टीम इंडिया ने वेस्ट इंडीज के साथ दो मैचों के सीरीज जीती थी. और अब साउथ अफ्रीका को हरा दिया है. टीम इंडिया के पास इस समय कुल अंक है 160. और टीम पॉइंट्स टेबल में टॉप पर है. एक जीत और एक हार के साथ दूसरे नंबर पर है न्यूजीलैंड. जिसके अंक है 60. श्रीलंका भी न्यूजीलैंड की ही तरह एक मैच में जीत और एक में हार के साथ तीसरे नंबर पर है. चौथे नंबर पर ऑस्ट्रेलिया है. जिसके अंक हैं 56. जबकि टीम ने दो मैचों में जीत दर्ज की है. और एक ड्रॉ खेला है. यही हाल इंग्लैंड का भी है. लेकिन टीम पांचवे नंबर पर है. जबकि एक ही मैच जीतने वाली न्यूजीलैंड और श्रीलंका की टीमें उनसे ऊपर हैं. ऐसा क्यों है? हम बताते हैं-
पॉइंट का नियम क्या है? किसी एक सीरीज में मैचों की संख्या फिक्स्ड नहीं है. आईसीसी ने पॉइंट देने के लिए अलग रास्ता निकाला है. टीमों को मैच के आधार पर नहीं बल्कि सीरीज के आधार पर अंक दिए जाएंगे. एक टेस्ट सीरीज के लिए 120 अंक निर्धारित किए गए हैं. अगर सीरीज दो मैचों की है तो एक मैच 60 अंकों का होगा. तीन मैचों की है तो 40 अंक और अगर सीरीज 5 मैचों की है तो एक मैच के लिए 24 अंक तय हैं. मैच जीतने वाली टीम को पूरे अंक मिलेंगे. अगर मैच टाई हो जाए तो दोनों टीमों को आधे-आधे अंक से संतोष करना होगा. अगर मैच ड्रॉ पर समाप्त होता है, तो एक तिहाई अंक काट लिए जाएंगे. और बाकी बचे अंकों को दोनों टीमों में बराबर बांट दिया जाएगा.

किसी भी सीरीज में अधिकतम पॉइंट्स होंगे 120. जीतने वाली टीम को कितना मिलेगा ये सीरीज के कुल मैचों पर निर्भर करेगा.
इसे ऐसे समझिए- इस तरह से इंडिया और वेस्ट इंडीज के बीच दो मैचों की सीरीज थी. दोनों इंडिया ने जीते. अंक मिले 120. अब इंडियन टीम साउथ अफ्रीका के साथ तीन मैचों की सीरीज खेल रही है. पहला मैच इंडिया ने जीत लिया. तो अंक मिले 40. इस तरह से इंडिया के कुल अंक हो गए 160. अगर दूसरा मैच टाई हो गया, तो इंडिया और साउथ अफ्रीका दोनों को मिलेंगे बराबर-बराबर 20 अंक. अगर तीसरा मुकाबला ड्रॉ पर खत्म हुआ तो एक-तिहाई यानी कि एक तिहाई यानी 13.33 अंक का कोई माई-बाप नहीं होगा. बाकी बचे अंक इंडिया और साउथ अफ्रीका दोनों को मिलेंगे. 13.33 अंक इंडिया और साउथ अफ्रीका दोनों के खाते में जोड़ दिए जाएंगे.
ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड नीचे क्यों है? ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड ने पांच मैचों की सीरीज खेली. एशेज सीरीज. किसी भी सीरीज के लिए 120 पॉइंट्स में ही बंटवारा होना है. इसलिए सीरीज में मैच जीतने वाली टीम को अंक मिलते 24. दो मैच ऑस्ट्रेलिया ने जीता और दो इंग्लैंड ने. तो दोनों टीमों के अंक हुए 48. एक मैच ड्रॉ रहा. इसलिए दोनों टीमों को 24 का एक तिहाई यानी कि 8-8 अंक मिले. इस तरह से ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड दोनों के टोटल पॉइंट्स हुए 56. इसलिए ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड की टीम पॉइंट्स टेबल में नीचे है.
दो साल के बाद जब टीमें आपस में टेस्ट सीरीज का कोटा पूरा कर लेंगी. पॉइंट टेबल में टॉप पर रहने वाली दो टीमें फाइनल खेलेंगी. फाइनल मुकाबला 2021 में 10-14 जून के बीच इंग्लैंड में खेला जाएगा. अगर फाइनल मुकाबला ड्रॉ या टाई पर समाप्त होता है, तो लीग मैचों में ज्यादा अंक हासिल करने वाली टीम को विजेता का खिताब सौंपा जाएगा.
वीडियो: INDvsSA: पहले मैच की दोनों पारियों में सेंचुरी ठोंक रोहित शर्मा ने लगाई रेकॉर्ड्स की झड़ी